मंगलवार, 13 दिसंबर 2022

अंजू अग्रवाल को टिकट नहीं देगी समाजवादी पार्टी


मुजफ्फरनगर। सपा जिलाध्यक्ष प्रमोद त्यागी एडवोकेट ने नगर निकाय चुनाव में सपा प्रत्याशी के लिए आवेदन कर रहे कार्यकर्ताओ को सपा कार्यालय पर सम्बोधित करते हुए कहा कि भाजपा सरकार में नगर पालिका व नगर पंचायतों के जनप्रतिनिधियों को काम करने नही दिया गया भाजपा नेताओ ने मनमाने तरीके से इनको भ्र्ष्टाचार उगाही का केंद्र बनाए रखा।

 नगर पालिका परिषद मुजफ्फरनगर चेयरमैन व मंत्री के झगड़े के चलते नगर विकास से पिछड़कर नरक बन गया  जनता इस मुद्दे पर भाजपा को सबक सिखाएगी। सपा जिला मीडिया प्रभारी साजिद हसन ने कहा कि चेयरमैन अंजू अग्रवाल का कहना कि उन्हें सपा से चुनाव लड़ने  का ऑफर मिल रहा है उनका कतई झूठा बयान है जो कुर्सी बचाने के लिए लगातार दल बदल व विकास कार्यो को ठप्प करने का कारण रही हो उनको सपा कोई ऑफर नही देंने वाली जनता एकजुट होकर खतौली विधानसभा की तरह ही भाजपा को निकाय से भी विदा करके गठबंधन को सभी निकाय में काबिज करेगी।

सपा कार्यालय पर इस दौरान पूर्व जिलाध्यक्ष इलम सिंह गुर्जर,सपा नेता सोमपाल सिंह भाटी,काज़ी मौहम्मद नईम एडवोकेट,सपा नेता डॉ मन्सूर उल हक,डॉ नूरहसन सलमानी,शलभ गुप्ता एडवाकेट,प्रोफेसर रोहन त्यागी,सुमित पंवार बारी,दिलशाद कुरैशी, रागिब कुरैशी,हाजी इकबाल अहमद,जावेद अख़्तर एडवोकेट, शशांक त्यागी,अनस खान, काज़ी फराज, शाहजेब इकबाल एडवोकेट, शाहिद कुरैशी सभासद, सागर कश्यप, शिवम त्रिपाठी सहित अनेक सपा नेता कार्यकर्ता मौजूद रहे।

नहीं हटी निकाय चुनाव अधिसूचना पर लगी रोक, अब कल सुनवाई


लखनऊ। उत्तर प्रदेश में होने वाले नगर निकाय चुनाव की अधिसूचना पर हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ द्वारा लगाई गई रोक अभी जारी रहेगी क्योंकि सरकार की ओर से जवाब देने के लिए अभी 1 दिन का और समय मांगा गया है। मंगलवार को भी उत्तर प्रदेश में होने वाले नगर निकाय चुनाव को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ द्वारा अधिसूचना पर लगाई रोक हट नहीं पाई है। सोमवार को लखनऊ खंडपीठ द्वारा नगर निकाय चुनाव की अधिसूचना पर लगाई रोक अभी कल तक जारी रहेगी।

नगर निकाय चुनाव में पिछड़ा वर्ग आरक्षण लागू करने में निर्धारित प्रक्रिया का पालन नहीं करने का आरोप राज्य सरकार पर लगाते हुए दाखिल की गई जनहित याचिका पर न्यायमूर्ति डीके उपाध्याय की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने यह आदेश दिया है। मंगलवार को हुई सुनवाई के दौरान राज्य सरकार की ओर से इस बाबत जवाब देने के लिए 1 दिन का और समय देने की मांग की गई थी, जिसे अदालत द्वारा मंजूर कर लिया गया है। जिसके चलते सोमवार को हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ द्वारा लगाई गई रोक अब कल तक जारी रहेगी।

मुजफ्फरनगर पुलिस में ताबड़तोड़ तबादले

मुजफ्फरनगर । एसएसपी विनीत जायसवाल ने देर रात कई इंस्पेक्टर सहित दर्जनों सब इंस्पेक्टर बदल दिए। कई चौकी इंचार्ज भी ट्रासंफर लिस्ट में शामिल हैं। 





व्यापारी पहुंचे तो गायब मिले जीएसटी अधिकारी


मुजफ्फरनगर। जीएसटी कार्यालय पर अधिकारी नदारद मिले। व्यापारियों ने कहा छापे मारने को अधिकारी मौजूद है परंतु ज्ञापन लेने के लिए अधिकारी मौजूद नहीं। व्यापारी अधिकारी को  बुलाने पर अड़े तब पहुंचे अधिकारीगण ने उनका ज्ञापन लिया। 

व्यापार मंडल उत्तर प्रदेश द्वारा आज प्रातः 12 बजे टाउन हॉल स्थित जीएसटी कार्यालय पर सैकड़ों व्यापारी जिलाध्यक्ष शलभ गुप्ता और जिला महामंत्री जनार्दन विश्वकर्मा के नेतृत्व में व्यापारियों के उत्पीड़न को अविलंब रुकवाने हेतु 4 सूत्रीय ज्ञापन लेकर पहुंचे। अधिकारी कुर्सी से गायब मिले। जब व्यापारियों ने कहां हम अधिकारीगण से मिलकर ही जाएंगे जब तक कोई नहीं आएगा हम यही बैठेंगे  तब अपना प्रतिनिधि श्री यादव को भेज ज्ञापन प्राप्त किया और व्यापारियों को शीघ्र अति शीघ्र उनकी समस्याओं का निदान करने का आश्वासन दिया।

शलभ गुप्ता और मनोज गुप्ता ने संयुक्त रूप से बताया  की व्यापारियों को जीएसटी विभाग के द्वारा जो उत्पीड़नात्मक कार्यवाही व्यापारी वर्ग के खिलाफ की जा रही है उससे व्यापारी वर्ग में असंतोष है उसी संदर्भ में सुधार के लिए आपको व्यापारी की आवाज व्यापार मंडल उत्तर प्रदेश 4 सूत्रीय मांगों को लेकर एक ज्ञापन प्रेषित करता है जो निम्न है-

1 - प्रथम मांग ये है कि जो व्यापारी पहले से ही पंजीकृत हैं ऐसे व्यापारियों को सर्वे के नाम पर उत्पीड़न ना किया जाए उनके  द्वारा पूर्व मै ही सरकार को राजस्व दिया जा रहा है अगर किसी व्यापारी के खिलाफ आपको शिकायत भी मिलती है तो उसे नोटिस देकर आप जुर्माना वसूल कर सकते है इस प्रकार की देहशनात्मक  कार्य प्रणाली से  व्यापारी वर्ग मै विभाग के प्रति असंतोष की भावना पैदा हो गई है और विभाग द्वारा उत्पीड़ित होने का डर पैदा हो गया है उसने सुधार कर इस डर को दूर किया जा सकता है और व्यापारी और जीएसटी विभाग के बीच अच्छा रिश्ता कायम किया जा सकता है।


2 - दूसरी मांग जिन व्यापारियों का सालाना टर्नओवर 40 लाख से कम है उन्हे पंजीकरण के नाम पर उत्पीड़न ना किया जाए।


3- तीसरी मांग व्यापारियों की आवाज़ व्यापार मंडल उत्तर प्रदेश ये करता है जो जीएसटी विभाग द्वारा उत्पीड़नात्मक कार्येवाही व्यापारी वर्ग के खिलाफ की जा रही है उसे अविलंब रोका जाए जिससे व्यापारी वर्ग मै फैले असंतोष को ख़तम किया जा सके।


4 - चोथी मांग अपंजीकृत व्यापारी की पहचान करने के लिए अगर सर्वे कराना भी है तो क्लर्क लेवल के अधिकारी से सर्वे कराए जिससे उसके अंदर सर्वे के नाम का को भय आ गया है उसे समाप्त किया जा सके आप व्यापारी को नोटिस के माध्यम से रजिस्ट्रेशन कराने को बाध्य कर सकते है  इस प्रकार से व्यापारी और विभाग के बीच का रिश्ता मजबूत बनेगे मार्केट मै कैंप लगाकर निशुल्क व्यापारियों का रजिस्ट्रेशन कराया जाए जिसमे हमारा व्यापार मंडल आपका सहयोग करेगा।

व्यापारी वर्ग हमेशा सरकार के साथ रहा है परन्तु आज व्यापारी वर्ग जो अभी तक कोरोना जैसी महामारी की मंदी से ही नहीं उभरा है उसपर असमय इस प्रकार की उत्पीड़नात्मक,असहज कर्येवाही असहनीय है अत आपसे व्यापारी हित मै इन् तीन मांगो के आधार पर जीएसटी विभाग की कार्यपण्राली मै सुधार के लिए व्यापारियों की आवाज़ व्यापार मंडल उत्तर प्रदेश  मांग करता है सैकड़ों की संख्या मै व्यापारी उपस्थित रहे।

ज्ञापन देने वालों में शलभ गुप्ता जिलाध्यक्ष,जनार्दन विश्वकर्मा जिला महामंत्री,जिला उपाध्यक्ष दीपक मित्तल,जिला सचिव विपिन गुप्ता,नगर अध्यक्ष मनोज गुप्ता,नगर महामंत्री विजय बाटा,नगर उपाध्यक्ष जयकुमार अरोरा,नगर उपाध्यक्ष पवन सिंघल,प्रवीण तायल सदर बाजार इकाई अध्यक्ष,अंकुर गोयल महामंत्री सदर बाजार,अक्षित अग्रवाल उपाध्यक्ष सदर बाजार,देवेश गर्ग कोषाध्यक्ष सदर बाजार,संजय गुप्ता मीडिया प्रभारी सदर बाज़ार,अमित जैन मंडी अध्यक्ष, शिवा सिंघल न्यू मंडी महामंत्री,अमित अरोर न्यू मंडी उपाध्यश,लवी गोयल रुड़की रोड अध्यक्ष,तपन गर्ग सुल्टीन गंज अध्यश,मयंक बंसल सराफ,अमित शील,कपिल अरोरा,राजू जैन,सचेंद्र कुमार,मनीष कुमार,वीरेंद्र पेन वाले,सेवा राम गर्ग,तरुण सौदे ,मोहमद याकूब आदि व्यापारी गण मौजूद रहे।

मेरे कार्यकाल में करोड़पति हुई पालिका, 71 करोड़ का खजाना पालिका में छोड़कर जा रही हूं: अंजू अग्रवाल



मुजफ्फरनगर। नगरपालिका परिषद की चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल ने कहा कि जब उन्होंने चार्ज लिया तो पालिका लगभग 16 करोड़ रुपये की कर्जदार थी। जब चार्ज छोड़ रही हूं तो पालिका के खजाने में 71 करोड़ शेष है। आरोप लगाया कि कौशल विकास राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल ने छह माह से काम नहीं करने दिया। उधर, कपिलदेव ने आरोपों पर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया।


अपने कार्यकाल के अंतिम दिन पालिका में पत्रकारों से बातचीत में चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल ने कहा कि उनके बोर्ड का अस्तित्व 12 दिसंबर 2017 को अस्तित्व में आया था। हमारी पालिका कर्मचारियों का वेतन तक नहीं दे पा रही थी। पालिका पर उस समय 16 करोड़ का कर्ज था। आज कुर्सी छोड़ने पर पालिका के खजाने में 71 करोड़ का बोर्ड फंड छोड़कर जा रही हैं।


उनके मन में कसक यही रह गई कि कार्यकाल के अंतिम पांच-सात माह में विकास का जो प्लान वो लेकर चल रही थी, विरोधियों ने उसको पूरा नहीं करने दिया। दो सभासदों ने शहर के विकास में अड़ंगा डाला। राज्य मंत्री कपिलदेव अग्रवाल ने प्रशासन पर दबाव बनाकर छह महीने से जिस तरह उन्हें परेशान किया गया सबके सामने है। शहर का विकास होता तो कपिलदेव को भी लाभ होता। भगवान सब देख रहा है जनता के सामने सब कुछ है। पार्टी और जनता ने चाहा तो वह फिर से चुनाव लड़ेगी और जनता की सेवा करेगी।

अंजू अग्रवाल ने ये दस काम गिनाए

- कर्जदार पालिका को यूपी की सबसे अमीर पालिका बना 71 करोड़ खजाना में छोड़े

- कई वर्षों से बकाया पाने को परेशान कर्मियों का 11 करोड़ भुगतान कराया

- कोरोना काल में संक्रमण रोकने को अपने परिवार के सहयोग से खर्च किया

- नगरपालिका के जर्जर सभागार को जीर्णोद्धार कर एसी मीटिंग हॉल बनवाया

- टाउनहाल में पालिका भवन का पूरा सुंदरीकरण

- शहर में 15 हजार से ज्यादा स्ट्रीट लाइटों को सोडियम से एलईडी में बदलना

- पालिका की आय को बढ़ाकर खर्च कम करने को पेट्रोल पंप को बदलवाना

- टाउनहाल परिसर में महाराजा अग्रसेन का भव्य स्मारक का निर्माण कराना

- भूमि को मुक्त कराकर गरीबों के लिए बारात घर और श्मशान घाट का निर्माण

- पालिका के इतिहास में पहली बार पालिका का कांवड़ शिविर आयोजित कराया

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अंजू अग्रवाल ने बताए दस अधूरे सपने

-पालिका की भूमि पर पालिका का अपना पेट्रोल-सीएनजी पंप लगवाना।

- शहर में गरीबों के कल्याण के लिए पालिका की अपनी एंबुलेंस का संचालन।

- शहरवासियों के लिए दो इलेक्ट्रानिक सिटी बसों का संचालन कराया जाना।

- श्मशान घाट के लिए शवों को सुरक्षित रखने को दो डीप फ्रीजर की खरीद।

- पीस लाइब्रेरी के स्थान पर पालिका की अपनी मल्टीस्टोरी शॉपिंग कॉम्पलैक्स।

- शहर में मजदूरों के बैठने के लिए चार स्थानों पर लैबर सेंटर-कैंटनी निर्माण।

- पालिका की ओर से शहर वासियों की सेवा के लिए अंतिम शव यात्रा वाहन।

- शहर में कूड़ा घरों को समाप्त करते हुए आठ स्थानों पर काम्पेक्टर की स्थापना।

- श्मशान घाट के बाहर सहित अन्य स्थानों पर पालिका की मार्केट का निर्माण।

- कार्यकाल के अंतिम दिन पालिका की बोर्ड मीटिंग बुलाकर विकास की सौगात

भाजपा की महिला नेता की हत्यारिन रिटा डीआईजी की पत्नी को उम्रकैद


लखनऊ । जून 2004 में भाजपा नेता मालती शर्मा की हत्या और हत्या की साजिश रचने के मामले में भाजपा की पूर्व पार्षद अलका मिश्रा, सिपाही राजकुमार राय, रोहित सिंह और आलोक दुबे को उम्रकैद की सजा सुनाई है। एडीजे विवेकानंद शरण त्रिपाठी ने सभी दोषियों पर जुर्माना भी लगाया है।

रिटायर्ड डीआईजी पीके मिश्रा की पत्नी अलका मिश्रा की मालती से सियासी वर्चस्व को लेकर अदावत थी। अलका मिश्रा भाजपा के अवध क्षेत्र की पूर्व उपाध्यक्ष रहीं हैं। सर्वोदय नगर में सात जून, 2004 को गुडंबा के कल्याणपुर निवासी मालती की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। गोमती नगर पुलिस ने सिपाही राजकुमार राय और अलका के करीबी रोहित यादव को गिरफ्तार कर हत्याकांड का खुलासा किया था। जांच में पता चला था कि मालती की हत्या की साजिश विकासनगर की तत्कालीन पार्षद अलका और आलोक दुबे को ने ही रची थी।

इस मामले में कोर्ट ने 9 दिसंबर को चारों आरोपियों को दोषी ठहराया था, लेकिन अलका मिश्र कोर्ट से फरार हो गई थी। इस पर कोर्ट ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया था जिसके बाद पुलिस ने रविवार को अलका मिश्रा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। कोर्ट ने सोमवार को सभी आरोपियों को आजीवन कारवास की सजा सुनाई। कोर्ट ने अलका मिश्रा और आलोक दुबे को हत्या की साजिश रचने, राजकुमार राय को हत्या, अपहरण, साजिश रचने व आर्म्स एक्ट और रोहित सिंह की हत्या और आर्म्स एक्ट में दोषी ठहराया है। साथ ही अलका मिश्रा व आलोक दुबे पर 10-10 हजार, राजकमार राय पर 35 हजार और रोहित सिंह पर 15 हजार जुर्माना भी लगाया है।

आपको बता दें कि सर्वोदय नगर में सात जून 2004 को गुडंबा के कल्याणपुर निवासी भाजपा नेता मालती शर्मा की हत्या कर दी गई थी। वह एक रात पहले से संदिग्ध हालात में लापता हुई थीं। सात जून को उनका शव सर्वोदयनगर में मिला। मालती मूलरूप से जौनपुर की रहने वाली थीं। हत्या की सूचना मिलने पर तत्कालीन एसपी ट्रांसगोमती राजू बाबू सिंह और सीओ क्राइम राजेश्वर सिंह ने सिपाही राजकुमार राय व अलका के करीबी रोहित यादव को गिरफ्तार कर इस हत्याकांड का खुलासा किया था।

मोदी की हत्या का फरमान देने वाला कांग्रेस नेता गिरफ्तार


दमोह। कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री राजा पटेरिया ने पीएम मोदी को लेकर विवादित टिप्पणी की थी। पन्ना पुलिस ने उनके कथित 'मोदी को मारो' वाले बयान के सिलसिले में उनके आवास से हिरासत में लिया है। उनके खिलाफ सोमवार को पन्ना के पवई में FIR दर्ज की गई थी।

पूर्व मंत्री राजा पटेरिया ने पन्ना में ‘पीएम की हत्या’ की बात कहकर बवाल खड़ा कर दिया है। भाजपा नेताओं ने उनके इस बयान की कड़ी निंदा की है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा से लेकर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा तक ने इस बयान की कड़े शब्दों में निंदा की।

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