शुक्रवार, 4 नवंबर 2022

सीमेंट बेचने के नाम पर ठगे 3.36 लाख रुपये


मुजफ्फरनगर ।ऑनलाइन नोन ट्रेडिंग सीमेंट खरीदने के लिए सीमेंट कम्पनी के कथित मैनेजर द्वारा 3.36 लाख की ठगी का मामला सामने आया है। इस मामले में कैराना पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

गांव दभेडी खुर्द निवासी आरिश ने कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई है कि करीब तीन माह पहले उसने नेट के माध्यम से सीमेंट खरीदने के लिए एक मोबाइल नम्बर पर संपर्क किया। दूसरी ओर से सौरभ त्रिपाठी पाठी ने बताया कि उनका आफिस मुंबई में है। उसने नोन ट्रेडिंग सीमेंट खरीदने के बारे में बात की। जिस पर उससे कंट्रेक्टर संबधी कागजात मांगे। उसने अपने दोस्त हाशिम कांट्रेक्टर के जीएसटी, पैन कार्ड आदि मेल द्वारा भेज दिए। जिसके बाद आरोपी ने 1200 सीमेंट के कट्टों के लिए एसबीआई के खाते में 3.36 लाख रुपये जमा कराने का कहा। उसने अपने खाते से आरटीजीएस द्वारा रुपये भेज दिए। दो दिन बाद उसे सौरभ त्रिपाठी ने व्हाट्सएप पर मैसेज भेज कर बताया कि तुम्हारे साथ फ्राड हुआ है। दोबारा यहां फोन नहीं करना। पुलिस ने मामले में रिपोर्ट दर्ज करके कार्रवाई शुरू कर दी है।

मुजफ्फरनगर की महिला सिपाही से शादी करने वाला फर्जी आईपीएस अधिकारी गिरफ्तार


गाजियाबाद । पुलिस अफसर बनकर लोगों से नौकरी आदि के नाम पर ठगी करने वाले शातिर और उसकी सहयोगी को कविनगर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक आरोपी 16 साल से पुलिस अधिकारी बनकर लोगों को ठग रहा था। ठगी की शुरूआत उसने सिपाही बनकर की और बाद में वह एसडीएम तथा फर्जी आईपीएस तक बना। वर्तमान में वह पुलिस इंस्पेक्टर बनकर लग्जरी गाड़ी में घूमता था और लोगों को अपने जाल में फंसाकर उनसे रकम ठगता था। आरोपी के कब्जे से इंस्पेक्टर की वर्दी, फर्जी आईडी कार्ड और ड्राइविंग लाइसेंस बरामद हुआ है।

एएसपी एवं सीओ सदर निमिष पाटिल ने बताया कि शास्त्रीनगर निवासी सब्जी विक्रेता फूल सिंह ने कविनगर थाने में केस दर्ज कराया था। उनका कहना था कि अमित यादव नाम के इंस्पेक्टर ने बेटे को होमगार्ड बनवाने का झांसा देकर ढाई लाख रुपये हड़प लिए। इतना ही नहीं, नेवी में कार्यरत उनके भाई से भी रिश्तेदार की नौकरी के नाम पर 30 हजार रुपये ले लिए। पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी थी। इसी कड़ी में फर्जी इंस्पेक्टर अमित यादव को आत्माराम स्टील चौराहे के पास के गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद फर्जीवाड़े में साथ देने वाली उसकी महिला मित्र राजकुमारी निवासी आकाश नगर मसूरी को भी पकड़ लिया गया। एएसपी के मुताबिक अमित का असली नाम जोगेन्द्र यादव है। वह मूलरूप से थाना सिरसागंज फिरोजाबाद के गांव धौंसाई का रहने वाला है और वर्तमान में कविनगर के गोविंदपुरम इलाके में किराए पर रह रहा था। जबकि राजकुमारी रिटायर्ड पुलिसकर्मी की पत्नी है। जांच में जोगेन्द्र द्वारा धौलाना हापुड़ निवासी नीरज नामक युवक से भी दिल्ली पुलिस में सिपाही के पद पर नौकरी लगवाने के नाम पर सात लाख रुपए ठगने का मामला सामने आया।

कविनगर एसएचओ अमित काकरान का कना है कि जोगेन्द्र यादव ने खुद को यूपी पुलिस में सिपाही बताते हुए पहली शादी वर्ष 2006 में की। पोल खुलने पर वर्ष 2010 में शादी टूट गई। इस फर्जीवाड़े में मैनपुरी पुलिस ने जोगेन्द्र जेल भेजा था। इसके बाद जोगेंद्र ने मृतक आश्रित दरोगा बता वर्ष 2013 में दूसरी शादी मुजफ्फरनगर निवासी महिला सिपाही से की। जिसकी तैनाती वर्तमान में इटावा चल रही है। सिपाही पत्नी को उसने बताया था कि उसके पुलिसकर्मी पिता और पहली पत्नी की मौत हो चुकी है। की पहली पत्नी और पिताकी मौत हो चुकी है, जबकि दोनों जिंदा थे।


इस व्यक्ति की लगी 240 करोड़ रुपये की लाटरी तो हुआ ये...


बीजिंग। एक व्यक्ति की 240 करोड़ रुपये की लॉटरी लगी लेकिन उसने यह खबर अपनी पत्नी को नहीं बताई। इसकी वजह लोगों को हंसने पर मजबूर कर रही है। दरअसल यह अजीब मामला चीन का है। यहां एक व्यक्ति ने हाल ही में 29.9 मिलियन अमरीकी डालर (219 मिलियन युआन) का लॉटरी जैकपॉट जीता। लेकिन उसने अपनी पत्नी और बच्चे को इस खबर से अनजान रखा। क्योंकि उसे लगा कि पैसा उन्हें "आलसी" बना सकता है! यह राशि 240 करोड़ रुपये से अधिक के बराबर है!

द न्यूज ऑस्ट्रेलिया (news.com.au) के अनुसार, लॉटरी विजेता को मिस्टर ली के रूप में पहचाना गया है। उसने अपनी पहचान उजागर करने से मना किया है। यही नहीं, व्यक्ति एक मजाकिया पीले रंग की पोशाक पहनकर अपनी पहचान छुपाते हुए लॉटरी के पैसे लेने लॉटरी दफ्तर गया था। न्यूज पोर्टल के मुताबिक, व्यक्ति ने एक नेक काम भी किया। उसने अपनी लॉटरी की रकम से करीब 5 मिलियन युआन का दान एक चैरिटी को दिया। व्यक्ति ने कहा, "मैंने अपनी पत्नी और बच्चे को इस डर से नहीं बताया कि वे पैसे देखकर खुश तो बहुत होंगे लेकिन वे फिर भविष्य में काम या कड़ी मेहनत नहीं करेंगे। वे आलसी हो जाएंगे।"

समाचार पोर्टल के अनुसार, उस व्यक्ति ने क्षेत्रीय राजधानी नाननिंग के पूर्व में स्थित एक शहर लितांग से एक व्यापारी से लॉटरी टिकट खरीदा था। अगले दिन वह खुद गाड़ी से गुआंग्शी वेलफेयर लॉटरी सेंटर गया। टिकट खरीदने के बाद उसे लगा कि उसने शायद कुछ बड़ी चीज जीत ली है। उसका शक सही साबित हुआ। उसने कहा कि उसके नंबर वही थे जिनके चलते वह वर्षों से फेल होता आया लेकिन इस बार उन्हीं नंबरों से जैकपॉट लग गया। ये नंबर थे- 2, 15, 19, 26, 27 और 2..।

गुरुवार, 3 नवंबर 2022

यूपी में शिक्षा विभाग में बड़ा बदलाव


लखनऊ । महानिदेशक स्कूल शिक्षा के नियंत्रण में अब बेसिक शिक्षा के साथ ही माध्यमिक शिक्षा विभाग के भी सभी निदेशालय होंगे। मंत्रिपरिषद ने इस आशय के प्रस्ताव को बृहस्पतिवार को मंजूरी दे दी है। हालांकि शासन स्तर पर दोनों विभाग अलग-अलग होंगे। इसके साथ ही मंत्रिपरिषद ने भविष्य में महानिदेशक, स्कूल शिक्षा (डीजीएसई) संबंधी पद सृजन, अधिकार व कर्तव्य आदि के निर्णय के संदर्भ में किसी प्रकार के तकनीकी संशोधन के लिए मुख्यमंत्री को अधिकृत भी कर दिया है।

महानिदेशक स्कूल का पद वर्ष 2019 में बेसिक शिक्षा के अधीन निदेशालयों के अधिकारियों, कर्मियों पर नियंत्रण, योजनाओं के त्वरित संचालन और प्राथमिक शिक्षा में सुधार व शिक्षकों की दक्षता वृद्धि के लिए सृजित किया गया था। इसी पद के कार्य व दायित्व में अब माध्यमिक शिक्षा के सभी निदेशालय भी समाहित होंगे। अब महानिदेशक सभी निदेशकों के बीच समन्वयन का पर्यवेक्षण देखेंगे। बजट व अन्य वित्तीय कार्य उनकी निगरानी में होंगे। भर्तियों, तबादलों, सेवा संबंधी मामलों का निस्तारण कराएंगे। अध्यापकों के लिए ट्रेनिंग मॉड्यूल तैयार कराकर प्रशिक्षण कराएंगे। इससे विभिन्न निदेशालयों के बीच सकारात्मक व सार्थक समन्वय होगा। साथ ही दोनों विभागों के सभी संसाधनों का बेहतर उपयोग हो सकेगा।

ये भी होगी जिम्मेदारी

- उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा संपादित सभी कार्यों को निदेशक के जरिए कराना और उसका पर्यवेक्षण व प्रशासनिक नियंत्रण करना।

- राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 की संकल्पना के अनुसार बोर्ड परीक्षाओं में सुधार करवाना व प्रभावी पर्यवेक्षण करना।

- संस्कृत शिक्षा परिषद् से संबंधित कार्यों को निदेशक के माध्यम से कराना और उसका पर्यवेक्षण।

- माध्यमिक निदेशालय के अधीन मंडलीय व जनपदीय अधिकारियों पर प्रशासनिक नियंत्रण।

- माध्यमिक शिक्षा के अंतर्गत मानव संपदा प्रणाली विकसित व लागू कराना और विभिन्न आंकड़ों के लिए एकीकृत पोर्टल विकसित कराना।

- निदेशक, माध्यमिक की वार्षिक गोपनीय आख्या के लिए प्रस्तावक अधिकारी होंगे।

पूर्व विधायक की बेटी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने के आदेश


मुजफ्फरनगर । जनता दल के पूर्व विधायक महावीर आजाद की बेटी नेहा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराए जाने के आदेश दिए गए हैं। 

आगरा में रेलवे सुरक्षा विशेष बल (आरपीएसएफ) में तैनात नेहा के पति इंस्पेक्टर राजेश कुमार ने अदालत में प्रार्थना पत्र दिया था। सिविल जज सीनियर डिवीजन मयंक जायसवाल ने थाना सिविल लाइन पुलिस को मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए हैं। 

विधायक की बेटी के पति ने 50 लाख रुपये की मांग समेत अन्य कई गंभीर आरोप लगाए हैं। नेहा सिंह का विवाह 16 जून 2020 को आगरा निवासी राजेश कुमार से हुआ था। कुछ दिन बाद दोनों पक्षों में मनमुटाव रहने लगा। नेहा ने अपने पति सहित पांच ससुरालियों पर मुकदमा दर्ज कराया था, यह मुकदमा कोर्ट में विचाराधीन है।

मुजफ्फरनगर के इन इलाक़ों में बाधित रहेगी विद्युत आपूर्ति


 कल दिनांक 4-11-2022 दिन शुक्रवार को सुबह 9:00 बजे से 11:00 बजे तक न्यू रुड़की रोड बिजली घर की 33 केवी लाईन पेड़ कटाई का कार्य चलेगा जिसके कारण साकेत वसंत विहार बझेड़ी रोड सरवट हाजीपुरा जसवंत पुरी इंदिरा कॉलोनी केवल पुरी मल्लूपुरा की बिजली 2 घंटे के लिए बाधित रहेगी

बाबा श्री खाटू श्याम जी के जन्मोत्सव की धूम

 




मुजफ्फरनगर । बाबा श्री खाटू श्याम जी का जन्मोत्सव श्री गणपति खाटू श्याम मंदिर में बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है। 

गत दिवस बाबा की रथ यात्रा के बाद आज महोत्सव के दूसरे दिन मेहंदी उत्सव मनाया जा रहा है। इसके साथ ही कल होने वाले निशान यात्रा के लिए निशानों का भी वितरण किया जा रहा है। इसके साथ ही मंदिर कमेटी द्वारा भंडारे का भी आयोजन किया गया है। मंदिर संस्थापक संरक्षक भीमसेन कंसल मंदिर के प्रधान अशोक गर्ग एवँ मंदिर से जुड़े जेपी गोयल, अनिल गोयल अंबरीश सिंघल, विकास गोयल अंकित अग्रवाल, प्रतीक कंसल अभिषेक वालिया, नवनीत गुप्ता शशांक राणा, रजत गोयल आदि मौजूद रहे।

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