बुधवार, 29 सितंबर 2021

बुढाना में जमीन से अवैध कब्जा हटाया



मुज़फ्फरनगर । तहसील बुढाना में सरकारी जमीन से अवैध कब्जा हटाते हुए कार्यवाही की गई है ।

जिलाधिकारी के निर्देशन में मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश शासन को संबोधित शिकायती प्रार्थना पत्र संख्या 400, 133, 210, 111, 52 द्वारा किरण पाल सिंह पुत्र रघुनाथ निवासी ग्राम मोहम्मद राय सिंह थाना भौरा कलां तहसील बुढ़ाना जिला मुजफ्फरनगर के प्रार्थना पत्र पर जिलाधिकारी के आदेशों के अनुपालन में आज दिनांक 29-9-2021 को मौके पर जयेंद्र सिंह, तहसीलदार बुढाना राजस्व टीम मे राजस्व निरीक्षक सिसौली, श भूपेंद्र कुमार एवं लेखपाल श्री अरविंद कुमार द्वारा पट्टेदार की भूमि खसरा संख्या 723 मिल जुमला से 0.0410 हेक्टेयर भूमि पर प्रार्थी  किरण पाल सिंह पुत्र श्री रघुनाथ निवासी ग्राम मोहम्मद रायसिंह को मेंड लगवा कर कब जा दिलवा दिया गया तथा थाना प्रभारी  भौरा कलां को भी उक्त कार्यवाही की एक प्रति उपलब्ध करा दी गई है जिससे अवैध कब्जे दार यदि पट्टेदार की भूमि पर दोबारा अवैध कब्जा करता है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाएगी।

अमीरों के बच्चे भी कुपोषण के शिकार हैं


मुजफ्फरनगर । कुपोषण ऐसी समस्या है जिसे लोग अभी तक समझ ही नहीं पाए हैं। यह केवल गरीब और सामाजिक तौर पर वंचित वर्ग में ही नहीं होती है। पढ़े लिखे और समृद्ध परिवारों के बच्चे भी कुपोषण का शिकार होते हैं।

यह बातें डॉ. एम.एस फौजदार, जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने सेंटर फॉर एडवोकेसी एण्ड रिसर्च द्वारा बुधवार को शहर के एक होटल में आयोजित पोषण पर मीडिया संवेदीकरण कार्यशाला के दौरान कहीं। उन्होंने बताया संतुलित आहार से कुपोषण से बचा जा सकता है, लेकिन समुदाय को मालूम ही नहीं है संतुलित और पोषक आहार होता क्या है। उनके अनुसार फास्ट फूड और मोबाइल फोन के कारण बच्चे आहार और धूप से मिलने वाली शक्ति से वंचित हो रहे हैं।

डॉ. फौजदार ने कहा घर का बना खाना, मौसमी फल और सब्जियां स्वास्थ्य के लिए सबसे बेहतर होते हैं। उन्होंने कहा कुपोषण से बचाव के लिए सरकारी कई कार्यक्रम चला रही है। इन कार्यक्रमों को समुदाय तक पहुँचाने में मीडिया अहम कड़ी है और कार्यक्रम का क्रियान्वयन तभी सफल होगा जब लाभार्थी तक उसकी जानकारी पहुंचेगी।

डॉ प्रशांत कुमार, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा दस्त जैसी बीमारी भी स्वस्थ बच्चों को कुपोषित कर सकती है। इसीलिए स्तनपान और टीकाकरण भी बच्चे के लिए जरूरी है।      

 जिला कार्यक्रम अधिकारी राजेश गौड़ ने कहा बचपन सेहत की आधारशिला होती है और बचपन की शुरुआत उसी दिन से हो जाती है जिस दिन मां के गर्भ में बच्चा आता है। इसीलिए शुरुआती 1000 दिन बहुत महत्वपूर्ण माने जाते हैं, इनमें मां के गर्भ के 270 दिन और जन्म के बाद के 730 दिन आते हैं। सुपोषण की शुरुआत भी गर्भधारण के साथ ही करनी होती है। आंगनबाड़ी केंद्रों पर हर माह मनाया जाने वाला कार्यक्रम गोदभराई दिवस इस सोच को जन समुदाय तक पहुंचाने का प्रयास है।

बाल विकास परियोजना अधिकारी (सीडीपीओ) संतोष शर्मा ने स्तनपान की महत्ता बताई। उन्होंने कहा शिशु को पहले छह माह केवल स्तनपान कराएं। पानी भी न दें। उन्होंने कहा जन्म के समय यदि बच्चे का वजन कम भी हो और उसे छह माह तक केवल स्तनपान ही कराया जाए तो भी छह माह बाद उसका वजन सामान्य हो जाता है। बाजार में बच्चों का वजन बढ़ाने के लिए तमाम उत्पाद बिक रहे हैं लेकिन इसमें कोई दो राय नहीं कि शिशु के लिए मां के दूध के मुकाबले कुछ भी बेहतर नहीं हो सकता। सीडीपीओ राहुल गुप्ता ने पोषण पर जागरूकता के लिए जनभागीदारी और संवाद पर बल दिया।

पोषण पुनर्वास केंद्र (एनआरसी)  की प्रभारी डा. आरती नंदवार ने पोषण पुनर्वास केंद्र के कार्यों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया जनपद में एनआरसी में 15 बिस्तर हैं। यहां 14 दिन तक सैम (तीव्र अतिगंभीर कुपोषित) बच्चों को भर्ती रखकर उनका उपचार किया जाता है।

फैशन स्पलैश में कोरोना को भगाने की थीम पर जमे परिधानों के रंग





मुजफ्फरनगर । श्रीराम ग्रुप ऑफ कॉलेजेज में ललित कला विभाग द्वारा आयोजित दो दिवसीय फैशन स्पलैश 2021 के दूसरे एवं अंतिम दिन मॉडल्स एवं कॉलेज के विद्यार्थियों ने आज के कार्यक्रम की थीम “कोरोना को भगाना है“ पर कोरोना काल के दौरान कोरोना वॉरियर्स द्वारा अपने-अपने क्षेत्रों में निभाई गई अतुलनिय भूमिका को समर्पित कैट वॉक की गई जिसमें अलग-अलग क्षेत्र के कोरोना वारियर्स के परिधानों को ललित कला विभाग के विद्यार्थियों द्वारा डिजाईन एवं निर्मित परिधानों को धारण कर रैंप पर कैट वॉक करते हुए कोरोना काल में जहॉं कोरोना वॉरियर्स की भूमिका एवं योगदान को प्रस्तुत किया वहीं कोरोना से बचाच संबंधित सरकार एवं प्रशासन की नीति निर्देशों का पालन करने के लिये आम लोगो को प्रेरित भी किया। 

 आज के कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य कोरोना के प्रति लोगों को जागरूक करना रहा। डिजाइनर और मॉडल्स ने अपने परिधानों के माध्यम से कोरोना से डरना नहीं बल्कि भगाने का संदेश दिया।

कार्यक्रम के दूसरे दिन का शुभारंभ अतिथियों कंचन प्रभा शुक्ला प्राचार्या जैन कन्या इंटर कॉलेज, कुसुमलता प्राचार्या आर्य कन्या इंटर कॉलेज, बीना शर्मा समाजसेवी, अनु बाटला, प्रियंका बाटला, रूकैया जैदी, अंशु पुरी, रीना अग्रवाल, सोनिया लुथला, चारू गुप्ता, लावण्या अरोरा, दीपा सैनी, और श्रीराम ग्रुप ऑफ कॉलेजेज़ के चेयरमैन डा0 एस0सी0 कुलश्रेष्ठ, द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर किया गया। 

भारतीय संस्कृति का पालन करते हुए फैशन स्पलैश 2021 की शुरूआत गणेश वंदना कर की गई। आज आयोजित हुए दो दिवसीय फैशन स्पलैश में मुख्य आकर्षण का केंद्र कार्यक्रम का थीम आधारित राउंड रहा जिसमें मॉडल्स जब कोरोना वॉरियर्स की भूमिका में रैंप पर पहुंचे तो पूरा रैंप तालियों एवं दर्शकों की वाहवाही से गूंज उठा।

कार्यक्रम का अगला राउंड किड्स का रहा। जिसमें नन्हे-मुन्हे बच्चों ने डिजाइनर ड्रेस पहनकर रैंप पर सुपर कैटवॉक कर सभागार में मौजूद दर्शकों के मन को मोह लिया।

इसके पश्चात् अगला राउंड गाऊन (सिंगल) का रहा। जिसमें फिमेल मॉडल्स ने रैंप वॉक करते हुए अपने आत्मविश्वास का परिचय दिया।

इसी कड़ी में अगला राउंड फॉर्मल (मेल) वियर का रहा फॉर्मल परिधानों को पहनकर जब मॉडल्स रैंप पर कैट वॉक करने उतरे तो दर्शकों ने उनकी प्रतिभा और आत्मविश्वास को तालियों से सराहा।

तत्पश्चात् अगला राउंड साड़ी का रहा। जिसमें डिजाइनर्स ने अपनी रचनात्मकता का प्रदर्शन करते हुए देश के विभिन्न राज्यों की संस्कृति को मॉडल्स के माध्यम से रैंप पर एक साथ उतार दिया।

इसी श्रृंखला में अगला राउंड पारंपरिक थीम पर आधारित परिधानों का रहा। इस राउंड में मेल मॉडल्स ने पारंपरिक परिधानों के माध्यम से देश की परंपरा को अपने में समेटकर रैंप पर कैटवॉक करते हुए दर्शकों के मन को मोह लिया।

अगला राउंड पश्चिमी सभ्यता पर आधारित परिधानों का रहा। इस राउंड में अनेक कलात्मक शैलियों एवं पश्चिमी सभ्यता का सकारात्मक रूप और अद्भूत समन्वय देखने को मिला। 

इसी क्रम में अगला राउंड “बीच वियर“ का रहा जिसमें डिजाइनर्स द्वारा तैयार परिधानों के माध्यम से उनकी रचनात्मकता और कलात्मकता देखने को मिली।

इसके पश्चात् लहंगे राउंड में लहंगों के डिजाईन और फिमेल मॉडल्स के आत्मविश्वास ने पूरे सभागार को अपनी ओर आकर्षित कर लिया।

अगले गाऊन कपल राउंड में फिमेल मॉडल्स ने अन्य मॉडल्स के साथ अपना तालमेल बिठाते हुए अपने हुनर को प्रदर्शित किया।

यह राउंड दो भागों में विभाजित रहा। डिजाइनर्स द्वारा तैयार लहंगों को पहनकर एक बार फीमेल मॉडल्स ने रैंप पर कैट वॉक की और एक बार मेल मॉडल्स के साथ अपना तालमेल बिठाते हुए अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।

कार्यक्रम के अंतिम दिन प्रदर्शित किए गए अलग-अलग थीम्स पर आधारित परिधानों के आधार पर मॉडल्स को अवार्ड दिया गया। साडी लाउंड में श्रुति ने प्रथम सिमरन ने द्वितीय और कनिष्का ने तृतीय पुरूस्कार प्राप्त किया। ग्राऊन युगल ग्रुप-ए में राजन और प्रियांशी ने प्रथम मारूफ और प्रियांशु ने द्वितीय शिवम और दीपिका ने तृतीय पुरूस्कार प्राप्त किया। वही ग्रुप-बी में शिवानी और शाहआलम ने प्रथम, शहबाना और विशाल ने द्वितीय तथा हसन और अरिसा ने तृतीय पुरूस्कार प्राप्त किया तथा लहंगा एकल ग्रुप में बुशरा ने प्रथम, कोमल ने द्वितीय तथा सुमैया ने तृतीय पुरूस्कार प्राप्त किया। वेर्स्टन ग्रुप में सलोनी ने प्रथम, विदुशी ने द्वितीय तथा सीमा ने तृतीय पुरूस्कार प्राप्त किया। वही बीच वेयर में फिराज ने प्रथम शाकिब और मोहशीन ने संयुक्त रूप से द्वितीय तथा अमन अब्बासी ने तृतीय पुरूस्कार प्राप्त किया। फॉर्मल वियर मेल की कैटेगरी अब्बुजार ने प्रथम तुषार ने द्वितीय तथा मौ0 शाकिब ने तृतीय पुरूस्कार प्राप्त किया। 

इस अवसर पर श्रीराम कॉलेज कॉर्डिनेटर डा0 प्रेरणा मित्तल ने अपने संबोधन में बोलते हुए कहा कि आज श्रीराम ग्रुप ऑफ कॉलेजेज़ द्वारा प्रशासन द्वारा जारी की गई कोरोना से संबंधित गाइडलान्स एवं सोशल डिस्टेसिंग का पालन करते हुए दो दिवसीय फैशन स्पलैश 2021 का सफलतापूर्वक समापन किया गया। उन्होंने आगे कहा कि श्रीराम ग्रुप ऑफ कॉलेजेज़ हमेशा विद्यार्थियों की रचनात्मकता और कौशल को बढ़ावा देने के लिए ऐसे मंच उपलब्ध कराता रहता है। जिससे न सिर्फ विद्यार्थियों का आत्मविश्वास बढ़े अपितु उसकी प्रतिभा को एक नई पहचान मिले।

कार्यक्रम में श्रीराम गर्ल्स कॉलेज के निदेशक डा0 मनोज धीमान ने  सभी प्रतिभागी डिजाइनर्स एवं मॉडल्स को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि हार-जीत से डरकर कभी रूकना नहीं चाहिए। जब तक गिरेंगे नहीं तब तक उठकर सही तरह से चलना कैसे सीखेंगे। हार से डरकर रूकने की बजाए अपनी कमियों को दूर कर फिर से प्रयास करेंगे तो सफलता निश्चित ही मिलेगी। उन्होंने आगे कहा कि हमें किसी व्यक्ति विशेष के दबाव में न आकर अपने मन की बात सुनकर ही अपने लक्ष्य का चुनाव करना चाहिए। कार्यक्रम का सफल संचालन मौहम्मद शहज़ाद गौर, फरहा मलिक और खिज़ार खान द्वारा किया गया।

कार्यक्रम को सफल बनाने में श्रीराम कॉलेज के निदेशक डा0 आदित्य गौतम, श्रीराम ग्रुप ऑफ कॉलेजेज़ के निदेशक डा0 आलोक गुप्ता, श्रीराम कॉलेज के डीन डा0 विनीत शर्मा, ललित कला विभाग की विभागाध्यक्ष डा0 रूपल मलिक, रीना त्यागी, बिन्नू पूण्डीर, रजनीकांत, अन्नू नायक, हिमांशी, हिमांशु गौतम और मयंक सैनी आदि का महत्वपूर्ण योगदान रहा।



पवन अग्रवाल

मुजफ्फरनगर

स्वायत्त शासन कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष बने गोपाल त्यागी


मुजफ्फरनगर । स्वायत्त शासन कर्मचारी महासंघ पंजीकृत उत्तर प्रदेश शाखा नगर पालिका परिषद मुजफ्फरनगर का आज पालिका सभागार में  मोतीराम एवं  मेनपाल सिंह निर्वाचन अधिकारी के पर्यवेक्षण में निर्वाचन संपन्न हुआ जिसमें सर्वसम्मति से गोपाल त्यागी को पुनः महासंघ का अध्यक्ष एवं  तनवीर आलम को सर्वसम्मति से महामंत्री निर्वाचित किया गया इस अवसर पर पालिका के समस्त कर्मचारी जिसमें सर्वश्री राजीव वर्मा राजेश्वर शर्मा फिरोज खान गगन महिंद्रा मनोज पाल अशोक धींगरा मनोज बालियान गोपीचंद वर्मा कैलाश नारायण मोहम्मद इरशाद प्रवीण कुमार संदीप यादव निपुण कनौजिया शोभित संगल गोविंद राम जोशी सोनू मित्तल संतोष देवी के साथ-साथ सफाई कर्मचारी संघ के महामंत्री श्री सोनू मचल अवनीश कुमार राजेश कुमार आदि समस्त पालिका कर्मी मौजूद रहे l

मोरना के ब्लॉक प्रमुख समेत तीन लोगों को कोर्ट ने जेल भेजा


मुजफ्फरनगर।  खतौली स्थित शराब के ठेके पर हुई वारदात के मामले की सुनवाई करते हुए गैंगस्टर कोर्ट के न्यायधीश ने अदालत में पेश हुए मोरना के ब्लॉक प्रमुख समेत तीन लोगों को जेल भेज दिया है, जबकि इस मामले में सुशील मूंछ व नेपाल के एक अन्य व्यक्ति को वांछित घोषित कर दिया गया है। 

बुधवार को जनपद न्यायालय में गैंगस्टर कोर्ट के न्यायाधीश राधेश्याम यादव की अदालत में खतौली के एक शराब के ठेके पर काफी समय पहले हुई वारदात के मामले की सुनवाई हुई। इस मामले में गैंगस्टर की धाराएं लगाई गई थी। मोरना के ब्लाक प्रमुख अनिल राठी समेत बुधवार को तीन आरोपी अदालत के सम्मुख पेश हुए थे। जिन्हें नअदालत की ओर से आज जेल भेज दिया गया है। अब इनकी नजमानत पर अदालत की ओर से बृहस्पतिवार को सुनवाई की जाएगी। गैंगस्टर एक्ट की धारा दो/ तीन के तहत मोरना के ब्लाक प्रमुख अनिल राठी पुत्र बृजपाल सिंह निवासी करहेड़ा थाना भोपा और ब्लाक प्रमुख के ही गांव के पूर्व ब्लाक प्रमुख ब्रह्मपाल राठी पुत्र भगवान सहाय, राजीव राठी पुत्र सोहनवीर सिंह को अदालत ने मामले की सुनवाई के दौरान एक पुराने मामले में आज जेल भेज दिया है। जबकि जनपद के थाना रतनपुरी क्षेत्र के गांव मथेडी निवासी सूचीबद्ध माफिया सरगना सुशील मूंछ और एक नेपाल के एक अन्य व्यक्ति को अदालत नद्वारा वांछित घोषित कर दिया गया है। उल्लेखनीय है कि खतौली स्थित शराब के ठेके पर हुई वारदात के इस मामले में उदयवीर सिंह और सुनील पहले से ही जेल में बंद है जबकि इस मामले में एक अन्य राजेंद्र ने पूर्व में ही अपनी जमानत करवा ली थी। जेल भेजे गये मोरना ब्लाक प्रमुख अनिल राठी समेत तीनों आरोपियों की जमानत याचिका पर अब बृहस्पतिवार को सुनवाई होगी ।

अमित शाह से मिलने पहुंचे कैप्टन अमरिंदर सिंह


नयी दिल्ली. पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह, केंद्रीय मंत्री अमित शाह से मिलने के लिए पहुंचे हैं. अटकलें लगाई जा रही हैं अमरिंदर सिंह, अमित शाह के मुलाकात के बाद बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. हालांकि शाह से मुलाकात से पहले कैप्टन अमरिंदर सिंह के मीडिया एडवाइज़र ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि कैप्टन अमरिंदर के दिल्ली दौरे पर बहुत कुछ कहा जा रहा है. वह एक निजी दौरे पर हैं, जहां वह अपने कुछ दोस्तों से मिलेंगे और कपूरथला हाउस को खाली करेंगे. किसी तरह का कयास नहीं लगाया जाना चाहिए.

इसी महीने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू संग चले लंबे विवाद के बाद अमरिंदर सिंह ने पंजाब के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद कांग्रेस ने चरणजीत सिंह चन्नी को पंजाब का सीएम बनाया है. सीएम पद के बाद अब हो सकता है कि अमरिंदर सिंह कांग्रेस भी छोड़ दें.

मुजफ्फरनगर दंगे के जिम्मेदार आजम नहीं अखिलेश : ओवैसी


नई दिल्ली। ऑल इंडिया इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी का कहना है कि मुजफ्फरनगर दंगों के लिए जिम्मेदार आजम खान नहीं बल्कि अखिलेश यादव हैं। उन्होंने कहा कि इतना बड़ा दंगा था कि आजादी के बाद पहली बार 40000 लोग बेघर हुए। 

एक टीवी चैनल के साथ बातचीत के दौरान ओवैसी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में मुसलमानों के तुष्टीकरण की बात गलत है। उनका राजनीतिक इस्तेमाल किया गया है। ओवैसी ने कहा कि समाजवादी पार्टी सरकार में जो दंगा हुआ मुजफ्फरनगर में उसके जिम्मेदार आजम खान नहीं बल्कि अखिलेश यादव हैं। वो मुख्यमंत्री थे। देश की आजादी के बाद पहली बार ऐसा हुआ कि इतनी बड़ी संख्या में लोग अपने घरों से बेघर हो गए। अखिलेश सरकार ने कुछ नहीं किया। उनसे पूछा गया था कि आजम खां द्वारा दोषियों को छुड़ाने के कारण दंगे हुए। 

इस दिन नहीं बिकेगी शराब


मुजफ्फरनगर। जिला आबकारी अधिकारी उदय प्रकाश ने बताया कि उ0प्र0 आबकारी अनुज्ञापनो की बन्दी हेतु नियत दिवसो के अन्तर्गत 02 अक्टूबर महात्मा गांधी जयन्ती के अवसर पर जनपद मुजफ्फरनगर स्थित देशी शराब/विदेशी मदिरा/बियर/भांग/स्प्रिट आदि के थोक/ फुटकर बिक्रि के  समस्त अनुज्ञापन दिनांक 02.10.2021 (महात्मा गांधी जयन्ती) को बन्द रखे जायोगे। उक्त बन्दी के लिये अनुज्ञापियो को किसी प्रकार के प्रतिफल/अभिकर मे छूट आदि देय नही होगी।

उद्योगो की समस्याओं को सम्बंधित अधिकारी समय रहते निस्तारित करेंःजिलाधिकारी

 



मुजफ्फरनगर । जिलाधिकारी चन्द्र भूषण सिंह ने आज लोकवाणी कलेक्ट्रेट सभागार जिला उद्योग बन्धु समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि जनपद में उद्योगो को बढावा दिये जाने के लिये उन्हें सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाये। उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक नये उद्योगों की स्थापना की जाये। उन्होंने कहा कि मानक पूर्ण करने पर नये उद्योगो की स्थापना में सहयोग करें। उन्होने कहा कि नये उद्योगो की स्थापना से जहां एक और रोजगार के अवसर बढेगे वही क्षेत्र की आर्थिक समृद्धि भी होगी। 

उद्योग बंधु द्वारा बिजली की ट्रिपिंग की समस्या लाइनों के ऊपर लटके हुए पेड़ों एवं जर्जर तारों को बदलवाने का निवेदन किया गया पूर्ण। जिसमें जिलाधिकारी ने बिजली विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि जल्द से जल्द बिजली से संबंधित ट्रिपिंग अर्थ इन की समस्या को समाप्त किया जाए एवं रिवैंप योजना के अंतर्गत अंडरग्राउंड केबल बिछाने का कार्य भी शीघ्र ही शुरू किया जाए साथ ही वन विभाग के अधिकारी को निर्देशित किया कि बिजली की लाइनों के ऊपर से जाने वाले पेड़ों एवं पेड़ों की शाखाओं को शीघ्रता से कटवाए जाने का कार्य कराया जाए एवं जिला मुख्यालय स्तर पर फायर ब्रिगेड स्टेशन की स्थापना के लिए तहसीलदार सदर को भूखंड तलाशने हेतु निर्देशित किया। जिलाधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि वहलना चौक स्थित रोड का निर्माण कार्य भी शीघ्र ही कराया जाएगा उक्त बैठक में मुख्य विकास अधिकारी आलोक यादव अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व आलोक कुमार उपायुक्त जिला उद्योग केंद्र परमहंस मौर्य एवं अन्य विभाग के अधिकारियों के साथ उद्योग बंधु भी उपस्थित रहे।

किसान आंदोलन राकेश टिकैत नहीं बिचौलिये चला रहे हैं


 मुजफ्फरनगर । कृषि सुधार के कानूनों से किसानों को होने वाले लाभ के विषय में एक तथ्यात्मक विश्लेष्ण करते हुए पीजेंट वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक बालियान ने कहा कि मौजूदा किसान आंदोलन उन बिचौलियों की लॉबी चला रही है जो किसान को सीधे लाभ होते नहीं देखना चाहती। 

उन्होंने कृषि सुधार के कानूनों से किसानों को होने वाले लाभ के विषय में केन्द्रीय कृषि मंत्री श्री नरेंद्र तोमर, केन्द्रीय पशुपालन मंत्री डॉ संजीव बालियान, भारत कृषक समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ कृष्णवीर चौधरी, कानून को समझने वाले किसानों के साथ वार्ता व् कृषि विशेषज्ञों की राय पर एक विश्लेष्ण किया। 


सवाल- केंद्र सरकार को कृषि सुधार के कानूनों की आवश्यकता क्यों पड़ी। 


उत्तर- देश में 90 के दशक में आर्थिक उदारीकरण (Economic liberalization) के बावजूद कृषि और संबन्धित अन्य क्षेत्रों में विकास की गति उस रफ्तार से नहीं बढ़ी, जिस रफ्तार से बढ़नी चाहिए थी और इससे कृषि क्षेत्र में असमानता देखने को मिली। बेहतर ढ़ाचागत बाजार (Infrastructure market) और खाद्य भंडारण (Food storage) की कमी से देश जूझ रहा था।

   वर्ष 2000 से लेकर कानून आने से पहले कृषि विशेषज्ञों की अनेकों समितियों ने इन सुधारों की सिफारिस की थी, इसलिए कृषि सुधार के कानूनों की आवश्यकता पड़ी।  


सवाल- कृषि सुधार के पहले "कृषि उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) कानून 2020” से किसानों का क्या सुविधा मिलेगी। 


उत्तर- "कृषि उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) कानून 2020” के अंतर्गत किसान राज्य कृषि उपज विपणन कानून के तहत मंडी परिसर के बाहर बिना कोई बाजार शुल्क या करों (Taxes) के अपनी उपज बेचने के लिए स्वतंत्र है। 

     कृषि सुधार बिल से पहले मंडियों में व्यापारियों और बिचैलियों (Middlemen) की मोनोपोली थी, मगर इन कानूनों के आने से किसान जिसे वे चाहे और जहां वे चाहते हैं, वहाँ अपनी उपज (Produce) बेचने की आजादी यह बिल देते है अर्थात अब किसान के पास उपज बेचने के लिए कई विकल्प (Option) खुले हैं, इससे किसानों को इससे उन्हें बेहतर कीमत मिलेगी। 


सवाल- कृषि सुधार के पहले "कृषि उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) कानून 2020” से किसानों का क्या लाभ होगा।


उत्तर- कृषि सुधार बिल से पहले उपज को एक बार मंडी में लाने पर किसान को जो भी कीमत मिलती है उसे ही स्वीकार करना पड़ता है, लेकिन अब किसान अपने खेत पर भी कीमत के लिए मोलभाव कर सकते हैं, इससे उन्हें बेहतर कीमत मिलेगी। 

    

   

कृषि सुधार बिल से पहले मंडी शुल्क, किसानों और उपभोक्ताओं द्वारा वहन किया जाने वाला कमीशन और अन्य शुल्क का भुगतान करना होता था, लेकिन अब कोई फीस नहीं, कोई कमीशन नहीं देना होगा, जिसका लाभ किसानों को मिलेगा।

   

    कृषि सुधार बिल से पहले कीमत में भिन्नता, असंगठित बाजार (Unorganized market), बिचैलियों की लंबी कतार हुआ करती थी, मगर अब कोई बीच में बिचैलियों के नही होने से उपभोक्ता के भुगतान में उत्पादक का बड़ा हिस्सा मिलेगा। किसान प्रत्यक्ष रूप से विपणन से जुड़ेगा। 


सवाल- क्या "कृषि उपज व्यापार और वाणिज्य् (संवर्धन और सुविधा) कानून 2020” कृषि उपज मंडी समिति/मंडियों के अधिकरों को कम करता है।


 उत्तर- "कृषि उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) कानून 2020” कृषि उपज मंडी समिति/मंडियों के अधिकरों को कम नहीं करता है बल्कि यह मंडियों के बाहर अतिरिक्त व्यापार की अनुमति देता है। 


सवाल- कृषि सुधार कानून “मूल्य आश्वासन और कृषि सेवाओं पर किसान (सशक्तीकरण और संरक्षण) समझौता कानून, 2020” से ग्रामीण युवा कृषको का क्या लाभ होगा।


उत्तर- कृषि सुधार बिल से पहले कृषक युवाओं के लिए कृषि उत्पादों या वस्तुओं (Agricultural products or commodities) का व्यापार करने का कोई अवसर नहीं था, लेकिन अब ग्रामीण युवा कृषको को किसान उत्पादक संगठन (Farmer Producer Organization) के माध्यम से भी व्यापार श्रृंखला (Business chain) चलाने का अवसर मिलेगा।

    कृषि सुधार कानून से पहले किसान अपनी कृषि उपज बिचैलियों को दरकिनार कर सीधे उपभोक्ताओं को नहीं बेच सकते थे, मगर अब बिचैलियों को छोड़कर अधिक मूल्य लेकर किसी को भी किसान अपनी कृषि उपज सीधे बेच सकते हैं।


सवाल- “मूल्य आश्वासन और कृषि सेवाओं पर किसान (सशक्तीकरण और संरक्षण) समझौता कानून, 2020” से छोटे भूमि धारकों का क्या लाभ होगा।


उत्तर- कृषि सुधार बिल से पहले छोटे भूमि धारकों (Small land holders) के पास आदानों और निर्यात बाजारों (Inputs and Export Markets) में सौदेबाजी की क्षमता (Bargaining power) नहीं होती, अब किसान उत्पादक संगठन (Farmer Producer Organization), छोटे किसानों को बेहतर सौदेबाजी (Bargaining) के लिए संगठित करने में मदद यह बिल करता है।

   देश में वर्तमान में बिचैलियों की लंबी श्रृंखला, फ़ूड चैन बाजार असंगठित होने और उपज की क्वालिटी पर ध्यान न देने के कारण कृषि उपज का निर्यात (Export) बहुत कम है। ये कानूनों किसानों की उपज की वैश्विक बाजारों में आपूर्ति के लिए जरूरी आपूर्ति चैन बनाने में मदद करेंगे, इससे किसानों को अधिक लाभ होगा।

    ये अधिनियम स्थानीय उपजिलाधिकारी (Deputy Collector) के स्तर पर कम खर्च में समयबद्ध तरीके से विवाद के समाधान को बढ़ावा देता है। विवाद के निर्णय से संतुष्ट न होने पर अपर कोर्ट होते हुए हाई कोर्ट व् सुप्रीमकोर्ट जा सकते है। 


सवाल- “मूल्य आश्वासन और कृषि सेवाओं पर किसान (सशक्तीकरण और संरक्षण) समझौता कानून, 2020” से किसानों को क्या लाभ होगा।


 

उत्तर- “मूल्य आश्वासन और कृषि सेवाओं पर किसान (सशक्तीकरण और संरक्षण) समझौता कानून, 2020” किसानों को थोक विक्रेताओं, बड़े खुदरा कारोबारियों, प्रसंस्करण उद्योग, निर्यातकों आदि के साथ जुड़ने में सक्षम बनाता है। 

    यह कानून किसान और बड़े खुदरा कारोबारियों, थोक विक्रेताओं, प्रसंस्करण उद्योग, निर्यातकों व् किसानों के बीच आपसी सहमती के आधार पर व् सर्वोत्तम मूल्य पर पहले से तय कीमतों पर कृषि उपज बेचने के समझौते करने की सुविधा प्रदान करता है। 


सवाल- “आवश्यकक वस्तुध (संशोधन) कानून 2020” के जरिए अनाज, दलहन, तिलहन, खाद्य तेलों, प्यापज और आलू जैसी वस्तुतओं को आवश्यक वस्तुओं की सूची से बाहर करने से किसानों को क्या लाभ होगा। 


उत्तर- “आवश्यकक वस्तु (संशोधन) कानून 2020” के जरिए अनाज, दलहन, तिलहन, खाद्य तेलों, प्यारज और आलू जैसी वस्तुवओं को आवश्युक वस्तुधओं की सूची से बाहर कर कर दिया गया है। अब किसान या बड़े खुदरा कारोबारियों, थोक विक्रेताओं, प्रसंस्करण उद्योग, निर्यातकों भी अपनी योजना के मुताबिक इसका भंडारण और बिक्री कर सकता है। यह कृषि क्षेत्र में आमूलचूल बदलाव लाने और किसानों की आय बढ़ाने की दिशा में एक दूरदर्शी कदम है।

    देश में कोल्ड स्टोरेज, प्रसंस्करण और निर्यात में निवेश के अभाव में किसान अपनी उपज के उचित मूल्य पाने में असमर्थ रहे हैं, क्योंकि आवश्यक वस्तु अधिनियम की लटकती तलवार के कारण उनकी उद्यमशीलता हतोत्सासहित हो जाती है। ऐसे में जब भी शीघ्र नष्ट हो जाने वाली कृषि उपज की बंपर पैदावार होती है, तो किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ता है। 

    इस कानून के बाद देश में उत्पाादन, भंडारण, ढुलाई, वितरण और आपूर्ति करने की आजादी से व्यापक स्तर पर उत्पादन करना संभव हो जाएगा और इसके साथ ही कृषि क्षेत्र में निजी/प्रत्यमक्ष विदेशी निवेश को आकर्षित किया जा सकेगा। इससे कोल्ड स्टोरेज में निवेश बढ़ाने और खाद्य आपूर्ति श्रृंखला (सप्लाई चेन) के आधुनिकीकरण में मदद मिलेगी। इन सबका लाभ सबसे अधिक किसानों को ही मिलेगा 


सवाल- “आवश्यपक वस्तुच अधिनियम संशोधन कानून 2020” से उपभोक्ताओं को क्या लाभ होगा।


उत्तर- “आवश्यपक वस्तु अधिनियम संशोधन कानून 2020” के तहत उपभोक्तओं के हितों की रक्षा के लिए यह व्यवस्था भी की गई है कि अकाल, युद्ध, कीमतों में अभूतपूर्व वृद्धि और प्राकृतिक आपदा जैसी परिस्थितियों में इन कृषि उपजों की कीमतों को नियंत्रित किया जा सकता है। 


सवाल- क्या किसान संगठन और विपक्षी दल किसानों को यह कहकर गुमराह रहे हैं।  


उत्तर- किसान संगठन और विपक्षी दल किसानों को यह कहकर गुमराह रहे हैं कि इन बिलों की आड़ में सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य की व्यवस्था खत्म करने की दिशा में काम कर रही है। सरकार निजी कंपनियों को लाभ देने और किसानों को भूमिहीन करने की नीयत से ये बिल लायी है। तथा कृषि सुधार के कानून लागू होने से किसान और उसकी उपज पर प्राइवेट कंपनियों का कब्जा हो जाएगा और सारा फायदा बड़ी कंपनियों को मिलेगा। 

   असल में ये कानून किसानों की बजाय बिचैलियों के लिए नुकसानदायक हैं, हरियाणा और पंजाब में आढ़तियों यानी बिचैलियों का दबदबा जगजाहिर है, इसलिये विपक्ष, किसान संगठन और हरियाणा और पंजाब के बिचैलियों की मजबूत लाबी किसानों की आड़ में इन कृषि सुधारों के कानूनों के विरोध का माहौल तैयार किया है। 

   संयुक्त किसान मोर्चे व् विपक्षी दलों द्वारा यह भी मिथक (भ्रम) पैदा किया जा रहा है कि कृषि सुधार कानून से किसानों को फायदा नहीं होगा, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का इन कानूनों को लाना एक ऐतिहासिक निर्णय हैं, जो किसानों की मदद करने के साथ-साथ कृषि क्षेत्र में आमूलचूल बदलाव लाने में भी काफी मददगार साबित होंगे। 

    केंद्र सरकार एमएसपी की वर्तमान व्यवस्था को और सुदृढ़ बनाने का लगातार प्रयास कर रही है और पहले से अधिक कृषि उपज खरीद रही है।

मुजफ्फरनगर से कम से कम दो चेहरों समेत डेढ सौ टिकट काटेगी भाजपा

 


लखनऊ। प्रदेश में एक बार फिर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सरकार बनाने के लिए भाजपा ने विधानसभा चुनाव के टिकट वितरण में खराब रिपोर्ट कार्ड वाले कई मौजूदा विधायकों पर गाज गिरने वाली है। पार्टी के फार्मूले के अनुसार टिकट वितरण हुआ तो विधानसभा चुनाव-2022 में 150 से अधिक उम्मीदवार बदल जाएंगे। इनमें 2017 में चुनाव जीते और हारे उम्मीदवार भी शामिल है। मुजफ्फरनगर से कम से कम दो चेहरों का टिकट काटे जाने को लेकर तमाम चर्चाएं हैं।

जीत के लिए पार्टी तमाम हथकंडे अपनाएगी। ऐसे में साढ़े चार वर्ष तक संगठन व सरकार की गतिविधियों में निष्क्रिय रहने वाले विधायकों का टिकट कटेगा। वहीं, साढ़े चार वर्ष में समय-समय पर अनर्गल बयानबाजी कर संगठन व सरकार को कठघरे में खड़ा करने वाले विधायकों पर भी गाज गिरेगी। 70 वर्ष की उम्र पार कर चुके, विभिन्न प्रकार की गंभीर बीमारी से जूझ रहे विधायकों का टिकट भी कटेगा।

पार्टी का मानना है कि जिन विधायकों से स्थानीय जनता, कार्यकर्ता, संगठन पदाधिकारी नाराज है उनकी जगह नए चेहरे को मौका देने से फायदा होगा। साथ ही जिन विधायकों पर समय-समय पर अलग-अलग तरह के आरोप लगते रहे हैं उन विधायकों को भी टिकट देने से पार्टी परहेज करेगी। विधानसभा चुनाव 2017 में ज्यादा अंतर से हारे उम्मीदवारों को भी पुन मैदान में उतारने का जोखिम मोल लेने से पार्टी बचेगी।

भारतीय किसान यूनियन का जिला अस्पताल पर कब्जा, जमकर हंगामा स्टाफ से बदतमीजी





 मुजफ्फरनगर। भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों ने आज जिला अस्पताल में भ्रष्टाचार को लेकर तालाबंदी की, साथ ही भारतीय किसान यूनियन तोमर के कार्यकर्ताओं द्वारा वहां मौजूद मेडिकल स्टाफ से बदतमीजी की गई। जिला अस्पताल के कर्मचारियों एवं चिकित्सकों द्वारा इसका विरोध किया गया और जिला अस्पताल का मेन गेट बंद कर दिया गया। 

शहर कोतवाली के अंतर्गत जिला अस्पताल में आज भारतीय किसान यूनियन तोमर के दर्जनों पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने सरकारी अस्पताल में चल रहे भ्रष्टाचार को लेकर जबरदस्त हंगामा एवँ प्रदर्शन किया गया। ब्लॉक अध्यक्ष नितिन चौधरी ने कहा कि हम जिला अस्पताल प्रशासन को 15 दिन का समय देते हैं भ्रष्टाचार को खत्म कर दे नहीं तो 15 दिन बाद सीएमओ ऑफिस पर ताला डाल दिया जाएगा भारतीय किसान यूनियन तोमर के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने सीएमएस व सीएमओ मुर्दाबाद के नारे भी लगाए।

बुधवार किसके लिए लाया उपहार : पंचांग और राशिफल

 


आज का पंचांग

शक संवत् 1943, आश्विनी, कृष्ण अष्टमी, बुधवार, विक्रम संवत् 2078। सौर आश्विन मास प्रविष्टे 14, सफ़र 21, 29 सितम्बर 2021 ई०। सूर्य दक्षिणायण, उत्तर गोल, शरद् ऋतु।

*अष्टमी तिथि* रात्रि 08 बजकर 30 मिनट तक उपरांत नवमी तिथि का आरंभ,

*आर्द्रा नक्षत्र* रात्रि 11 बजकर 26 मिनट तक उपरांत पुनर्वसु नक्षत्र का आरंभ।

*वरीयान योग* सायं 06 बजकर 34 मिनट तक उपरांत परिधि योग का आरंभ।

*बालव करण* प्रातः 07 बजकर 24 मिनट तक उपरांत तैतिल करण का आरंभ।

*चंद्रमा* दिन रात मिथुन राशि पर संचार करेगा।

*आज के व्रत त्योहार*  जीवित्पुत्रिका व्रत, अष्टमी का श्राद्ध।

*सूर्योदय* सुबह 06 बजकर 13 मिनट पर।

*सूर्यास्त* शाम 06 बजकर 09 मिनट पर।

*राहुकाल* दोपहर 12 बजे से 01 बजकर 30 मिनट तक।

*आज के उपाय* गाय को हरा चारा खिलाएं, दुर्गा चालीसा का पाठ करें।

राशिफल-

मेष-किया गया पुरुषार्थ सार्थक होगा। रोजी-रोजगार में तरक्‍की करेंगे। अपनों की सहायता से आपके बिगड़े काम भी बन जाएंगे। स्‍वास्‍थ्‍य मध्‍यम, प्रेम मध्‍यम, व्‍यापारिक दृष्टिकोण से आप सही चल रहे हैं। हरी वस्‍तु का दान करें।

वृषभ-आर्थिक मामले सुलझेंगे। रोजी-रोजगार में तरक्‍की करेंगे। रुपए-पैसे का आवक बढ़ेगा। लेकिन यदि कहीं लेनदेन करते हैं तो नुकसान भी हो सकता है। स्‍वास्‍थ्‍य ठीक है। प्रेम बढ़िया और व्‍यापार मध्‍यम दिख रहा है। हरी वस्‍तु पास रखें।

मिथुन-बहुत अच्‍छी स्थिति है। सकारात्‍मक उर्जा का संचार हो रहा है। आप आगे बढ़ रहे हैं। स्‍वास्‍थ्‍य अच्‍छा है। प्रेम और व्‍यापार की स्थिति बहुत अच्‍छी है। बच्‍चों की सेहत पर ध्‍यान दें। गणेश जी की वंदना करें।

कर्क-मन परेशान रहेगा। थोड़ा चिंतित रह सकते है। स्‍वास्‍थ्‍य मध्‍यम रहेगा क्‍योंकि उर्जा की कमी महसूस कर सकते हैं। प्रेम और व्‍यापार की स्थिति अच्‍छी रहेगी। भगवान शिव की अराधना करते रहें।

सिंह-आर्थिक मामले सुलझेंगे। शुभ समाचार की प्राप्ति होगी। रुका हुआ धन वापस मिलेगा। कुछ नए स्रोत से भी पैसे आते रहेंगे। स्‍वास्‍थ्‍य अच्‍छा है। प्रेम मध्‍यम है। व्‍यापार बहुत बढ़िया है। भगवान विष्‍णु की अराधना करें। पीली वस्‍तु पास रखें।

कन्‍या-रोजी-रोजगार में तरक्‍की करेंगे। अच्‍छी स्थिति दिख रही है आपकी। स्‍वास्‍थ्‍य मध्‍यम है। प्रेम और व्‍यापार की स्थिति अच्‍छी है। गणेश जी की वंदना करें।

तुला-जोखिम से उबर चुके हैं। कुछ अच्‍छी शुरुआत हो सकती है। स्‍वास्‍थ्‍य बहुत बढ़िया, प्रेम और व्‍यापार की स्थिति भी अच्‍छी कही जाएगी।

वृश्चिक-जोखिम भरा समय है। स्‍वास्‍थ्‍य पर ध्‍यान दें। प्रेम और व्‍यापार की स्थिति मध्‍यम दिख रही है। वाहन चलाते समय सावधानी बरतें। हरी वस्‍तु का दान करें।

धनु-रोजी-रोजगार में तरक्‍की करेंगे। व्‍यापारिक लाभ होगा। नौकरी में अच्‍छी स्थिति बनेगी। प्रेमी-प्रेमिका की मुलाकात संभव है। जीवनसाथी का सानिध्‍य मिलेगा। स्‍वाथ्‍स्‍य मध्‍यम, प्रेम और व्‍यापार की स्थिति काफी अच्‍छी है। हरी वस्‍तु का दान करें।

मकर-शत्रुओं पर भारी पड़ेंगे। रुका हुआ काम चल पड़ेगा। स्‍वास्‍थ्‍य थोड़ा डिस्‍टर्बिंग रहेगा लेकिन प्रेम और व्‍यापार की स्थिति काफी अच्‍छी रहेगी। गणेश जी की वंदना करें।

कुंभ-भावनाओं में बहकर कोई निर्णय न लें। बच्‍चों की सेहत पर ध्‍यान दें। आपका स्‍वास्‍थ्‍य ठीक रहेगा लेकिन थोड़ा भावनात्‍मक रूप से परेशान रहेंगे। व्‍यापार अच्‍छी चलेगा। हरी वस्‍तु पास रखें।

मीन-रोजी-रोजगार में तरक्‍की करेंगे लेकिन गृहकलह के शिकार हो सकते हैं। भौतिक सुख संपदा में वृद्धि होगी। स्‍वास्‍थ्‍य मध्‍यम, प्रेम की स्थिति काफी अच्‍छी है। व्‍यापारिक दृष्टिकोण से भी अच्‍छे बने रहेंगे। हरी वस्‍तु का दान करें। भगवान गणेश की अराधना करें।

मंगलवार, 28 सितंबर 2021

खेल खत्म पैसा हजम: डलेगा रामपुर गेट डलावघर पर कूड़ा


 मुजफ्फरनगर । रुड़की रोड पर बंद डलावघर को लेकर मामला गरमाने के बाद नगर पालिका ईओ हेमराज सिंह ने बताया कि रूडकी रोड स्थित डलावघर को नगर पालिका और जिला प्रशासन ने बंद नहीं किया है। बंद किए गए डलावघर को बुधवार से शुरू किया जा रहा है। इस डलावघर पर कूडा डाला जाएगा। जो भी व्यक्ति कूडा डालने का विरोध करेगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।

रामपुरी गेट के समीप बेशकीमती जमीन के आगे बने  नगर पालिका के डलावघर को कुछ लोगों ने बंद कर दिया। इस डलावघर के बंद होने पर नगर पालिका ने भी कोई कार्रवाई नहीं की। लेकिन सफाई कर्मचारी संंघ ने डलावघर बंद होने के विरोध में सात वार्डों में हडताल की हुई है। डलावघर को अवैध रूप से बंद करने में नगर पालिका के कुछ अधिकारी और भाजपा के कुछ नेताओं की भी भूमिका संदिग्ध बनी हुई है। डलावघर को बंद हुए कई दिन हो गए, लेकिन पालिका ने डलावघर को बंद करने वाले लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। इस मामले में जिला प्रशासन ने कडी नाराजगी जताई है। जिला प्रशासन की नाराजगी के बाद नगर पालिका हरकत में आयी है। अब इस बंद डलावघर को चालू करने की नगर पालिका ने तैयारी शुरू कर दी है। बुधवार से नगर पालिका यहां पर कूडा डालने जा रही है।

बस इत्ती सी सावधानी बचाएगी गंभीर खतरे से


किडनी की बीमारी समस्या बन रही है। इसके इस खतरे से कैसे बचा जा सकता है। यह जानिए-

*तो यहाँ किडनी रोग के शीर्ष 6 कारण हैं:*

1. शौचालय जाने में देरी करना। अपने मूत्राशय में अपने मूत्र को बहुत देर तक रखना एक बुरा विचार है। एक भरा हुआ मूत्राशय मूत्राशय को नुकसान पहुंचा सकता है। मूत्राशय में रहने वाला मूत्र बैक्टीरिया को जल्दी से गुणा करता है। एक बार जब मूत्र मूत्रवाहिनी और गुर्दे में वापस आ जाता है, तो विषाक्त पदार्थ गुर्दे में संक्रमण, फिर मूत्र पथ के संक्रमण, और फिर नेफ्रैटिस और यहां तक ​​कि यूरीमिया का कारण बन सकते हैं। जब प्रकृति बुलाती है - जितनी जल्दी हो सके करो।

2. ज्यादा नमक खाना। आपको रोजाना 5.8 ग्राम से ज्यादा नमक नहीं खाना चाहिए।

3. बहुत अधिक मांस खाना। आपके आहार में बहुत अधिक प्रोटीन आपके गुर्दे के लिए हानिकारक है। प्रोटीन पाचन अमोनिया पैदा करता है - एक विष जो आपके गुर्दे के लिए बहुत विनाशकारी है। अधिक मांस अधिक गुर्दे की क्षति के बराबर होता है।

4. बहुत ज्यादा कैफीन पीना। कैफीन कई सोडा और शीतल पेय का एक घटक है। इससे आपका ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है और आपकी किडनी खराब होने लगती है। इसलिए आपको रोजाना पीने वाले कोक की मात्रा कम कर देनी चाहिए।

5. पानी नहीं पीना। हमारे गुर्दे अपने कार्यों को अच्छी तरह से करने के लिए ठीक से हाइड्रेटेड होना चाहिए। यदि हम पर्याप्त मात्रा में नहीं पीते हैं, तो विषाक्त पदार्थ रक्त में जमा होना शुरू हो सकते हैं, क्योंकि गुर्दे के माध्यम से उन्हें निकालने के लिए पर्याप्त तरल पदार्थ नहीं होता है। रोजाना 10 गिलास से ज्यादा पानी पिएं। यह जांचने का एक आसान तरीका है कि क्या आप शराब पी रहे हैं

पर्याप्त पानी: अपने मूत्र के रंग को देखें; रंग जितना हल्का होगा, उतना अच्छा होगा।

6. देर से इलाज। अपनी सभी स्वास्थ्य समस्याओं का ठीक से इलाज करें और नियमित रूप से अपने स्वास्थ्य की जांच करवाएं। आइए अपनी मदद करें...भगवान इस साल आपको और आपके परिवार को हर बीमारी से बचाएंगे।

(३) इन गोलियों से बचें, ये बहुत खतरनाक हैं:

* डी-कोल्ड

* विक्स एक्शन-500

* ऐक्टिफेड 

* कोल्डारिन

* कोसोम

* नाइस 

* निमुलिड 

* सेट्रीजेट-डी

इनमें फेनिल प्रोपेनॉल-एमाइड, पीपीए होता है जो

स्ट्रोक का कारण बनता है और संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रतिबंधित है।

कृपया, हटाने से पहले, इसे पास करके अपने दोस्तों की मदद करें..! यह किसी की मदद कर सकता है। Fwd जितने आप कर सकते हैं।

संयुक्त राज्य अमेरिका में डॉक्टरों ने सिल्वर नाइट्रो ऑक्साइड के कारण मनुष्यों में नया कैंसर पाया है।

जब भी आप रिचार्ज कार्ड खरीदें, अपने नाखूनों से खरोंच न करें, क्योंकि इसमें सिल्वर नाइट्रो ऑक्साइड कोटिंग होती है और यह त्वचा के कैंसर का कारण बन सकता है।

इस संदेश को अपने प्रियजनों के साथ साझा करें।


*महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सुझाव:*

1. बाएं कान से फोन कॉल का जवाब दें।

2. अपनी दवा ठंडे पानी के साथ न लें....

3. शाम 5 बजे के बाद भारी भोजन न करें।

4. सुबह ज्यादा पानी पिएं, रात को कम।

5. सोने का सबसे अच्छा समय रात 10 बजे से सुबह 4 बजे तक है।

6. दवा लेने के बाद या खाने के तुरंत बाद न लेटें।

7. जब फोन की बैटरी लो टू लास्ट बार हो, तो फोन का जवाब न दें, क्योंकि रेडिएशन 1000 गुना ज्यादा तेज होता है।

क्या आप इसे उन लोगों को अग्रेषित कर सकते हैं जिनकी आप परवाह करते हैं?

स्वर्गीय श्री बी.पी. अग्रवाल की प्रथम पुण्य तिथि पर श्री मद भागवत कथा सप्ताह का आयोजन




 मुजफ्फरनगर । पटेल नगर नई मंडी में अग्रवाल परिवार द्वारा श्राद्ध पक्ष में अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए मद भागवत कथा का आयोजन कराया जा रहा है यह मद भागवत कथा 28 सितंबर से 4 अक्टूबर तक दोपहर 2:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक हुआ करेगी सभी धर्म प्रेमी मद भागवत कथा का आनंद उठाएं इसी कड़ी में आज मद भागवत कथा की शुरुआत के लिए कलश यात्रा का आयोजन अग्रवाल परिवार द्वारा किया गया। उनके पुत्र पंकज अग्रवाल और सभी सगे संबंधी भाईयों द्वारा कथा का आयोजन किया जा रहा है। 

प्रदेश में 5 पुलिस उपाधीक्षकों के तबादले


 लखनऊ । पुलिस मुख्यालय द्वारा 5 उपाधीक्षकों का स्थानांतरण किया गया है। अपर पुलिस महानिदेशक प्रशासन पी एस मीणा द्वारा जारी किए गए आदेशों में धीरेंद्र प्रताप सिंह को उन्नाव, अभिषेक कुमार सिंह को एटीएस लखनऊ, आलोक सिंह को एटीएस लखनऊ, कुलदीप तिवारी को एटीएस लखनऊ, उमेश चंद्र पांडे को पुलिस उपाधीक्षक इटावा के पद से हुए स्थानांतरण निरस्त कर पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश लखनऊ के पद पर स्थानांतरित किया गया है।

शहीद भगत सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया


मुजफ्फरनगर । गांधी कॉलोनी स्थित श्री गुरु गोविंद सिंह पब्लिक स्कूल के बाहर शहीद भगत सिंह जयंती पर ऑल इंडिया एंटी करप्शन सर्विस ट्रस्ट द्वारा शहीद भगत सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। जिसके मुख्य अतिथि समाजवादी पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष एवं वरिष्ठ सपा नेता गौरव स्वरूप, सपा महानगर महामंत्री शलभ गुप्ता एडवोकेट एवं प्रमुख समाजसेवी मनीष चौधरी रहे। इस दौरान गौरव स्वरूप ने  शहीद भगत सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण करते हुए उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पण की एवं उनके जीवन पर प्रकाश डाला एवं वहां मौजूद सभी लोगों को शहीद भगत सिंह की राह पर चलते हुए इमानदारी से एवं सच्चाई के लिए हमेशा आवाज उठाने के लिए प्रेरित किया। साथ ही शलभ गुप्ता ऐड. ने भी सभी से शहीद भगत सिंह के जैसा बनने के आग्रह किया जो केवल अपने देश के लिए जिए ओर एक सच्चे देश भक्त कहलाये, इसी क्रम में मनीष चौधरी ने सभी से आग्रह किया की वे सभी देशभक्त बने ओर शहीद भगत सिंह के नक्शे कदम पर चले ओर साथ ही अपनी गौ माता की भी रक्षा करे।

  इस दौरान सपा नगर महानगर महामंत्री शलभ गुप्ता एडवोकेट, ऑल इंडिया एंटी करप्शन सर्विस ट्रस्ट जिलाध्यक्ष विक्की चावला, प्रमुख समाजसेवी मनीष चौधरी, मनीष उर्फ़ (गोलू) चौधरी,भाजपा नेता मोहित अग्रवाल, भाजपा वरिष्ठ नेता राजकुमार कालरा, बादल वर्मा, रोहित चौहान, भानु प्रताप, नदीम अंसारी, विजेंद्र कुमार, राजू भोत्रा, विशाल गोयल, नरेश वाल्मीकि, पम्मी सरदार,हनी सिखों, अमित बजाज, सरदार सतपाल सिंह एवं गांधी कॉलोनी के सभी व्यापारीगण मौजूद रहे।

नयी मंडी में यह बिल्डिंग असामाजिक तत्वों का अड्डा


मुजफ्फरनगर । 74-बी गौशाला रोड नई मंडी मुज़फ़्फ़रनगर में एफसीआई का सरकारी गोदाम है जो कि पिछले कई वर्षों से बंद पड़ा है। इस बिल्डिंग का मेन गेट भी टूटा हुआ है। मोहल्ला वासियों का कहना है कि रात में अक्सर इस बिल्डिंग में संदिग्ध लोग देखे गए हैं। बिल्डिंग बिलकुल जर्जर अवस्था में है l इसकी छत की हालत ये है कि यहाँ पूरा जंगल उग गया है व मलबे का ढेर पड़ा हुआ है। बड़े बड़े पेड़ उग गए है व ये छत कभी भी गिर सकती है। बहुत जर्जर अवस्था में है ये बिल्डिंग किसी बड़े हादसे का इंतज़ार कर रही है। सभासद विपुल भटनागर ने प्रशासन से अनुरोध किया है कि इसमें हस्तक्षेप कर समाधान कराएं।

शाहपुर के पास कार की टक्कर से मोपेड सवार दो किशोर हादसे के शिकार एक की मौत, हंगामे के बीच नहीं उठाने दिए शव



मुज़फ्फरनगर। शाहपुर थानाक्षेत्र में सड़क दुर्घटना में 2 किशोरों को कार ने टक्कर मार दी। एक की मौत हो गई। ग्रामीणों ने हंगामा करते हुए पुलिस को शव को नहीं उठाने दिया।

शाहपुर थाना क्षेत्र में सांझक के निकट  बरवाला गेट के सामने यह हादसा हुआ। बताया जाता है कि गांव के दो किशोर मोपेड पर जा रहे थे। तभी वे एक तेज रफ्तार कार की चपेट में आ गए। एक किशोर की मौके पर ही मौत हो गई। सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने का प्रयास किया। उग्र ग्रामीणों ने हंगामा करते हुए शव नहीं उठाने दिए।

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मुजफ्फरनगर। तमंचे की नोक पर बीए की छात्रा से गैंगरेप के मामले में रिपोर्ट दर्ज की गई है।  बुढ़ाना कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में कॉफी पिलाने ...