सोमवार, 26 फ़रवरी 2024

केजरीवाल ईडी के सामने पेश नहीं होंगे


 दिल्ली । दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आज भी ईडी के सामने पेश नहीं होंगे। उन्हें ईडी ने 7वां समन जारी कर पेश होने के लिए कहा था। आम आदमी पार्टी का कहना है कि मामला कोर्ट में है और ईडी को रोजाना समन भेजने के बजाय कोर्ट के फैसले का इंतजार करना चाहिए।

उत्तराखंड विधानसभा सत्र : घर से निकलने से पहले जाने लें ट्रैफिक प्लान

 


देहरादून। पुलिस ने यातायात प्लान तैयार किया, 26 फरवरी से शुरू होने जा रहे विधानसभा सत्र को लेकर पुलिस ने यातायात प्लान जारी किया है। इसके तहत, सत्र जारी रहने तक वाहनों को नए रूट पर चलाया जाएगा। यहां जानिए कैसे होगा यातायात का प्रबंधन, सत्र के दौरान धरना प्रदर्शन को देखते हुए प्रगति विहार शास्त्रीनगर बाईपास डिफेंस कालोनी और विधानसभा तिराहा पर बैरियर लगाए जाएंगे। इसके अलावा पुलिस ने डायवर्जन प्वाइंट भी बनाए हैं।



यातायात प्लान की विशेषताएं:

 बैरियर प्वाईंट:

Uttarakhand Assembly Session के दौरान क्या रहेंगे डायवर्जन प्वाइंट:

 अन्य जानकारी:

यातायात प्लान की विशेषताएं:

– विधानसभा सत्र के दौरान देहरादून शहर का यातायात प्लान बदला जाएगा। जगह-जगह बैरियर लगाए गए हैं और वाहनों को नए मार्गों पर डायवर्ट किया जाएगा। 


 बैरियर प्वाईंट:

1. प्रगति विहार बेरियर

2. शास्त्रीनगर बैरियर

3. बाईपास बैरियर

4. डिफेंस कॉलोनी बेरियर

5. विधानसभा तिराहा बैरियर


Uttarakhand Assembly Session के दौरान क्या रहेंगे डायवर्जन प्वाइंट:

– सम्पूर्ण भारी वाहनों को कारगी चौक व डोईवाला से दूधली रोड की ओर डायवर्ट किया जाएगा।

– यातायात का दबाव अधिक होने पर भारी वाहनों को आंशिक रूप से लालतप्पड़, हर्रावाला, और नयागांव पर रोका जाएगा।

– देहरादून से हरिद्वार / ऋषिकेश / टिहरी / चमोली जाने वाले वाहनों को नेहरू कॉलोनी । फव्वारा चौक से पुलिया नम्बर 06 की ओर डायवर्ट किया जाएगा।

– धर्मपुर चौक से आई०एस०बी०टी० की ओर जाने वाला यातायात माता मन्दिर रोड होते हुए पुरानी बाईपास चौकी से आई०एस०बी०टी० की ओर भेजा जाएगा।

– मोहकमपुर की ओर से मसूरी जाने वाले वाहनों को जोगीवाला से रिंग रोड से लाडपुर से सहस्त्रधारा क्रासिंग से आईटी पार्क से मसूरी मार्ग की ओर भेजा जाएगा।

– मोहकमपुर की ओर से देहरादून शहर की ओर आने वाले वाहनों को विधानसभा तिराहा, रिस्पना, पुरानी बाई चौकी होते हुए धर्मपुर ईसी रोड की ओर भेजा जाएगा।

 अन्य जानकारी:

– प्रत्येक सम्भावित जुलूस केवल बन्नू स्कूल से प्रस्थान करेगा और उनके वाहन भी बन्नू स्कूल में ही पार्क किए जाएंगे।

– जुलूस के बन्नू-स्कूल से प्रगति विहार बैरियर की ओर प्रस्थान करने पर रिस्पना से देहरादून शहर की ओर आने वाले वाहनों को हरिद्वार बाईपास से पुरानी बाईपास चौकी की ओर भेजा जाएगा।

यातायात दबाव होने की स्थिति में, डोईवाला से देहरादून की ओर आने वाली सिटी बस को कैलाश अस्पताल से यू-टर्न लेकर वापस डोईवाला की ओर भेजी जाएगी। आवश्यकतानुसार, अन्य मार्गों से भी यातायात को डायवर्ट किया जा सकता है और डायवर्ट किए गए यातायात को सामान्य किया जा सकता है।

इस प्लान के तहत, यातायात को सुव्यवस्थित और सुरक्षित बनाने के लिए पुलिस ने सभी आवश्यक कदम उठाए हैं। इससे विधानसभा सत्र के दौरान शहर में यातायात व्यवस्था में वृद्धि होगी और लोगों को किसी भी प्रकार की असुविधा से बचाया जा सकेगा।

यह यातायात प्लान विधानसभा सत्र के दौरान शहर में लोगों को अधिक सुरक्षित महसूस कराएगा और वाहनों के बीच यातायात को संचालित करने में मदद करेगा।

आज का पंचाग एवँ राशिफल

 🙏🏻 हर हर महादेव🙏🏻


🕉️ *~ वैदिक पंचांग ~* 🕉️

🌤️ *दिनांक - 26 फरवरी 2024*

🌤️ *दिन - सोमवार*

🌤️ *विक्रम संवत - 2080*

🌤️ *शक संवत - 1945*

🌤️ *अयन - उत्तरायण*

🌤️ *ऋतु - वसंत ऋतु* 

🌤️ *मास - फाल्गुन (गुजरात और महाराष्ट्र अनुसार माघ)*

🌤️ *पक्ष - कृष्ण* 

🌤️ *तिथि - द्वितीया रात्रि 11:15 तक तत्पश्चात तृतीया*

🌤️ *नक्षत्र - उत्तराफाल्गुनी 27 फरवरी प्रातः04:31 तक तत्पश्चात हस्त*

🌤️ *योग - धृति शाम 03:27 तक तत्पश्चात शूल*

🌤️ *राहुकाल - सुबह 08:30 से सुबह 09:57 तक*

🌞 *सूर्योदय - 07:03*

🌤️ *सूर्यास्त - 18:40*

👉 *दिशाशूल - पूर्व दिशा में*

🚩 *व्रत पर्व विवरण -*

💥 *विशेष - द्वितीया को बृहती (छोटा  बैगन या कटेहरी) खाना निषिद्ध है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*

           🕉️ *~ वैदिक पंचांग ~* 🕉️


🌷 *वसंत ऋतु में विशेष उपयोगी कफनाशक पेय* 🌷

 ➡ *(वसंत ऋतु : 19 फरवरी से 19 अप्रैल 2024)*

👉🏻 *आधा लीटर पानी में ३ से ५ तेजपत्ते, २ इंच अदरक के १ या २ टुकड़े (काट के ) और ३ – ४ लौंग डाल के १० – १५ मिनट उबालें | ठंडा होने पर छान के २ चम्मच शहद मिलाकर रख लें | इसे दिन में तीन – चार बार आधा कप गुनगुने पानी में थोडा-थोडा डाल के पिये | बिना शहद मिलाये मधुमेह में भी ले सकते हैं |*

 👉🏻 *लाभ: यह प्रयोग रुचिवर्धक, पाचक, रक्तशोधक, व उत्तम कफशामक है | सर्दी, जुकाम और खाँसी में लाभदायी है | वसंत ऋतू में कफजन्य समस्याएँ ज्यादा होती हैं अत: इन दिनों में यह विशेष उपयोगी है | इसमें लौंग होने से यह प्रयोग श्वासनली में जमा कफ को आसानी से बाहर निकालता है | अदरक वायरस से लड़ने में सहायक है |*

🙏🏻

               🕉️ *~ वैदिक पंचांग ~* 🕉️


 🌷 *वसंत ऋतु में क्या करें क्या न करें* 🌷

👉🏻 *19 फरवरी से 19 अप्रैल तक क्या करें*

✅ *1] कड़वे, तीखे, कसैले, शीघ्र पचनेवाले, रुक्ष (चिकनाईरहित) व उष्ण पदार्थों का सेवन करें | (अष्टांगह्रदय, योगरत्नाकर)*

✅ *2] पुराने जौ तथा गेहूँ की रोटी, मूँग, साठी चावल, करेला, लहसुन, अदरक, सूरन, कच्ची मूली, लौकी, तोरई, बैंगन, सोंठ, काली मिर्च, पीपर, अजवायन, राई, हींग, मेथी, गिलोय, हरड, बहेड़ा, आँवला आदि का सेवन हितकारी है |*

✅ *3] सूर्योदय से पूर्व उठकर प्रात:कालीन वायु का सेवन, प्राणायाम, योगासन - व्यायाम, मालिश, उबटन से स्नान तथा जलनेति करें |*

✅ *4] अंगारों पर थोड़ी-सी अजवायन डालकर उसके धूएँ का सेवन करने से सर्दी, जुकाम, कफजन्य सिरदर्द आदि में लाभ होता है |*

✅ *5] २ से ३ ग्राम हरड चूर्ण में समभाग शहद मिलाकर सुबह खाली पेट लेने से रसायन के लाभ प्राप्त होते हैं |*


👉🏻 *18 फरवरी से 19 अप्रैल तक क्या न करें*

❌ *1] खट्टे, मधुर, खारे, स्निग्ध (घी – तेल से बने), देर से पचनेवाले व शीतल पदार्थो का सेवन हितकर नहीं है, अत: इनका सेवन अधिक न करें | (अष्टांगह्रदय, चरक संहिता )*

❌ *2] नया गेहूँ व चावल, खट्टे फल, आलू, उड़द की दाल, कमल – ककड़ी, अरवी, पनीर, पिस्ता, काजू, शरीफा, नारंगी, दही, गन्ना, नया गुड़, भैस का दूध, सिंघाड़े, कटहल आदि का सेवन अहितकर है |*

❌ *3] दिन में सोना, ओस में सोना, रात्रि – जागरण, परिश्रम न करना हानिकारक है | अति परिश्रम या अति व्यायाम भी न करें |*

❌ *4] आइसक्रीम, कोल्ड ड्रिंक्स व फ्रिज के ठंडे पानी का सेवन न करें |*

❌ *5] एक साथ लम्बे समय तक बैठे या सोयें नहीं तथा अधिक देर तक व ठंडे पानी से स्नान न करें |*

🙏🏻


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🙏🍀🌻🌹🌸💐🍁🌷🌺🌸🌹🪷🙏 जिनका आज जन्मदिन है उनका हार्दिक शुभकामनाएं बधाई और शुभाशीष

26 को जन्मे व्यक्ति धीर गंभीर, परोपकारी, कर्मठ होते हैं। दिनांक 26 को जन्मे व्यक्ति का मूलांक 8 होगा। यह ग्रह सूर्यपुत्र शनि से संचालित होता है। आप भौतिकतावादी है। आप अद्भुत शक्तियों के मालिक हैं। आप अपने जीवन में जो कुछ भी करते हैं उसका एक मतलब होता है। आपकी वाणी कठोर तथा स्वर उग्र है। आपके मन की थाह पाना मुश्किल है। आपको सफलता अत्यंत संघर्ष के बाद हासिल होती है। कई बार आपके कार्यों का श्रेय दूसरे ले जाते हैं


शुभ दिनांक : 8, 17, 26

 

शुभ अंक : 8, 17, 26, 35, 44


 

शुभ वर्ष :2024, 2042

 

ईष्टदेव : हनुमानजी, शनि देवता


 

शुभ रंग : काला, गहरा नीला, जामुनी

 

कैसा रहेगा यह वर्ष

व्यापार-व्यवसाय की स्थिति उत्तम रहेगी। नौकरीपेशा व्यक्ति प्रगति पाएंगे। सभी कार्यों में सफलता मिलेगी। जो अभी तक बाधित रहे है वे भी सफल होंगे। बेरोजगार प्रयास करें, तो रोजगार पाने में सफल होंगे। राजनैतिक व्यक्ति भी समय का सदुपयोग कर लाभान्वित होंगे। शत्रु वर्ग प्रभावहीन होंगे, स्वास्थ्य की दृष्टि से समय अनुकूल ही रहेगा


मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

आज का दिन आपको मिश्रित फल प्रदान करेगा। प्रातःकाल से ही शारीरिक थकान व कमजोरी अनुभव होने से आलस्य बढ़ेगा। कार्य क्षेत्र पर भी आज का दिन सामान्य रहेगा। लाभ के लिए अधिक परिश्रम करना पड़ेगा। मन में यात्रा पर्यटन के विचार बनेंगे। धार्मिक स्थान की यात्रा हो सकती है। सामाजिक कार्यो में रूचि रहने से प्रशंसा मिलेगी। आप अपनी व्यवहार कुशलता और संतोषी स्वभाव से सम्मानित होंगे। आज उधारी वसूलने में परेशानी आ सकती है। घर में मेहमानों के आने से वातावरण आनंदित होगा। पारिवारिक खर्च बढ़ने से परेशानी भी होगी। संध्या का समय अत्यन्त थकान वाला रहेगा। बाहर का खाना पेट खराब करेगा, संयम बरतें।

 

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)

आज का दिन आपके लिये पहले की तुलना में शांति दायक रहेगा आज आध्यत्म में विशेष रूचि रहेगी पूजन-सत्संग का आयोजन करेंगे शुभ धार्मिक यात्रा पर भी जा सकते है। अधूरे कार्यो के पूर्ण होने में विलम्ब होने से हताश होंगे परंतु प्रयास करते रहे थोड़े परिश्रम के बाद सफलता मिल सकती है। पूँजी निवेश के लिए आज का दिन शुभ नहीं है। उगाही से लाभ होगा कार्य क्षेत्र पर स्त्री का सहयोग मिलेगा। परिजनों के साथ मित्रवत व्यवहार रहेगा। पारिवारिक दायित्वों की पूर्ति के कारण खर्च बढ़ने से असहज अनुभव करेंगे। आज किसी भी प्रकार के उधार व्यवहार से बचे। सेहत ठीक रहेगी लेकिन अपने कामो को छोड़ अन्य का काम करने में आलस्य दिखाएंगे।


मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)

आज का दिन आपको मिश्रित फल देगा। बुद्धि विवेक रहने पर भी मन में राग-द्वेष की भावना रहने से किसी प्रिय से दूरी बन सकती है। प्रातः काल से ही बाहर घूमने-फिरने का मन बनेगा मध्यान बाद का अधिकांश समय मनोरंजन में व्यतीत करेंगेकार्य क्षेत्र पर आवेश में आकार किसी से झगड़ा मोल लेंगे। क्रय-विक्रय के व्यापार से लाभ होगा विदेशी वस्तुओ के व्यापार में निवेश आगे के लिये लाभदायक रहेगा।प्रेम प्रसंगों में आपसी सम्बन्ध बिगड़ेंगे। संध्या बाद असंयमित दिनचर्या से थकान रहेगी गैस-कब्ज-पित्त के रोग से परेशानी होगी। संध्या के समय आकस्मिक खर्च के साथ लाभ के योग भी है।


कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

आज का दिन आपके लिए व्यस्तता से भरा रहेगा। दिन आप के लिए लाभदायक रहेगा। आज स्वास्थ्य उत्तम बना रहेगा। बीते दिनों की तुलना में आज कार्यो में आसानी से सफलता मिलने से आत्मविश्वाश बढ़ेगा। घर एवं कार्य क्षेत्र पर व्यवस्थाएं सुधारने में अधिक समय देंगे बदलाव लाने के लिए खर्च भी कर सकते है। आर्थिक लाभ के लिए अधिक प्रयत्न करना पड़ेगा मध्यान के समय किसी मनोकामना की पूर्ति होने से प्रसन्न रहेंगे। परिवार के साथ मिलकर किसी शुभ आयोजन या पर्यटन के अवसर मिलेंगे ननिहाल पक्ष से शुभ समाचार मिलेंगे। लेकिन सरकार की तरफ से अशुभ समाचार भी मिल सकते है। यात्रा से थकान होगी।


सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

आज का दिन आपके लिए सुख-शांति वाला रहेगा। मित्र-परिजन के साथ मनोरंजन के लिए पर्यटक स्थल पर जाने का अवसर मिलेगा। खर्च अधिक रहने से धन सम्बंधित समस्याएं भी बनेंगी। पारिवारिक सदस्यों का आज कार्य क्षेत्र पर सहयोग मिलेने से थोड़े परिश्रम के बाद आशा से अधिक लाभ प्राप्त करेंगे। परिवार में उल्लास का वातावरण रहेगा आज आप मित्र परिजनों के साथ ज्यादा समय बिताना पसंद करेंगे। फिजूल खर्ची से बचें। महिलाओ का शारीरिक स्वास्थ्य अच्छा रहने से अधूरे कार्यो को उत्साह से पूर्ण करेंगी लेकिन मिजाज का पता नही रहेगा रंग में भंग भी डाल सकती है। संताने जिद कर बजट से अधिक खर्च करवाएंगी।


कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

आज का दिन आपके अनुकूल रहेगा। आज कार्यो में मनचाही सफलता मिलने से प्रसन्न रहेंगे। लेकिन सरकारी कार्य करने के लिए आज का दिन ठीक नही उलझने बढ़ेंगी अधूरे रहेंगे। आज घर एवं बाहर क्लेश मुक्त वातावरण बनने से राहत मिलेगी रिश्तेदारो से लाभ के अवसर मिलेंगे। नौकरीपेशा जातको को मेहनत का उचित फल मिलेगा विरोधियो पर विजय प्राप्त करेंगे कोई शुभ समाचार मिलने से मन प्रसन्न रहेगा लेखक, साहित्यकार एवं पत्रकारों के लिए आज का दिन विशेष लाभदायक रहेगा। मित्र परिजनों के साथ संध्या का समय आनंद से बितायेंगे। महिला मित्र से मधुर मुलाकात होगी।


तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

आज का दिन आपके लिए प्रतिकूल परिस्थितियों वाला रहेगा जहां से लाभ की उम्मीद रहेगी वहां से निराशा मिलेगी। मध्यान तक मन में किसी अरिष्ट की आशंका से भयभीत रहेंगे। क्रोध भी आज अधिक रहने से व्यर्थ विवाद की संभावना अधिक रहेगी। किसी ग़लतफ़हमी के कारण स्वजनों से मनमुटाव होगा कार्य क्षेत्र पर भी हानि के योग है। संतान से पुराने मतभेद उभरने से पारिवारिक वातावरण अशान्त होगा। आर्थिक स्थिति बिगड़ने से कर्ज लेना पड़ सकता है। कार्य क्षेत्र पर आरंभिक बिक्री के बाद आज उदासीनता छायी रहेगी। बीमारी पर खर्च होगा। बुजुर्गो के साथ समय बिताएं मार्गदर्शन मिलेगा। यात्रा से लाभ कम थकान ज्यादा होगी।


वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

आज का दिन भी आपके लिए शुभफलदायी रहेगा। दिन के आरंभ में थोड़ी सुस्ती दिखाएंगे काम की अपेक्षा आराम का मन रहेगा लेकिन मध्यान के समय आज आप अपने कार्यो को उत्साह से निर्धारित समय पर पूर्ण कर पाएंगे। नए कार्यो का आरम्भ अथवा व्यापार में निवेश लाभदायक सिद्ध होगा लेकिन विदेशी वस्तुओ के व्यापार में आज निवेश ना करें। कार्य क्षेत्र या घर में परिवर्तन अथवा साज सज्जा में बदलाव भी कर सकते है समाज के प्रतिष्ठित लोगो से सम्मान मिलेगा लेकिन आर्थिक लाभ थोड़ा विलम्ब से होगा। दाम्पत्य सुख उत्तम रहेगा सुख सुविधा जुटाने पर खर्च करेंगे। आकस्मिक यात्रा से लाभ होगा। संध्या के समय पेट सम्बंधित परेशानी हो सकती है। 


धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)

आज का दिन भी आपके अनुकूल रहेगा। आज दिन भर शारीरिक और मानसिक स्फूर्ति रहेगी। आपका सामाजिक व्यवहार बढ़ेगा दिन के पूर्वार्ध में आपके समस्त कार्य सरलता से बनते चले जायेंगे लेकिन लाभ के लिए इन्तजार करना पड़ेगा धन को लेकर किसी से बहस भी होगी। नौकरी पेशाओ को अतिरिक्त कार्य मिलने से असुविधा होगी काम लापरवाही से करेंगे। मध्यान के बाद का समय मनोरंजन में बिताएंगे। मित्रो के साथ बाहर घूमने का अवसर मिलेगा। ससुराल से लाभ होगा। पारिवारिक दायित्व बढ़ने से व्यस्तता रहेगी। स्वभाव में भावुकता एवं कामुकता अधिक रहने से अन्य व्यक्ति इसका गलत फायदा उठा सकता है। 

 

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)

आज का दिन आपके लिए अधिक परिश्रम वाला रहेगा। परिश्रम के बाद भी कार्यो में विलम्ब होने से हताशा बढ़ेगी। दिन का अधिकांश समय अशान्त रहेगा। छोटी सी बात पर घरेलु कलह विकराल रूप ले सकती है। मन में नकारात्मकता हावी रहने से कई बार दुविधा की स्थिति बनेगी। नए कार्यो को आज आरम्भ न करें प्रलोभन में पड़ने से हानि हो सकती है। आकस्मिक यात्रा के योग बनेंगे यात्रा में चोटादि का भय है सावधान रहें। सरकारी दस्तावेजो को संभाल कर रखें। संतान के कारण हानि हो सकती है। किसी विदेशी अथवा दूर रहने वाले व्यक्ति से लाभ हो सकता है। क्रोध पर संयम रखें। सेहत ठीक रहेगी लेकिन मन पर संयम नही रहेगा।


कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

आज का दिन विपरीत फलदायी रहने से आप शारीरिक अस्वस्थ्यता अनुभव करेंगे। रक्तविकार अथवा सर्दी लगने से परेशानी होगी। कार्य क्षेत्र पर अतिरिक्त कार्य भार रहने से थकान अनुभव होगी असंयमित एवं क्रोधी व्यवहार के कारण बने हुए कार्य विवाद की भेंट चढ़ सकते है। नए कार्यो का आरंभ आज ना करें ना ही किसी को उधार दें। मध्यान बाद तक अपने आपको अकेला अनुभव करेंगे। इसके बाद परिवार के सदस्यों का सहयोग मिलने लगेगा लेकिन घरेलू आवश्यकताओं को नजरअंदाज करने से अशांति बढ़ेगी। संध्या के समय सेहत प्रतिकूल रहने पर भी मनोरंजन के अवसर तलाशेंगे। आज फिजूल खर्च से बचे ऐसे ही खर्च अधिक रहेंगे।


मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)

आज का दिन भी आपके लिये शुभ फलदायी रहेगा दिन घरेलू सुख-शांति दायक रहेगा। दिन भर शारीरिक व मानसिक रूप से चुस्त रहेंगे पुराने रोग में सुधार आने से राहत मिलेगी। कार्य क्षेत्र पर कम समय देंगे इसमे भी नए प्रयोगों में रूचि दिखाएंगे। सहयोगात्मक वातावरण रहने से आवश्यक कार्य समय पर पूरा कर लेंगे सीधे की अपेक्षा अनैतिक मार्ग से लाभ होने की संभावना रहेगी कम समय में अधिक आर्थिक लाभ प्राप्त कर सकेंगे। मध्यान पश्चात मित्र-परिजनों के साथ मनोरंजन के अवसर मिलेंगे धार्मिक कार्यो में भी उपस्थिति देंगे। उत्तम भोजन वाहन सुख मिलेगा। सार्वजनिक जीवन अधिक बेहतर बनेगा उधारी वाले परेशान कर सकते है।

रविवार, 25 फ़रवरी 2024

कक्षा एक में प्रवेश के लिए आयु सीमा निर्धारित


नई दिल्ली। क्लास एक में दाखिले के लिए सरकार ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के तहत सभी राज्यों को निर्देश जारी किया है। यह निर्देश क्लास एक में एडमिशन की उम्र सीमा को लेकर जारी किया गया है। राज्य सरकारों के साथ सभी केंद्र शासित प्रदेशों को भी ये निर्देश जारी किए गए हैं। जारी निर्देश में क्लास एक में दाखिले के लिए एनईपी के अनुसार न्यूनतम उम्र सीमा अपनाने को कहा गया है। 

राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों को लिखे पत्र में शिक्षा मंत्रालय (एमओई) के स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग ने 2020 में एनईपी लॉन्च होने के बाद से कई बार जारी किए गए अपने निर्देशों को दोहराया है। कक्षा 1 में दाखिले के लिए बच्चे की उम्र कम से कम 6 वर्ष होनी चाहिए। इसी तरह का एक नोटिस पिछले साल भी जारी किया गया था। शिक्षा मंत्रालय की ओर से 15 फरवरी 2023 को जारी पत्र में कहा गया है कि नए शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिए जल्द ही एमडिशन प्रक्रिया शुरू होने वाली है। उम्मीद है कि राज्य/केंद्रशासित प्रदेश में अब ग्रेड- I में प्रवेश के लिए आयु 6+ कर दी गई है।

🙏 प्रतिदिन मंदिर जाने से क्या होता है🙏


मंदिर जाने के वैज्ञानिक कारण:* कई लोग किसी व्रत या त्योहार पर मंदिर जाते हैं, कई लोग माह में एक बार मंदिर चले जाते हैं, बहुत से लोग साप्ताह में एक बार तो मंदिर जाते ही है परंतु बहुत कम लोग ही हैं जो प्रतिदिन मंदिर जा पाते हैं। ऐसे भी कई लोग हैं जो सालों से मंदिर नहीं गए हैं। खड़े होकर पूजा करना सही नहीं माना जाता है। इस तरह से पूजा करने पर कोई फल नहीं मिलता। घर पर पूजा करते समय खड़े होकर पूजा न करें और ना ही सीधे जमीन पर बैठकर पूजा करें। पूजा करने से पहले हमेशा आसन बिछाएं और आसन में बैठकर ही पूजा करें। 

 

*1. सकारात्मक विचार :- प्रतिदिन मंदिर जाने से हमारे मन और मस्तिष्‍क में सकारात्मक विचार और भाव का विकास होगा। जीवन में नकारात्मकता समाप्त होगी तो फिर भविष्य भी सकारात्मक ही होगा।

 

*2. बढ़ता है आत्मबल :- मंदिर जाकर मन में विश्वास और आत्मबल का संचार होता है जिसके कारण मन में किसी भी प्रकार का दुख या शोक नहीं रहता है। व्यक्ति सभी परिस्थिति में समभाव से रहता है। समभाव अर्थात न तो भावना में बहता है और न ही कठोर होता है। हर परिस्‍थिति उसके लिए सामान्य होती है।

 

*3. रोग नहीं होगा :- मंदिर में जाकर आप मंदिर के नियमों का पालन करते हैं। जैसे आचमन, परिक्रमा, ध्यान, पूजा, आरती, व्रत, उपवास और पाठ आदि के साथ ही सोच-समझकर आहार-विहार करते हैं तो आपको किसी भी प्रकार का रोग या बीमारी नहीं होगी।

 

*4. तनाव या चिंता से मुक्ति :-बहुत से लोगों को अनावश्यक भय और चिंता सताती रहती है जिसके कारण वे तनाव में रहने लगते हैं। तनाव में रहने की आदत भी हो जाती है जिसके चलते व्यक्ति कई तरह के रोग से भी घिर सकता है, लेकिन मंदिर जाने वाले के दिल और दिमाग में ये सब नहीं रहता है।

 

*5. गृहकलह :- प्रतिदिन मंदिर जाने वाले में मन और मस्तिष्क में कलह या क्रोध नहीं होता है। घर के दूसरे सदस्य यदि उससे झगड़ा करते हैं या घर में गृहकल हो रही है तो वह उसे समझदारी से हेंडल कर माहौल को खुशनुमा बना देता है।

 

*6. पैदल भ्रमण :- प्रात:काल पैदल ही मंदिर जाने से विहार भी होता है और हमें प्राणवायु भी अच्छे से प्राप्त होती है। प्रतिदिन सूर्य की धूप के स्पर्श से सेहत में सुधार होता है। इसी के साथ मंदिर भूमि को सकारात्मक उर्जा का क्षेत्र माना जाता है। यह ऊर्जा भक्तों में पैर के जरिए ही प्रवेश कर सकती है। इसलिए हम मंदिर के अंदर नंगे पांव जाते हैं।


*7. मन को मिलती शांति :- मंदिर में कपूर और अगरबत्ती की सुगंध और कई तरह के सुगंधित फूल अर्पित किए जाते हैं जिनकी सुगंध से मन प्रफुल्लित होकर अवसाद से मुक्ति हो जाता है। फूलों के विभिन्न रंग से अंतरमन को शांति मिलती है। यूं कि मंदिर का वातावरण मन को शांति कर देता है। सुगंध से एक ओर जहां मन और मस्तिष्क से नकारात्मक विचार हटा जाते हैं वहीं हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है। यह हमें जैविक संक्रमण से भी बचाती है। मंदिर के सुगंधित रहने से बैक्टीरिया नष्ट हो जाते हैं और किसी भी प्रकार का वायरल इंफेक्शन नहीं होता है क्योंकि मंदिर में कर्पूर और धुआं होता रहता है।

 

*8. घंटी की ध्वनि और आरती :- मंदिर में घंटी की टंकार करीब 7 सेकंड तक गूंजती है जो मन मस्तिष्क से विषाद हटाकर शांति प्रदान करती है। ऐसा भी कहते हैं कि छोटी घंटी से हमारा पित्त दोष सन्तुलित होता है। साथ ही ध्वनि से भी बैक्टीरिया नष्ट हो जाते हैं। जब हम मंदिर में आरती या कीर्तन के दौरान ताली बजाते हैं तो यह एक्यूप्रेशर का काम करती है। इससे हमारे रक्त संचार सुचारू रूप से संचालित होता है और शरीर की मांस पेशियां भी मजबूत होती है। आरती के बाद नमस्कार और दंडवत प्रणाम करने से हमारे मन में विनम्रता और श्रद्धा का भाव जागृत होता है। अहंकार और घमंड का नाशा होता है।

 

*9. जप और जयघोष :- आरती या चालीसा को जपने पढ़ने से हमारा वाणी दोष भी दूर होता है। ओम् के उच्चारण से हमारा चित एकाग्र होता है। आरती के बाद देव देवताओं, भारत माता आदि के जयघोष से आत्म विश्‍वास के साथ ही देशभक्ति जागृत होती है। इसी के साथ हर मंदिर में गो रक्षा और गौ हत्या बंद होने करने का संकल्प भी लिया जाता है। आरती के बाद शंख बजाया जाता जो श्रद्धालुओं के लिए बहुत सुखदायी और स्वास्थ्य वर्धक है। शंख बजाने वाले के फेंफड़े मजबूत होते हैं।


*10. ज्योति :- आरती लेने से हमारी हथेली की कोशिकाओं को दिव्य उष्मा मिलती है और हमारे भीतर पल रहे सभी विषाणु और जीवाणु समाप्त हो जाते हैं। आखों पर हथेलियां रखने से गर्माहट आंखों के पीछे की सूक्ष्म रक्त वाहिकाओं को खोल देती है और उन में ज्यादा रक्त प्रवाहित होने लगता है जिससे हमारी आंखों कि ज्योति बढ़ती है।


*11. चरणामृत :- दर्शन, पूजा और आरती के बाद हमें तुलसी मिला चरणामृत, पंचामृत और प्रसाद मिलता है। यह चरणामृत और पंचामृत हमारी सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। आयुर्वेद के मुताबिक यह चरणामृत हमारे शरीर के तीनों  दोषों को संतुलित रखता है। चरणामृत के साथ दी गई तुलसी हम बिना चबाए निगल लेते हैं जिससे हमारे सभी रोग ठीक हो जाते हैं।

 

*12. परिक्रमा :- मंदिर में भगवान की परिक्रमा से जहां सेहत के लाभ मिलते हैं वहीं यह धरती के गुरुत्वकार्षण की शक्ति से जुड़कर हमारे शरीर का तनाव निकल जाता है। इसी के साथ ही में गुंबद और उसके कलश से प्रवाहित हो रही ऊर्जा हमारे शरीर को प्रभावित कर सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करती है। 

 

*13. मनोकामना का दोहराना :- मंदिर में जाकर जब हम अपनी मनोकामना को बार बार दोहराते हैं तो हमें मंदिर की सकारात्मक ऊर्जा का साथ मिलता है और इससे प्रकृति सक्रिय होकर हमारी मनोकामना पूर्ण करने लग जाती है। 

 

*14. वृक्ष :- हर मंदिर में पीपल, बरगद, नीम, केला और तुलसी आदि के वृक्ष रहते हैं। इन वर्षों में हम जल अर्पण करते हैं या उन्हें हम नमस्कार करते हैं। इन वृक्षों में भरपूर ऑक्सिजन के साथ ही दिव्यता होती है, जो हमारे मन और मस्तिष्‍क को स्वस्थ करते हैं। इससे हमारे मन में शांति आती है।

 

*15. दान :- मंदिर में दिए गए दान के अनेक लाभ होते हैं। दान से हममें कृपणता नहीं रहती है और हम चीजों के प्रति आसक्ति नहीं पालते हैं। इसी के साथ ही हमारे सामाजिक दायित्वों का भी निर्वाह होता है। मंदिर जाने से हमारी सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ने के साथ ही जान पहचान भी बढती है। मंदिर जाने से हमें पंचांग और तिज त्योहारों की जानकारी भी मिलती है। मंदिर जाने से धर्मिक ज्ञान भी बढ़ता है क्योंकि वहां पर गीता, वेद, उपनिषद आदि के बारे में जानकारी भी मिलती रहती है।

 

*16. हाथ जोड़ना :- मंदिर में व्यक्ति हाथ जोड़कर खड़ा रहता है। हाथ जोड़ने से जहां हमारे फेंफड़ों और हृदय को लाभ मिलता है वहीं इससे प्रतिरोधक क्षमता का विकास भी होता है। कहते हैं कि हथेलियों और अंगुलियों के उन बिंदुओं पर दबाव पड़ा है जो शरीर के कई अन्य अंगों से जुड़े हैं। इससे उन अंगों में ऊर्जा का संचार होता है।


*17. तिलक :- प्रतिदिन मंदिर जाकर व्यक्ति अपने मस्तक पर या दोदों भौहों के बीच चंदन या केसर का तिलक लगाता है। इस तिलक लगाने जहां शांति का अनुभव होता है वहीं इससे एकाग्रता बढ़ती है। दरअसल जहां तिलक लगाया जाता है उसके ठीक पीछे आत्मा का निवास होता है। आज्ञाचक्र और सहस्रार चक्र के बीच के बिंदू पर आत्मा निवास करती है जोकि नीले रंग की है। आत्‍ता अर्थात हम खुद। चंदन लगाने के आध्यात्मिक लाभ भी हैं।

 

*18. प्रार्थना :- प्रार्थना में शक्ति होती है। प्रार्थना करने वाला व्यक्ति मंदिर के ईथर माध्यम से जुड़कर अपनी बात ईश्वर या देव शक्ति तक पहुंचा सकता है। देवता सुनने और देखने वाले हैं। प्रतिदिन की जा रही प्रार्थना का देवताओं पर असर होने लगता है। मानसिक या वाचिक प्रार्थना की ध्वनि आकाश में चली जाती है। प्रार्थना के साथ यदि आपका मन सच्चा और निर्दोष है तो जल्द ही सुनवाई होगी और यदि आप धर्म के मार्ग पर नहीं हैं तो प्रकृति ही आपकी प्रार्थना सुनेगी देवता नहीं। प्रार्थना का दूसरा पहलू यह कि प्रार्थना करने से मन में विश्‍वास और सकारात्मक भाव जाग्रत होते हैं, जो जीवन के विकास और सफलता के अत्यंत जरूरी हैं।

 

*19. पूजा :- पूजा एक रासायनिक क्रिया है। इससे मंदिर के भीतर वातावरण की पीएच वैल्यू (तरल पदार्थ नापने की इकाई) कम हो जाती है जिससे व्यक्ति की पीएच वैल्यू पर असर पड़ता है। यह आयनिक क्रिया है, जो शारीरिक रसायन को बदल देती है। यह क्रिया बीमारियों को ठीक करने में सहायक होती है। दवाइयों से भी यही क्रिया कराई जाती है, जो मंदिर जाने से होती है।

 

*20. आचमन :- मंदिर में प्रवेश से पूर्व शरीर और इंद्रियों को जल से शुद्ध करने के बाद आचमन करना जरूरी है। इस शुद्ध करने की प्रक्रिया को ही आचमन कहते हैं। आचमन करने से पहले अंगुलियां मिलाकर एकाग्रचित्त यानी एकसाथ करके पवित्र जल से बिना शब्द किए 3 बार आचमन करने से महान फल मिलता है। आचमन हमेशा 3 बार करना चाहिए। आचमन से मन और शरीर शुद्ध होता है।

 

*21. मंदिर का शिखर :- मंदिर में शिखर होते हैं। शिखर की भीतरी सतह से टकराकर ऊर्जा तरंगें व ध्वनि तरंगें व्यक्ति के ऊपर पड़ती हैं। ये परावर्तित किरण तरंगें मानव शरीर आवृत्ति बनाए रखने में सहायक होती हैं। व्यक्ति का शरीर इस तरह से धीरे-धीरे मंदिर के भीतरी वातावरण से सामंजस्य स्थापित कर लेता है। इस तरह मनुष्य असीम सुख का अनुभव करता है। पुराने मंदिर सभी धरती के धनात्मक (पॉजीटिव) ऊर्जा के केंद्र हैं।


    🚩 जय जय श्री राम 🚩

मुजफ्फरनगर से विशेष ट्रेन अयोध्या रवाना, मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने किया जयघोष

 




मुजफ्फरनगर। जय श्री राम के घोष के साथ रामलला के दर्शन के लिए आस्था स्पेशल ट्रेन आज मुजफ्फरनगर स्टेशन से रवाना हुई। रेलवे स्टेशन पर आस्था स्पेशल ट्रेन में सवार होने से पहले भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने जय श्री राम के घोष के साथ उन्हें रवाना किया। 2500 से अधिक बूथ स्तर के कार्यकर्ता अयोध्या में भगवान श्री राम के दर्शन करने हेतु जा रहे हैं। भाजपा जिलाध्यक्ष सुधीर सैनी समेत तमाम नैता भी अयोध्या रवाना हुए। 


मुख्यमंत्री धामी ने देखी आर्टिकल 370


 देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को सायं राजपुर रोड़ स्थित मॉल में जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद और भ्रष्टाचार पर आधारित फिल्म आर्टिकल 370 (article 370 movie) का अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में आतंकवाद को समाप्त करने तथा भ्रष्टाचार को मिटाने से संबंधित विषय पर आधारित फिल्म वहां की तात्कालिक परिस्थिति को समाज के सामने लाने का सार्थक प्रयास है।

समुद्र में डूबी द्वारिका नगरी के दर्शन किए पीएम मोदी ने


द्वारका। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज समुद्र में डूबी द्वारिका नगरी के दर्शन किए। बाद में मोदी ने कहा कि जल में डूबी नगरी द्वारका में दर्शन करना बहुत ही दिव्य अनुभव रहा। मैंने आध्यात्मिक महानता और कालातीत भक्ति के एक प्राचीन युग से जुड़ा महसूस किया। भगवान श्री कृष्ण हम सब पर कृपा बनाए रखें।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के दौरे पर हैं। अपने दौरे के तहत प्रधानमंत्री ने द्वारकाधीश मंदिर में पूजा अर्चना की। साथ ही समुद्र में डूबी प्राचीन द्वारका नगरी के भी दर्शन किए। द्वारका नगरी के दर्शन के बाद पीएम मोदी ने कहा कि ये सिर्फ समुद्र में एक डुबकी नहीं थी बल्कि समय यात्रा थी। प्रधानमंत्री ने कहा कि 'पानी में डूबी द्वारका नगरी में प्रार्थना करना आलौकिक अनुभव रहा। मुझे आध्यात्मिक वैभव और शाश्वत भक्ति के एक प्राचीन युग से जुड़ाव महसूस हुआ। भगवान श्रीकृष्ण हम सभी को आशीर्वाद दें।'
प्रधानमंत्री ने कहा द्वारका नगरी के दर्शन से भारत की आध्यात्मिक और ऐतिहासिक जड़ों का दुर्लभ और गहरा संबंध अनुभव हुआ। द्वारका नगरी भगवान श्रीकृष्ण से जुड़ी हुई है और कभी भव्यता और समृद्धि का केंद्र थी। प्रधानमंत्री ने कहा यह सिर्फ पानी में एक डुबकी ही नहीं थी बल्कि समय यात्रा थी, जो नगरी के गौरवशाली अतीत और हिंदू धर्म के सबसे प्रतिष्ठित देवताओं में से एक के साथ इसके जुड़ाव को दर्शाती है। प्रधानमंत्री ने आस्था के तहत द्वारका नगरी को मोर पंख भी अर्पित किए।


दुनिया के सबसे लंबे मास्टर विजय सिंह धरने को 28 साल पूरे


* भ्रष्टाचार-भूमाफिया के विरूद्ध मास्टर विजय सिंह के 28 साल के आंदोलन पर भी कार्रवाई नहीं

* सीएम योगी की कराई जांच में हो चुका कब्जा अवैध साबित, 4 साल से  कार्यवाही का इंतजार . कुछ ठाकुर भूमाफिया का अवैध कब्जा ।

* 28 वर्ष के दौरान शासन-प्रशासन द्वारा कोई समीक्षा नहीं की गई। 

* पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के द्वारा गठित कमेटी ने  भ्रष्टाचार के कारण  कोई जाँच व कार्रवाई नहीं की।

* धरने को हुए 28 साल पूरे, विश्व का सबसे लंबा धरना, कई अंतर्राष्ट्रीय स्तर के रिकार्ड में हो चुका दर्ज

* शामली के चौसाना की 4 हजार बीघा सार्वजनिक भूमि पर है भू माफिया का अवैध कब्जा

* अहिंसात्मक आन्दोलन पर चुप क्यों है सरकार ?

मुजफ्फरनगर । भ्रष्टाचार व भू माफिया के विरुद्ध  मास्टर विजय सिंह के दुनिया के सबसे लंबे धरने को आज 28 साल पूरे हो गए। शामली के ग्राम चौसाना की 4 हजार बीघा सार्वजनिक कृषि योग्य भूमि अवैध कब्जा मुक्त् कराने को मास्टर विजय सिंह धरने के रूप् में 28 साल से अनवरत सत्यग्रह पर हैं। सी एम योगी की कराई गई जांच में अवैध कब्जा साबित होने के बावजूद आज तक आरोपित भू माफिया के विरुद्ध कोई कार्यवाही नहीं हो पाई। 

वर्तमान में जनपद शामली की ऊन तहसील के गांव चैसाना की करीब 4 हजार बीघा सार्वजनिक कृषि भूमि पर भू-माफिया का अवैध कब्जा है। 26 फरवरी 1996 को चौसाना के मास्टर विजय सिंह ने अवैध कब्जा हटवाने की मांग करते हुए मुजफ्फरनगर डीएम कार्यालय के समक्ष धरना शुरू किया था, लेकिन धरने के 28 साल बीतने के बावजूद आज तक कोई भी सरकार जनहित में भू माफिया से करोड़ो की सार्वजनिक कृषि योग्य भूमि से कब्जा हटवाकर मास्टर विजय सिंह को न्याय नहीं दिलवा सकी।

योगी भी नहीं कर सके अपनी कराई जांच पर  कार्यवाही

8 अप्रैल 2019 को योगी की शामली में हुई चुनावी सभा में मा. विजय सिंह ने प्रदर्शन किया था जिसके बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने डीएम शामली को जांच कराने के आदेश दिये थे। एसडीएम ऊन सुरेन्द्र सिंह ने जांच कर रिपोर्ट डीएम को रिपोर्ट दी थी जिसमें सैकड़ो करोड़ की हजारों बीघा सार्वजनिक कृषि भूमि पर पूर्व विधायक ठा. जगत सिंह का अवैध कब्जा साबित हुआ था। रिपोर्ट में ठा. जगत सिंह को भू माफिया घोषित करने की संस्तुति भी की गई थी जिसके बाद डीएम शामली मौके पर पहुंचकर भौतिक सत्यापन कर कार्रवाई के लिए शासन को रिपोर्ट भेज दी थी। मा. विजय सिंह का कहना है कि योगी ने शामली की भरी सभा में 8 अप्रैल 2019 को जो वायदा किया था उसके बाद दो साल तक सूबे का सीएम रहते भी उसे पूरा नहीं किया। सीएम योगी के 5 साल के कार्यकाल में मास्टर विजय सिंह अनेकों बार लखनऊ मुख्यमंत्री निवास जाकर सीएम योगी से मुलाकात का समय मांगा, परंतु कोई समय नहीं दिया गया।

अखिलेश के आदेश पर  गठित कमेटी ने भ्रष्टाचार के करण नहीं की कार्यवाही  . 

2012 में कृषि भूमि अवैध कब्जा मुक्त कराने के लिए मा. विजय सिंह पद यात्रा करते हुए लखनऊ पहुंचे थे। तत्कालीन सीएम अखिलेश यादव से मुलाकात कर भूमि कब्जा मुक्त कराने की मांग की थी, जिस पर जांच कमेटी गठित की गई लेकिन आरोपियों के सपा में चले जाने के कारण राजनीतिक हस्तक्षेप व भ्रष्टाचार के कारण कोई कार्यवाही नहीं की गई थी। जांच कमेटी आय का साधन मखोल बन कर रह गई थी।

बसपा सरकार ने भी  माना था अवैध कब्जा.

बसपा सरकार के दौरान प्रमुख सचिव गृह ने कार्रवाई का आदेश दिया था जिस पर जिला प्रशासन ने 300 बीघा भूमि अवैध कब्जा मुक्त कराई थी। बाद में  कुछ नेताओं के भ्रष्टाचार व राजनीतिक हस्तक्षेप के चलते कार्रवाई पर विराम लगा था।

 अवैध हिरासत में रख अंजाम तक पहुंचाने का था इरादा

मा. विजय सिंह ने बताया कि सीएम योगी की कराई जांच रिपोर्ट पर कार्रवाई की मांग के लिए वह 25 दिसंबर 2021 को लखनऊ गए थे। जब वह एक पत्र टाइप कराने जा रहे थे तो जीपीओ पर लखनऊ एलआइयू इंस्पेक्टर अश्वनी सिंह ने हजरत गंज कोतवाली पुलिस से उन्हें अवैध हिरासत में लिवा लिया था। कोतवाली पर उन्हें पांच घंटे तक अवैध हिरासत में रखा गया। एलआइयूी इंस्पेक्टर का इरादा अच्छा नहीं था, लेकिन इस दौरान उनके एक पत्रकार ने कोतवाली पहुंचकर उन्हें छुड़वाया।

धरना हटवाया व बेहूदा मुकदमा दर्ज कराया

भू माफियाओं के समर्थन 19 सितंबर 2019 को तत्कालीन जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी ने मास्टर विजय सिंह से अभद्रता करते हुए 5 मिनट में कचहरी से धरना हटवा दिया तथा अंडरवियर सुखाने को लेकर महिला लज्जा भंग किया का बेहूदा मुकदमा दर्ज करा दिया था समाज में भाजपा की किरकिरी व नेताओं मीडिया सामाजिक संगठनों तथा जन सामान्य के भारी विरोध के चलते पुलिस ने मुकदमे को खारिज कर दिया था।

आन्दोलन बना दुनिया का सबसे लम्बा धरना

दुनिया का सबसे लंबा धरना रिकार्ड में हो चुका दर्ज, सार्वजनिक कृषि भूमि कब्जा मुक्त कराने की मांग के लिए विजय सिंह 28 साल से अनवरत धरना दे रहे हैं। उनका धरना लिम्का बुक आफ रिकार्ड्स, एशिया बुक आफ रिकार्ड्स, इंडिया बुक आफ रिकार्ड्स, वर्ल्ड रिकार्ड इंडिया तथा मीरा सेल्स आफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज हो चुका है। 

कमिश्नर एवं आईजी सीबीसीआइडी की जांच में भी हुई अवैध कब्जे की पुष्टि

मेरठ मंडल कमिश्नर एचएल बिरदी ने 1995 में सारे मामले की जांच कर घोटाले की पुष्टि करते हुए  रिपोर्ट प्रेषित की थी। आईजी सीबीसीआइडी ए.सी शर्मा (पूर्व डीजीपी उप्र.) ने जांच कर अवैध कब्जे की पुष्टि कर शासन को रिपोर्ट भेजी थी।

प्रधानमंत्री संग्रहालय को देखने के लिए पहुंचे भाविप विराट के सदस्य


 मुजफ्फरनगर । भारत विकास परिषद मुजफ्फरनगर विराट का एक टूर दिल्ली प्रधानमंत्री संग्रहालय को देखने के लिए ले जाया गया ।

दिल्ली भ्रमण के लिए यह पारिवारिक टूर प्रधानमंत्री संग्रहालय को देखने के लिए मनोज गर्ग और पवन कुमार गोयल  के सानिध्य में ले जाया गया। इस टूर में कुल 52 महिलाएं और पुरुषों ने हिस्सा लिया। इस टूर के चेयरमैन  मनोज गर्ग और पवन कुमार गोयल ने बताया की हमने सबसे पहले बिरला मंदिर में सभी को दर्शन लाभ कराया। परिषद अध्यक्ष लोकेश गुप्ता,  कोषाध्यक्ष मनोज भालोठिया, संजय कर्णवाल का सहयोग रहा।

इस टूर में संजय जैन, नीलम जैन, शैलेंद्र बंसल , आकाश बंसल उजाला बंसल, राधेश्याम गर्ग रीनू गर्ग, अरविंद मित्तल सुनीता मित्तल,  अरविंद जैन, राकेश गुप्ता दीपा गुप्ता, प्रमोद गोयल मुक्ता गोयल, उमेश गोयल नीरा गोयल, अवनीश मोहन तायल पूनम तायल, अनिल कुमार अग्रवाल अनुज स्वरूप बंसल अनु बंसल, मनोज गर्ग परिणा गर्ग, रितु भालोतिया, प्रियंका गुप्ता, मधु गोयल, विनय कुचछल, सुधा कुछल, राजीव कुछल, मधु अग्रवाल, निष्काम गर्ग, राधा गर्ग, डा पी के कांबोज, शिखा कांबोज, संजय सिंघल आदि शामिल रहे।

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