सोमवार, 19 फ़रवरी 2024

रसोई गैस सिलेंडर की कीमत 12,500 रुपये है पाकिस्तान में

 


इस्लामाबाद। पाकिस्तान में कार्यवाहक सरकार ने फिर पेट्रोल-डीजल के साथ ही घरेलू रसोई गैस के दामों में बढ़ोतरी की है। आम लोगों की महंगाई से कमर टूट गई है। कई लोगों ने सरकार के फैसले का विरोध किया। उन्होंने बताया कि कैसे वह लगातार खराब होती अर्थव्यवस्था से पीड़ित हैं। रसोई गैस सिलेंडर की कीमत 12,500 रुपये (पीकेआर) है। हम इन सिलेंडर की लागत का भुगतान किश्तों में करते हैं। हम रोजाना एक हजार रुपये देते हैं। आप देख सकते हैं कि सभी टेबल खाली हैं, क्योंकि मेरे पास गैस नहीं है। मेरी ज्यादा आय नहीं है। हम अपने व्यवसाय को चलाने के लिए जो सिलेंडर खरीदते हैं, वह शुद्ध गुणवत्ता का नहीं होता है। इसमें पानी मिलाया जाता है।

मुजफ्फरनगर के उद्यमियों की पेपर मिल में आग


 रुड़की । मुजफ्फरनगर के उद्यमियों की नारसन क्षेत्र स्थित गंगोत्री पेपर मिल के गोदाम में आज भीषण आग लग गई। जिससे करोड़ों की क्षति का नुकसान होने की आशंका है। फैक्ट्री प्रमुख उद्यमी भीम कंसल से जुड़ी बताई गई है। दमकल विभाग की आठ गाड़ियों ने छह घंटे तक मशक्कत कर आग बुझाई। 

सीबीएसई 10वीं-12वीं की मुख्य परीक्षा आज से, बोर्ड ने जारी किए निर्देश

 नई दिल्ली । केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 10वीं व 12वीं बोर्ड की परीक्षा चल रही हैं। सोमवार से मुख्य परीक्षा शुरू हो रही है। इसमें 10वीं कक्षा का संस्कृत कम्युनिकेटिव व संस्कृत विषय की परीक्षा है। वहीं, 12वीं कक्षा की हिंदी इलेक्टिव व हिंदी कोर की परीक्षा है। ऐसे में छात्रों ने अपनी पूरी तैयारी कर ली है। यह परीक्षा सुबह 10.30 बजे शुरू होंगी। बोर्ड ने छात्रों को परीक्षा केंद्र समय पर पहुंचने की सलाह दी है। इसके अलावा छात्रों को एडमिट कार्ड व जरूरी दस्तावेज रखने की हिदायत दी है, जिससे छात्रों को परीक्षा केंद्र जाने के अंतिम समय में किसी तरह की परेशानी न हो। 

मुख्य परीक्षा को लेकर कुछ छात्रों में भय है। हालांकि, छात्र परीक्षा के तनाव को दूर करने के लिए मेडिटेशन का सहारा ले रहे हैं। साथ ही, योग कर रहे हैं। वहीं, छात्र सोशल मीडिया से दूरी बना रहे हैं। जिससे परीक्षा पर कोई असर न पड़े।  

शिक्षा निदेशालय द्वारा जारी महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश

-छात्रों को परीक्षा समय से कम से कम 30 मिनट पहले परीक्षा केंद्र पर पहुंचना होगा।

-सीबीएसई एडमिट कार्ड के बिना किसी भी छात्र को परीक्षा देने की अनुमति नहीं दी जाएगी, इसलिए एडमिट कार्ड ले जाना न भूलें।

-परीक्षा कक्ष में सामान साझा करने की अनुमति नहीं है, इसलिए अपनी स्टेशनरी लेकर आएं।

-परीक्षा हॉल में कोई भी अनधिकृत सामग्री न लाएं।

-परीक्षा हॉल में किसी भी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण या किसी अनुचित साधन का उपयोग न करे।

-छात्रों को एक बार फिर से डेट शीट चेक कर लेनी चाहिए। क्योंकि परीक्षा के दबाव एवं कई बार अति उत्साह में छात्रों को लगता है कि संबंधित तिथि पर किसी और विषय की परीक्षा है। ऐसे में उन्हें परेशानी उठानी पड़ती है।

रविवार, 18 फ़रवरी 2024

मुजफ्फरनगर 22 फरवरी को शादी समारोह में शामिल होंगे अखिलेश यादव

 मुजफ्फरनगर । जिले के मीडिया सेंटर के अध्यक्ष और दैनिक रॉयल बुलेटिन के संपादक अनिल रॉयल की बेटी की 22 फरवरी को मुजफ्फरनगर में शादी है। ऐसे में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अनिल रॉयल से अपने निजी रिश्तों के कारण शादी समारोह में शामिल होने आ रहे हैं। इसके लिए अखिलेश यादव का कार्यक्रम भी जारी हो गया है।


बटरोही को साहित्य गौरव और सुशील उपाध्याय को शैलेश मटियानी कथा सम्मान


देहरादून। उत्तराखंड भाषा संस्थान द्वारा वर्ष 2023 के साहित्य पुरस्कारों की घोषणा कर दी गई है। इस बार दीर्घकालीन साहित्य सृजन के लिए साहित्यकार बटरोही को सुमित्रानंदन पंत साहित्य गौरव सम्मान प्रदान किया जाएगा। कथा साहित्य के लिए डॉ. सुशील उपाध्याय को शैलेश मटियानी सम्मान दिया जाएगा।

उत्तराखंड भाषा संस्थान द्वारा जारी किए गए विवरण के अनुसार 10 विभिन्न श्रेणियां में प्रदेश के साहित्यकारों को साहित्य गौरव सम्मान के लिए चुना गया है। इन सभी साहित्यकारों को 21 फरवरी को देहरादून में होने वाले समारोह में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं भाषा मंत्री सुबोध उनियाल द्वारा सम्मानित किया जाएगा। इसी अवसर पर संस्थान की पत्रिका केदार मानस का विमोचन किया जाएगा, जिसका संपादन पूर्व कुलपति प्रो. सुधा पांडेय ने किया है।

उत्तराखंड भाषा संस्थान की निदेशक स्वाति एस.भदौरिया के अनुसार, दीर्घकालीन उत्कृष्ट साहित्य सृजन पुरस्कार के लिए जाने-माने साहित्यकार प्रोफेसर लक्ष्मण सिंह बिष्ट बटरोही का चयन किया गया है। इस श्रेणी में लेखक को स्वयं आवेदन नहीं करना होता, बल्कि अन्य लेखकों अथवा विद्वानों द्वारा साहित्यकारों की अनुशंसा की जाती है। 

जबकि अन्य श्रेणियों में लेखकों को स्वयं आवेदन करना होता है।इस वर्ष कुमाऊनी लोक साहित्य में दीर्घकालिक साहित्य सृजन के लिए गुमानी पंत पुरस्कार देवकीनंदन भट्ट को प्रदान किया जाएगा। गढ़वाली लोक साहित्य में दीर्घकालीन साहित्य सेवा के लिए भजन सिंह "सिंह" पुरस्कार गिरीश सुंदरियाल को प्रदान किया जाएगा। कुमाऊनी तथा गढ़वाली से भिन्न बोलियां एवं उप बोलियां में दीर्घकालीन साहित्य सेवा के लिए गोविंद चातक पुरस्कार डॉ. सुरेश ममगाई को देने का निर्णय लिया गया है।

मौलिक पुस्तक लेखन श्रेणी में कथा साहित्य वर्ग में डॉ. सुशील उपाध्याय को उनके उपन्यास "सुनो, सबरीना" के लिए शैलेश मटियानी पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। यह उपन्यास एक उज्बेकिस्तानी लड़की के संघर्ष की कहानी है। अब तक डॉ. सुशील उपाध्याय की 18 किताबें प्रकाशित हुई हैं।

महाकाव्य, खंडकाव्य एवं काव्य रचना के लिए महादेवी वर्मा पुरस्कार प्रोफेसर शैलेश को देने का निर्णय लिया गया है। अन्य गद्य विधा की श्रेणी में डॉ. पीतांबर दत्त बड़वाल पुरस्कार के लिए डॉ. ललित मोहन पंत का चयन किया गया है। साहित्यिक पत्र- पत्रिका लेखन हेतु पंडित भैरवदत्त धूलिया पुरस्कार के लिए गणेश खुगशाल को चुना गया है। वे नियमित रूप से साहित्यिक विषयों पर लिखते हैं।

इनके अलावा उर्दू साहित्य में दीर्घकालीन साहित्य लेखन के लिए प्रसिद्ध शायर नदीम बरनी को प्रोफेसर उनवान चिश्ती पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। पंजाबी साहित्य में दीर्घकालिक साहित्य सेवा के लिए लेखक प्रेम साहिल को चुना गया है। इन्हें अध्यापक पूर्ण सिंह पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। इन सभी श्रेणियों में पुरस्कृत लेखकों को सम्मान-पत्र, स्मृति चिह्न एवं निर्धारित राशि भेंट की जाएगी। इस वर्ष युवा लेखन श्रेणी ऐसी रही, जिसमें पर्याप्त संख्या में आवेदन न मिलने के कारण पुरस्कार की घोषणा नहीं की जा सकी।

बहन को पुलिस भर्ती परीक्षा दिलाकर लौट रहे भाई की शाहपुर के पास हादसे में मौत


मुजफ्फरनगर । शाहपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत हरसोली चौकी के निकट अपनी बहन को यूपी पुलिस की परीक्षा दिलाकर वापस लौट रहे बाइक सवार भाई-बहन सड़क दुर्घटना में घायल हो गए। 

भाई हिमांशु को शाहपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया जहां पर डॉक्टरों ने कुरालसी निवासी हिमांशु को मृत घोषित किया

चौ वीरेंद्र सिंह अंतिम संस्कार, संजीव बालियान और उमेश मलिक ने दी श्रद्धांजलि


मुजफ्फरनगर । लंबे समय तक किसानों के लिए संघर्ष करते रहे पूर्व प्रमुख चौ वीरेंद्र सिंह का आज दोपहर बाद कुतुबपुर में अंतिम संस्कार कर दिया गया। केंद्रीय मंत्री डॉ संजीव बालियान व पूर्व विधायक उमेश मलिक ने वीरेंद्र सिंह जी के पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि अर्पित की। बड़ी संख्या में लोग उनके अंतिम संस्कार में शामिल हुए। 

किसान हित के लिए सदैव समर्पित रहे वीरेंद्र प्रमुख :विकास बालियान
 एक संघर्षकर्ता, स्पष्ट वक्ता, निर्भीक, जुझारू, विनोद व्यक्तित्व का चले जाना बहुत दुखदाई, उनके कार्यो को लंबे समय तक याद किया जाएगा। यह एक बड़ी क्षति है। कार्यकर्ताओं के लिए, मुद्दो के लिए, किसान हित के लिए सदैव समर्पित रहे पूर्व प्रमुख वीरेंद्र सिंह कुतुबपुर के किए गए कार्य के लिए लोग उन्हें लंबे समय तक याद रखेंगे।

2013 के दंगे से पहले जाटों को लामबंद करना, केंद्रीय मंत्री डॉ संजीव बालियान को राजनीतिक गैर राजनीति की क ख ग सिखाने वाले वीरेंद्र सिंह कुतुबपुरिया ओजस्वी वक्ता भी थे जब वह बोलते थे तो सभा में सन्नाटा सा छा जाता था। लोगों उन्हें बहुत गौर से सुना करते थे। वह अपने सभा में बोलने के दौरान चुटकुले, कहानी या घटनाओं को लच्छेदार भाषा और भाव से सुनाया करते थे और आम लोगों को खुद से सीधे जोड़ लेते थे। 
वह समाचार पत्र, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, डिजिटल मीडिया द्वारा बहुत पसंद किए जाते थे और उनकी कई बातों को प्रिंट मीडिया मुख्य तौर पर प्रकाशित करता था, तो इलेक्ट्रॉनिक मीडिया डिजिटल मीडिया उनके कथन को बार-बार दिखाया करता था।
बहुत कम लोगों को मालूम है कि 31 अगस्त को जो पंचायत नगला मंदौड़ के मैदान में हुई थी, उसे आयोजित कराने में वीरेंद्र सिंह कुतुबपुरिया का बहुत बड़ा योगदान था। उन्होंने ही 7 सितंबर की पंचायत करने की भी घोषणा की थी हालांकि उन्हें २ दिन पहले 5 तारीख को गिरफ्तार कर लिया गया था। वह मुसलमान के विरुद्ध नहीं थे। लेकिन राकेश टिकैत द्वारा 30 तारीख को 31 सितंबर को होने वाली पंचायत को वापस लेने की घोषणा से वह खिन्न थे और उन्होंने अपनी मित्र मंडली रणनीतिकारों के साथ बैठकर 31 तारीख की पंचायत जरूर होगी यह तय कर दिया था। उनका मानना था कि 31 तारीख की पंचायत रद्द कर देने से जाटों की स्थिति कमजोर दिखाई देगी और एक तरह से यही संदेश जाएगा कि जाट डर गए हैं और पीछे हट गए हैं।

एक समय चौधरी टिकैत के सर्वाधिक करीबी रहे वीरेंद्र सिंह कुतुबपुरिया कई किसान आंदोलन, सभाओ, कार्यक्रमों के संचालक भी रहे। उन्होंने विधायक बनने हेतु टिकैत के कहने पर चुनाव भी लड़ा। वह भाजपा से भी गहरे से जुड़े हुए थे और उसकी नीतियों में विश्वास करते थे हालांकि भाजपा में वह सक्रिय रूप से शामिल होकर कार्य नहीं कर रहे थे।

जब देश किसानों के लिए आए तीन कानून को किसान संगठनों के द्वारा काला कानून बताए जाने के बाद 13 महीने के लंबे संघर्ष को देख रहा था उस वक्त वीरेंद्र सिंह कुतुबपुर खुले तौर पर आंदोलन पर व्यक्ति विशेष को घेर रहे थे। वे निर्भीक थे और किसी भी मुद्दे पर बेबाकी से बोला करते थे। 2012-13 में मेरठ कमिश्नरी पर सरदार वीएम सिंह के नेतृत्व में चले किसान आंदोलन में वह प्रतिदिन उपस्थित रहते थे और उस समय उनका उस आंदोलन को सफल बनाने में विशेष योगदान था। कैबिनेट सेक्रेटरी स्वर्गीय शशांक शेखर के वह चचेरे भाई थे।

ईश्वर उन्हें अपने श्री चरणों में स्थान प्रदान करें और उनकी आत्मा को शांति दे।
ॐ शांति 🙏🙏🙏💐💐💐💐

#वीबा

22 लाख रुपये की अवैध शराब सहित दो गिरफ्तार


मुजफ्फरनगर । पंजाब राज्य से तस्करी कर बिहार ले जायी जा रही लगभग 22 लाख रुपये की अवैध शराब जब्त कर 2 अभियुक्त पुलिस ने गिरफ्तार कर लिए। 402 पेटी अंग्रेजी शराब व तस्करी के लिए प्रयुक्त फर्जी नम्बर प्लेट लगे ट्रक को जब्त कर लिया। 

 बुढ़ाना पुलिस ने चैकिंग के दौरान 02 अन्तरराज्यीय शराब तस्कर अभियुक्तगण को परासौली पुलिस चौकी के सामने से गिरफ्तार किया है। अभियुक्तगण के कब्जे से पंजाब राज्य से लायी जा रही करीब 22 लाख रूपये कीमत की 402 पेटी अवैध शराब व घटना में प्रयुक्त ट्रक मय फर्जी नम्बर प्लेट बरामद किया गया। अभियुक्तगण की गिरफ्तारी एंव बरामदगी के सम्बन्ध में थाना बुढाना पुलिस द्वारा अग्रिम विधिक कार्यवाही की जा रही है।

गिरफ्तार अभियुक्तगण का नाम व पता सतनाम पुत्र बलजीत सिंह निवासी ग्राम मलीया थाना सदर जनपद तरनतारण पंजाब व गुरुसेवक पुत्र वीर सिंह निवासी ग्राम मलीया थाना सदर जनपद तरनतारण पंजाब बताए गए हैं।

*बरामदगी का विवरण-*

✅ 402 पेटी अवैध अंग्रेजी शराब इम्पीरियल ब्लू मार्का फोर सैल इंन पंजाब ( कीमत करीब 22 लाख रूपये )। 

✅ तश्करी में प्रयुक्त 01 ट्रक मय फर्जी नम्बर प्लेट।

अभियुक्तगण द्वारा पूछताछ के दौरान बताया गया कि हम लोग पंजाब राज्य से अवैध शराब भरकर लकडी के बुरादो के कट्टो के नीचे छिपा कर पंजाब से हरियाणा, उत्तरप्रदेश के रास्ते होते हुए बिहार राज्य लेकर जा रहे थे। पुलिस से बचने के लिए हम लोग ट्रक के ऊपर फर्जी नम्बर प्लेट लगा लेते थें। हम लोग यह शराब भंवरलाल पुत्र नामालूम निवासी उदयपुर राजस्थान व गोल्डी पुत्र नामालूम निवासी पटियाला पंजाब के कहने पर पंजाब से भरकर बिहार ले जा रहे थें। जिसको पहुचानें के लिए हमे पैसें दिए जाते है। गिरफ्तार अभियुक्तगण के अपराधिक इतिहास की जानकारी की जा रही है।

सपा नेता ज़िया चौधरी साजिद हसन,राकेश शर्मा, ब्रजराज सैनी ने सौंपा राहत राशि चैक

मुज़फ्फरनगर। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव अपने कार्यकर्ताओं व उनके परिवार के हर दुख सुख में डटकर साथ खड़े रहते है इसलिए उनके बारे में यह लाइन बिल्कुल सटीक बैठती है। जिंदगी के साथ भी ओर जिंदगी के बाद भी अखिलेश यादव अपने कार्यकर्ताओं के साथ है। यह विचार समाजवादी पार्टी जिलाध्यक्ष ज़िया चौधरी, सपा राष्ट्रीय सचिव राकेश शर्मा,वरिष्ठ सपा नेता साजिद हसन, सपा प्रदेश सचिव ब्रजराज सैनी ने सपा नेता डॉ संजीव कश्यप की मृत्यु के बाद उनके परिवार को दिक्कतों को देखते हुए सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा भेजे राहत राशि का चैक उनकी पत्नी अनिता कश्यप को सौंपते हुए कहे।

विदित हो कि सपा नेता डॉ संजीव कश्यप अपने पिता सपा नेता रामशरण कश्यप की मृत्यु के बाद सपा में सक्रिय राजनीति में थे लेकिन अचानक गम्भीर बीमार होने तथा आठ माह तक महंगे लंबे इलाज के बाद अप्रैल में निधन होने तथा इलाज में सबकुछ गंवाने के बाद उनका परिवार आर्थिक दिक्कतों से जूझ रहा था। इसकी जानकारी सपा जिलाध्यक्ष ज़िया चौधरी,सपा नेता साजिद हसन व सपा प्रदेश सचिव ब्रजराज सैनी ने सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से मिलकर दी जिस पर सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा उनको राहत राशि का चैक दिया गया था। उक्त चैक आज स्व: डॉ संजीव कश्यप की पत्नी अनिता कश्यप को सौंपते हुए सपा नेताओं ने आश्वस्त किया कि पूरी पार्टी उनके दुख में साथ है।

बसपा की यह सांसद जा सकती हैं भाजपा में


लखनऊ। लोकसभा चु्नाव में अकेले उतरने का एलान कर चुकी बसपा को चुनाव से पहले बड़ा झटका लग सकता है। दानिश अली के बाद अब यूपी की लालगंज लोकसभा सीट से सांसद संगीता आजाद पार्टी को छोड़ सकती है और जल्द ही बीजेपी में शामिल हो सकती है। सूत्रों के मुताबिक़ वो इसी महीने बीजेपी ज्वाइन कर सकती है।

चुनाव से पहले संगीता आज़ाद का बसपा छोड़कर बीजेपी में शामिल होना लगभग तय हो गया है। बस इसका एलान होना बाक़ी है. वो इसी महीने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण कर लेंगी। केंद्रीय नेतृत्व की ओर उन्हें हरी झंडी मिल गई है। अब बस सही समय का इंतज़ार है। संगीता आज़ाद के बीजेपी में शामिल होने से आज़मगढ़ और पूर्वांचल की राजनीति पर इसका बड़ा असर पड़ सकता है।

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बीए की छात्रा से ट्यूबवेल पर गैंगरेप

मुजफ्फरनगर। तमंचे की नोक पर बीए की छात्रा से गैंगरेप के मामले में रिपोर्ट दर्ज की गई है।  बुढ़ाना कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में कॉफी पिलाने ...