नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर बढ़ी चिंता के बीच सरकार ने अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर लगी रोक को 31 जनवरी 2022 तक बढ़ा दिया है। इससे पहले 26 नवंबर को सरकार ने घोषणा की थी कि 15 दिसंबर से निर्धारित अंतरराष्ट्रीय उड़ानों से प्रतिबंध हटा ली जाएगी और सामान्य सेवा बहाल होगी। एक सप्ताह से कम समय में ही इस फैसले पर अगले नोटिस तक रोक लगा दी गई थी। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) की ओर से गुरुवार को जारी आदेश में कहा गया है, ''26-11-2021 को जारी सर्कुलर में आंशिक संशोधन के तहत सक्षम प्राधिकारी ने भारत से आने-जाने वाली निर्धारित अंतर्राष्ट्रीय वाणिज्यिक यात्री सेवाओं के निलंबन को 31 जनवरी, 2022 के रात 11:59 बजे तक बढ़ाने का फैसला लिया है। यह प्रतिबंध अंतरराष्ट्रीय मालवाहक जहाजों और विशेष रूप से मंजूर किए गए विमानों पर लागू नहीं होगा।''
सर्कुलर के मुताबिक, सक्षम प्राधिकारी के द्वारा केस टु केस बेसिस पर चुनिंदा रूटों पर अंतरराष्ट्रीय विमानों के संचालन की मंजूरी दी जा सकती है। कोविड -19 महामारी की वजह से 23 मार्च, 2020 से देश में निर्धारित अंतरराष्ट्रीय यात्री सेवाएं निलंबित हैं। हालांकि, वंदे भारत मिशन के तहत मई 2020 से और जुलाई 2020 से चुनिंदा देशों के साथ द्विपक्षीय 'एयर बबल' व्यवस्था के तहत विशेष अंतरराष्ट्रीय उड़ानें संचालित हो रही हैं।भारत का अमेरिका, ब्रिटेन, संयुक्त अरब अमीरात, फ्रांस सहित 31 देशों के साथ एयर बबल समझौता है। हालांकि, 'जोखिम वाले देशों (यूरोप के देशों सहित यूनाइटेड किंगडम, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बोत्सवाना, चीन, घाना, मॉरीशस, न्यूजीलैंड, जिम्बाब्वे, तंजानिया, हांगकांग, इज़राइल) से आने वाले यात्रियों का अनिवार्य रूप से कोविड जांच की जाती है। जांच रिपोर्ट आने तक एयरपोर्ट पर रुकना पड़ता है और निगेटिव रिपोर्ट आने पर भी सात दिनों के लिए होम क्वारंटाइन रहने का निर्देश दिया गया है। 8वें से 14वें दिन तक इन्हें अपने स्वास्थ्य पर नजर रखनी होती है।