मुजफ्फरनगर।आईआईए के चेयरमैन पवन कुमार गोयल की पिछले दिनों एमडीए की उपाध्यक्ष सुश्री कविता वीना से हुई वार्ता के क्रम में मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकरण के सचिव आदित्य प्रजापति ने प्राधिकरण से संबंधित उद्योगों की समस्याओं पर विचार विमर्श के लिए
इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन, फेडरेशन ऑफ़ मुज़फ़्फ़रनगर कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज़ और लघु उद्योग भारती के पदाधिकारियों के साथ प्राधिकरण कार्यालय में बैठक का आयोजन किया गया ।
आईआईए द्वारा विभिन्न मंचों से यह मांग उठाई जा रही थी कि पूरे औद्योगिक भूखंड के उपर डेवलपमेंट चार्ज व सबडिविसन शुल्क न लेकर सिर्फ़ निर्मित भाग पर ही लिया जाना चाहिए जैसी शासन व विभाग की औद्योगिक नीति भी है आस पास के जिलो में इसका पालन भी हो रहा है ।
आज मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकरण में उपाध्यक्ष कविता वीना की अध्यक्षता में मीटिंग बहुत सौहार्दपूर्ण वातावरण में संपन्न हुई जिसका संचालन प्राधिकरण सचिव आदित्य प्रजापति ने किया।
मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष ने इस लंबित मांग पर बोर्ड बैठक में स्पष्ट करने के बाद लागू करने की सहमति जताई l विपुल भटनागर ने कहा कि इस सहमति से उद्योग स्थापित करना बहुत ही आसान हो जाएगा व विकास की संभावनाएं बढ़ेगी,
कुशपुरी ने उद्योग हित में एफ़ ए आर बढ़ाये जाने की भी माँग की ताकि भूमि का उपयुक्त उपयोग हो सके व लैंड बैंक भी बचा रहे ।
इस माँगो को आईआईए के चेयरमैन पवन कुमार गोयल ने उदयपुर में आयोजित आईआईए की वार्षिक जनरल मीटिंग में भी अपने केंद्रीय नेतृत्व के सम्मुख पुरजोर तरीके से उठाया था।
आईआईए ने उपाध्यक्ष महोदया से यह भी अनुरोध किया की आप हमे कंपाउंडिंग कराने के लिए गणना शुल्क का तरीका भी उपलब्ध करा दें,जिससे ज्यादा से ज्यादा इंडस्ट्रीज इसका लाभ ले सके, जिसकी सहमति भी उपाध्यक्ष महोदया ने दी ।
आईआईए की यह मांग बहुत लंबे समय से थी की किसी भी इंडस्ट्री के पूरे भूखंड पर मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकरण डेवलपमेंट चार्जेज न ले, जबकि शासनादेश के मुताबिक सिर्फ बिल्डअप एरिया पर ही विकास शुल्क लिया जा सकता है, जिसको उत्तर प्रदेश शासन ने माना हुआ था और आज मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकरण ने भी इस पर अपनी सहमति बनाने का आश्वासन दिया l
अन्य उद्योग संबंधी मांगो के लिए भी आईआईए व फ़ेडरेशन ने एक मांग पत्र उपाध्यक्ष महोदया को दिया जिसमे मुख्यता - मुख्य मार्ग पर भूमि अधिक न होने के कारण और अधिक मूल्यवान होने के कारण,
औद्योगिक भूमि की गहराई को सड़क से 250 मीटर से बढ़ाकर 1000 मीटर किया जाए, जिससे भोपा रोड, जानसठ और रुड़की रोड पर इंडस्ट्रीज का विस्तार हो सके।
इस मीटिंग में आईआईए की ओर से सचिव अमित जैन, पूर्व चेयरमैन व केंद्रीय कार्यकारिणी सदस्य विपुल भटनागर और कुशपुरी, वाइस चेयरमैन सुशील अग्रवाल, अरविंद गुप्ता, अंकुर गर्ग, फेडरेशन अध्यक्ष अंकित संगल, लघु उद्योग भारती सचिव जगमोहन गोयल, अभिनव स्वरूप, श्रेय जैन के अलावा अनेकों उद्यमी भी उपस्थित रहे।
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