मुजफ्फरनगर। दिल्ली मार्च के बीच भारतीय किसान यूनियन और संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से आज ग्रामीण भारत बंद के आह्वान को लेकर यूनियन ने पहले खेतों में तौल और छोल बंद रखने का ऐलान किया है। यूनियन ने तमाम स्थानों पर मुख्य मार्गों पर प्रदर्शन करने का भी ऐलान किया है। भाकियू जिलाध्यक्ष योगेश शर्मा ने कहा कि किसान प्रदर्शन करेंगे, लेकिन जाम नहीं लगाएंगे।
किसानों के विभिन्न मुद्दों पर संयुक्त किसान मोर्चा और भारतीय किसान यूनियन के आह्वान पर कल (आज) किसान लॉकडाउन का ऐलान किया गया है। भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि आज किसान और मजदूर खेतों में कार्य नहीं करेंगे। इससे पता चल जाएगा कि आंदोलन में कितने लोग हिस्सा ले रहे हैं। जिलाध्यक्ष योगेश शर्मा ने बताया कि भाकियू जिले में दस प्वाइंट बनाकर धरना प्रदर्शन करेगी। जिले में ब्लॉक स्तर पर अलग-अलग प्वाइंट बनाकर रणनीति तैयार की गई है। किसान सुबह 10 से दोपहर 12 बजे तक धरना प्रदर्शन करेंगे।
मुजफ्फरनगर में भाकियू कार्यकर्ता ब्लॉक खतौली में नावला कोठी, जानसठ में खतौली तिराहा, मोरना ब्लॉक में भोपा पुल, चरथावल ब्लॉक में नहर पर, पुरकाजी ब्लॉक में फलौदा कट, शाहपुर में ब्लॉक मुख्यालय पर, बुढ़ाना में बायवाला चौकी व फुगाना, सदर ब्लॉक में बागोवाली चौराहा, बघरा ब्लॉक में जागाहेड़ी टोल पर प्रदर्शन करेंगे।
भाकियू नेताओं का कहना है कि किसान गांधीवादी तरीके से अपनी मांग रख रहे हैं, लेकिन सरकार उनकी बात नहीं सुन रही है। किसानों के लिए खेती वर्तमान में घाटे का सौदा है। सरकार ने आय दोगुनी करने की बात कही थी, लेकिन किसान की आय घट गई है। बंद के लिए संयुक्त किसान मोर्चा ने एमएसपी लागू करने, केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र टेनी को बर्खास्त करने, लखीमपुर खीरी के साजिशकर्ता को गिरफ्तार करने, 736 किसान परिवारों के लिए सिंधू बॉर्डर पर स्मारक बनाने, दर्ज मुकदमे वापस लेने, किसान परिवारों को मुआवजा व पुनर्वास की मांग रखी गई है। भाकियू का दावा है कि तमाम केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के अलावा ट्रांसपोर्टर भी संयुक्त किसान मोर्चा के साथ हैं।
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