बुधवार, 25 अक्तूबर 2023

जमियत उलेमा ने किया मदरसों को दिए गए नोटिस का विरोध


मुजफ्फरनगर । जमियत उल्मा-जिला मु नगर का एक प्रतिनिधि मण्डल  जमीयत उल्मा ए हिन्द के प्रदेश सेक्रेट्री कारी जाकिर हुसैन कासमी और जिला अध्यक्ष मुक्ति विनयामीन की अगुवाई में जिलाधिकारी अरविन्द मल्लपा बंगारी से मिला और मदरसो को गलत तरीके से दिए जा रहे नोटिसो के सम्बन्ध मे एक ज्ञापन सौपा। ज्ञापन सौपने के बाद मीडिया से बात करते हुए बताया गया कि जनपद के गैर सरकारी सहायता प्राप्त मदरसों को शिक्षा विभाग द्वारा गलत तरीके से नोटिस दिये गये है। य जिस  निशुल्क एवम अनिवार्य बाल शिक्षा अधीनियम 2009 के तहत ये नोटिस दिए गये हैं उसी अधिनियम में 2012 में संशोधन हो चुका है और संशोधित अधिनियम की धारा 2(5) में स्पष्ट उल्लेख है कि मदरसे , वैदिक पाठशाला, और धार्मिक संस्थान पर यह अधिनियम लागू नहीं होता ह। इससे सम्बन्धित 'राजपत्र' और निशुल्क एवम अनिवार्य बाल शिक्षा अधिनियम २००१ की प्रतिलिपि भी हमने ज्ञापन के साथ संलग्न कर जिलाधिकारी  को सौंपी है और मांग की है कि इस मामले का तुरंत संज्ञान लेकर शिक्षा विभाग के अधिकारियो को भी नोटिस वापस लेने के आदेश दिए जाएं।

जनाब कारी जाकिर हुसैन कासमी ने कहा कि देश में मदरसों की स्थापना देश की आज़ादी से भी पहले हुई। उन मदरसों के अध्यापकों और छात्रों ने देश की आजादी से अहम किरदार अदा किया। मदरसे के ही अध्यापक थे जिन्होंने आजादी के लिए रेशमी रुमाल आंदोलन चलाया । अंग्रेज़ो भारत छोड़ो आन्दोलन, नमक मार्च आदि अनेकों आजादी के आन्दोलनों मे अंग्रेज़ो से मुकाबला किया और देश को आजाद कराने में लाखों मदरसा छात्रों और अध्यापकों ने अपनी जान का नज़राना पेश किया और शहीद हुए। देश की आज़ादी के बाद मदरसे के ही एक स्वतंत्रता सेनानी मौलाना अबुल कलाम आजाद को आज़ाद भारत का प्रथम शिक्षामंत्री बनने का गौरव प्राप्त हुआ। मौलाना आज़ाद ने 11वर्षों तक इस देश की शिक्षानीति का मार्गदर्शन किया और शिक्षा के क्षेत्र में अनेको ऐसे काम किए जिनको देश कभी भुला नहीं सकता। देश को आई आई टी खड़गपुर, जामिया मिलिया जैसे संस्थान उन्ही की देन है। और इन्ही कार्यों की वजह से आज भी मौलाना आजाद के जन्म दिन ।। नवम्बर को पूरा देश "राष्ट्रीय शिक्षा दिवस" के रूप में मनाता है। मौलाना आजाद जैसे अनेकों लोग मदरसों ने पैदा किए हैं। इस लिए मदरसों के योगदान और महत्तव को पूरे देश के नागरिकों को समझना होगा। मदरसे देश सेवा और देश प्रेम का पाठ पढ़ाते हैं और पढ़ाते रहेंगे। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष मुफ्ति बिन्यामिन, जिला उपाध्यक्ष मौलाना माज हसन, कोषध्यक्ष मौलाना आकिल, शहर अध्यक्ष हाफिज मोहम्मद इकराम, शहर उपाध्यक्ष हाजी वसीम, कारी अब्दुल माजिद, मौलाना अरशद मीरापुर, मौलाना मुसा कासमी, मुफ्ति आदिल, कारी जाफर , मुफ्ति इक़बाल मौलाना अरशद नसीरपुर मौलाना गुलज़ार, कारी सादिक, हाफिज अकरम, मौलाना अहसान, डाक्टर अखलाक, हाफिज अय्यूब त्यागी, मोलाना अहसान, मौलाना आस मोहम्मद वगैरह मौजूद रहे। 

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