शुक्रवार, 8 सितंबर 2023

पर्यूषणपर्व में आवश्यक व्यवस्थाओं को लेकर जैन एकता मंच ने दिया मांग-पत्र

 



भाद्रपद मास के दौरान तपस्या व अध्यात्म में तल्लीन रहता है समाज - गौरव जैन


जैन अतिशय क्षेत्र वहलना को जाने वाली मुख्य सड़क निर्माण का मुद्दा भी जिलाधिकारी महोदय के समक्ष रखा


       गौरतलब है कि भाद्रपद मास में जैन धर्मावलंबियों का पर्वराज पर्यूषण मनाया जाता है अतः "11/09/2023 से 29/09/2023 तक" पूरे देश में जैन तीर्थ स्थलों/जैन अतिशय क्षेत्र/मंदिरों/स्थानको/जैन आबादी क्षेत्रों में समुचित सफाई,सुरक्षा,सड़क,प्रकाश सहित अन्य दैनिक व्यवस्थाओ को समुचित कराने हेतु जैन समाज ने आज एक ज्ञापन जैन एकता मंच"राष्ट्रीय" के तत्वाधान व युवा शाखा के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरव जैन के नेतृत्व में जिलाधिकारी,मुज़फ्फरनगर को सौंपा साथ ही जिलाधिकारी महोदय से वार्ता के दौरान 2 अक्टूबर 2023 दिगम्बर अतिशय क्षेत्र वहलना जैन मंदिर के मेले के मद्देनजर मन्दिर को जाने वाली मुख्य सड़क के निर्माण का मुद्दा भी उठाया

    जैन समाज द्वारा आज का ज्ञापन माननीय नरेंद्र मोदी'प्रधानमंत्री भारत',अमित शाह'गृह मंत्री भारत सरकार',गिरिराज सिंह'केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री भारत सरकार',स्मृति जुबिन ईरानी'मंत्री भारत सरकार',इकबाल सिंह लालपुरा 

'अध्यक्ष राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग,भारत',योगी आदित्यनाथ 'मुख्यमंत्री,उत्तर प्रदेश',केशव प्रसाद मौर्य 'उपमुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश',ए.के.शर्मा 'मंत्री नगरीय विकास विभाग उत्तर प्रदेश',धर्मपाल सिंह मंत्री अल्पसंख्यक कल्याण उत्तर प्रदेश सरकार',जितिन प्रसाद'मंत्री लोक निर्माण विभाग उ.प्र.',डी. जी. पी.उत्तर प्रदेश को संबोधित करते हुए दिया गया व ज्ञापन की मुख्य मांगे भाद्रपद मास में "11/09/2023 से 29/09/2023 तक" जैन तीर्थ स्थलों/जैन अतिशय क्षेत्र/मंदिरों/स्थानको/जैन आबादी क्षेत्रों में सफाई व्यवस्था प्रातः 4:00 बजे से रात्रि 10:00 बजे तक सुनिश्चित हो,जैन आबादी क्षेत्रों में कूड़े के ढेर इक्कठे न हों ताकि धर्मावलम्बीयों की शुद्धता बनी रहे,क्षेत्र में कली लगातार डलवायी जाये,पथ प्रकाश व्यवस्था की समुचित हो,पुलिस द्वारा समुचित सुरक्षा व्यवस्था तय की जाये,पुलिस पेट्रोलिंग लगातार हो,मुख्य स्थानों पर स्थायी पुलिस व्यवस्था भी हो,बिजली कटौती से मुक्त रखा जाये,जैन आबादी क्षेत्रों में विराजमान सन्तो द्वारा चल रहे प्रवचनों के दौरान पुलिस/बिजली/सफाई व्यवस्था का विशेष ध्यान रखा जाये,जैन आबादी क्षेत्रों की टूटी हुई सड़को का यथासम्भव नवनिर्माण/मरम्मत का कार्य सुनिश्चित किया जाये,जल निकासी की व्यवस्था सुचारू हो यह प्रमुख मांगे रही व जैन एकता मंच"राष्ट्रीय" ने मांग की कि उक्त के सम्बंध में जल्द से जल्द सम्बंधित विभागों को आवश्यक आदेश जारी कर व्यवस्था सुनिश्चित करायी जाये

      जैन एकता मंच"युवा शाखा" के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरव जैन ने कहा कि भाद्रपद मास 1/9/2023 से 29/09/2023 तक चल रहा है व इस अवधि में जैनधर्मावलम्बियों के द्वारा महापर्व "पर्यूषण पर्व" मनाया जाता है 'पर्यूषण पर्व' जैन समाज का एक महत्वपूर्ण पर्व है श्वेताम्बर संप्रदाय के पर्यूषण 8 दिन चलते हैं 8 वें दिन जैन धर्म के लोगों का महत्वपूर्ण त्यौहार संवत्सरी महापर्व मनाया जाता है तत्पश्चात पर्यूषण पर्व की समाप्ति पर क्षमायाचना पर्व मनाया जाता है उसके ठीक बाद दिगंबर संप्रदाय द्वारा 10 दिन तक पर्यूषण मनाया जाता हैं जिसे 'दशलक्षण धर्म' के नाम से संबोधित करते हैं इस दौरान यथाशक्ति उपवास भी रखा जाता है पर्यूषण पर्व जैन समुदाय का महत्वपूर्ण त्योहार है जो संयम, आध्यात्मिकता, और स्वच्छता के महत्व को प्रतिष्ठित करता है,यह पर्व जैन धर्म का महत्वपूर्ण प्रतिमान है और समुदाय के लिए धार्मिकता के एक आदर्श रूप को प्रस्तुत करता है,पर्यूषण पर्व के दौरान जैन समुदाय के लोग विभिन्न रीति-रिवाजों का पालन करते हैं, जो हमारी आध्यात्मिकता और संयम को भी दर्शाते हैं पर्यूषण में जैन समुदाय के सदस्य अपनी आहारिक आवश्यकताओं को संयमित करते हैं और विशेष आहार पदार्थों का सेवन नहीं करते हैं यह उनके शरीर, मन, और आत्मा की शुद्धि को प्राप्त करने का एक माध्यम है,कुछ लोग एक बार भोजन करते हैं जबकि कुछ लोगों का उपवास एकांतिक होता है, जहां वे केवल पानी का सेवन करते हैं। इस प्रकार, वे शरीरिक और मानसिक संयम प्राप्त करते हैं और अपने आध्यात्मिक साधना में प्रगति करते हैं ऐसे शुभ अवसर पर किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना तपस्या व धर्म में तल्लीन समाज को करना पड़े तो यह दुर्भाग्य की बात है अतः हम मांग करते हैं कि शीघ्र ही उक्त लिखित जनसमस्याओं का निस्तारण हो व सभी माँगो को तुरंत पूरा किया जाये

    वक्ताओं ने यह भी कहा कि पर्यूषण पर्व के दौरान, जैन समुदाय के सदस्य आध्यात्मिक स्वाध्याय करते हैं। वे पवित्र जैन ग्रंथों के पाठ करते हैं और धार्मिक ग्रंथों के व्याख्यान सुनते हैं। यह उनकी आध्यात्मिकता और ज्ञान को विकसित करता है और उन्हें धार्मिक मार्गदर्शन प्रदान करता है। इसके अलावा, पर्यूषण पर्व के दौरान जैन समुदाय के सदस्य दान और सेवा को महत्व देते हैं। वे दरिद्र लोगों की सहायता, अन्नदान, वृक्षारोपण, वन में स्वच्छता अभियान, और प्राकृतिक संसाधनों की संरक्षण में योगदान करते हैं। यह दान और सेवा के माध्यम से समुदाय की सेवा और उदारता को प्रकट करता है। पर्यूषण पर्व के रीति-रिवाज जैन समुदाय के सदस्यों को आध्यात्मिकता, संयम, स्वच्छता, और सेवा की महत्वपूर्ण शिक्षाएं भी प्रदान करते हैं।इस सभी तपस्या के दौरान जैन महिलाएं, बच्चे भी सम्पूर्ण मनोयोग से हिस्सा लेते हैं अतः समाज मांग करता है कि सभी माँगो को स्वीकार करते हुए त्वरित कार्यवाही करने की कृपा करें ताकि इस पर्वराज के दौरान जैनधर्मावलम्बियों को कोई कष्ट न हो व आम जरूरतों के अनुसार सभी साधन उपलब्ध हो सकें और सभी स्वयं को सुरक्षित भी महसूस करते हुए सभी अपनी तपस्या व धार्मिक क्रियाओं को सफलतापूर्वक संपन्न कर सकें 

जैन एकता मंच"राष्ट्रीय" ने यह भी मांग रखी की समस्त सम्बंधित विभागों,नगरीय विकास विभागों,पंचायत राज,ग्रामीण विकास,पुलिस प्रशासन(प्रदेश,जिला,महानगर,नगर पंचायत क्षेत्र,ग्राम पंचायत) आदि समस्त विभागों को आदेशित कर उक्त व्यवस्थाएं शीघ्र तय की जाएं

     ज्ञापन कार्यक्रम में मुख्य रूप से गौरव जैन(राष्ट्रीय अध्यक्ष"युवा शाखा",जैन एकता मंच"राष्ट्रीय),विप्लव जैन(राष्ट्रीय उपाध्यक्ष"युवा शाखा",जैन एकता मंच"राष्ट्रीय),रोहित जैन(प्रदेश उपाध्यक्ष"युवा शाखा",जैन एकता मंच"राष्ट्रीय),मुदित जैन(जिलाध्यक्ष अध्यक्ष,मुज़फ्फरनगर,जैन एकता मंच"राष्ट्रीय),अजय जैन (महानगर अध्यक्ष, मुज़फ्फरनगर,जैन एकता मंच"राष्ट्रीय),सुनील जैन(प्रदेश मंत्री,जैन एकता मंच"राष्ट्रीय),नितिन जैन'मोंटू'(महानगर अध्यक्ष, मुज़फ्फरनगर,"युवा शाखा",जैन एकता मंच"राष्ट्रीय) आदि रहे







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