मुजफ्फरनगर। शारदेन स्कूल मुजफ्फरनगर के प्रांगण में हिंदी दिवस बड़ी धूमधाम से मनाया गया। हिंदी दिवस पर राष्ट्रभाषा की महत्ता बताते हुए आश्रिया कौशिक एवं रिद्धि जैन द्वारा भाषण प्रस्तुत किया गया। नित्या तनेजा के द्वारा कविता वाचन किया गया। कक्षा 8 व 9 के छात्रों द्वारा लघु नाटिका प्रस्तुत की गई। लघु नाटिका में छात्रों के द्वारा हिंदी के संदेश को महत्व दिया गया कि हमें अपनी हिंदी मातृभाषा को सर्वोच्च स्थान देना चाहिए। मंच पर कक्षा 5, 8 व 9 के छात्रों द्वारा "है भाषा मेरे मन की, आशा तेरे मन की" मधुर गीत संगीत के साथ प्रस्तुत किया गया। इस गीत ने सभी के मन को आकर्षित किया और स्कूल के छात्रों और अध्यापकों ने तालियो के साथ सभी बच्चों का उत्साहवर्धन किया। स्कूल में स्वरचित कविता लिखवाई गई एवं वाचन कराया गया, निबंध लेखन, स्लोगन और अनुच्छेद लेखन जैसे रचनात्मक कार्य कराए गए। नर्सरी के छोटे-छोटे बच्चों ने भी हिंदी दिवस पर कविता पाठ किया, एल०के०जी० के छात्रों ने कहानी वाचन और यू०के०जी० के छात्रों द्वारा हिंदी का महत्व बताते हुए स्लोगन लिखे गए। स्कूल के सभी छात्रों ने मातृभाषा हिंदी की महत्ता बताते हुए हर रचनात्मक कार्य में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
स्कूल के डायरेक्टर विश्व रतन ने मंच पर प्रस्तुत सभी कार्यक्रमों की सराहना करते हुए अध्यापकों व छात्रों का उत्साह वर्धन किया और समझाया कि सिर्फ हिंदी ही एक ऐसी भाषा है जिसमें किसी और भाषा का प्रयोग नहीं किया जाता। सभी को हिंदी भाषा का सम्मान करना चाहिए। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि समर्पण और प्रेरणा की भावना से अपने कर्म क्षेत्र को बढ़ाकर देश हित में कार्य करना चाहिए। जिससे एक नए आत्मनिर्भर भारत के निर्माण की नींव रखी जा सके।
शारदेन स्कूल की प्रधानाचार्या धारा रतन ने हिंदी प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने वाले छात्रों को एवं समस्त शारदेन परिवार को हिंदी की शुभकामनाएं दी और उन्होंने कहा कि हमें क्षेत्रीय भाषाओं को साथ लेकर हिंदी भाषा को आगे बढाने का आह्वान करना चाहिए। इस कार्यक्रम को करने में हिंदी अध्यापकों का पूर्ण सहयोग रहा। हिंदी दिवस की शुभकामनाओं के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया।
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