लखनऊ। सीएम योगी ने सदन के भीतर चाचा शिवपाल यादव को लेकर अखिलेश यादव को नसीहत देते हुए कहा कि आपको अपने चाचा से सीखना चाहिए। चाचा शिवपाल का नाम लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि आपके रिहर्सल में कमी रह गई। सारी कथा सुनने के बाद उल्टा बोल रहे हैं। चाचा कुछ तो सिखा दें, अभी बहुत फुरसत है। अभी 2022 से 2027 चल रहा है। आगे भी 2027 से 2032 तक भी चलेगा। चचा अभी से तय कर लो नहीं तो 2027 में भी सबसे पहले आप ही क्लीन बोल्ड होंगे। सदन में बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कई बार चाचा का जिक्र किया कभी उनके लिए सॉफ्ट कार्नर भी दिखा।
मुख्यमंत्री ने साफ तौर पर कहा कि जब भी आपका नंबर आना होता है तो आपका नाम ही कट जाता है। सीएम योगी ने कहा कि 2012 की सरकार में चाचा और भतीजे किए द्वंद का शिकार लोग बने रहे। भतीजे को लगता था चाचा हावी न हो जाए। इसलिए पैसे ही नहीं देते थे। साथ ही ये भी कहा कि सच्चाई हमेशा कड़वी होती है। सत्य को स्वीकार करने की सामर्थ्य होनी चाहिए। सच्चाई हमेशा थोड़ी कड़वी होती है और सच को स्वीकार करने की भी क्षमता होनी चाहिए। सीएम योगी के बार बार नाम लेने पर शिवपाल यादव अपनी सीट से बोलने लगे, तो सदन में बीजेपी के लोग बोले इधर आ जाइए। तब शिवपाल ने राजभर पर तंज कसते हुए कहा कि इन्हें जल्दी शपथ दिला दीजिएगा नहीं तो ये आ जाएंगे। तब सीएम योगी ने कहा कि कुछ इमला भतीजे को सरकार में पढ़ा देते तो अच्छा रहता।
इस पर शिवपाल यादव ने कहा पहले इंजीनियर हो गए फिर मुख्यमंत्री हो गए। हालांकि इससे साफ है कि शिवपाल यादव के लिए भाजपा के मन में जो सॉफ्ट कॉर्नर पहले था जो दरवाजे खुले रखे गए थे शायद बीजेपी ने उसे अभी बंद नहीं किया है।
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