गाजियाबाद ऑनलाइन गेमिंग एप के जरिए धर्मांतरण के मामले में नया खुलासा हुआ है। गाजियाबाद के राजनगर निवासी किशोर का धर्मांतरण कराने के बाद मास्टरमाइंड बद्दो उसे अपने मोहरे की तरह इस्तेमाल कर रहा था। उसके इशारे पर किशोर अपने चार दोस्तों पर धर्मांतरण का दबाव बना रहा था। चारों से उसकी दोस्ती गेम खेलने के दौरान हुई थी। पुलिस ने बुधवार को दो से पूछताछ की तो यह नई जानकारी सामने आई। किशोर ने डिस्कॉर्ड एप पर ऐसे कई ग्रुप बना लिए थे। माना जा रहा है कि बद्दो इसी तरह चेन बनवाकर धर्मांतरण करा रहा था।
पुलिस ने एक किशोर को चंडीगढ़ और एक को फरीदाबाद से बुलाया था। दोनों राजनगर के किशोर के संपर्क में थे। किशोर उन्हें इस्लाम धर्म से जुड़ी जानकारी, वीडियो और यू-ट्यूब के लिंक व्हाट्सएप पर भेजता था। वह जब खुद नमाज पढ़ने के लिए जाता था, तो मस्जिद से ही फोन करके कहता था कि उसे ऐसा करने से अच्छा लगता है। इस तरह वह उन्हें नमाज पढ़ने के लिए उकसाता था। पुलिस यह मानकर चल रही है कि बद्दो इसी तरह पहले किसी किशोर का धर्मांतरण कराता था। इसके बाद उससे ही उसके दोस्तों पर धर्मांतरण का दबाव डलवाता था। जब वे राजी हो जाते, तब वह उनसे खुद संपर्क करता।
राजनगर के किशोर ने बद्दो को बताया कि एक लड़की से उसकी दोस्ती है। पुलिस का कहना है कि इस पर बद्दो आग बबूला हो गया था। उसने किशोर से कहा कि इस्लाम में इसकी इजाजत नहीं है। दूसरे मजहब की लड़की से दोस्ती नहीं करनी चाहिए। अगर तुम उससे दोस्ती रखना चाहते तो पहले उसे भी इस्लाम धर्म कुबूल कराओ। इस पर किशोर ने दोस्त से पूछा लेकिन उसने साफ इन्कार कर दिया। इसकी जानकारी मिलने पर पुलिस किशोरी से पूछताछ कर चुकी है। उसने इस जानकारी को सही बताया है।
विदेश भागने की फिराक में है बद्दो, छह दिन में बदल चुका 10 ठिकाने
पुलिस को जानकारी मिली है कि शाहनवाज उर्फ बद्दो विदेश भागने की फिराक में है। इस पर मुंबई एयरपोर्ट पर अलर्ट किया गया है। उसके पासपोर्ट को भी निरस्त कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। गाजियाबाद पुलिस की टीम उसे दो जून से महाराष्ट्र में तलाश रही है। छह दिन में वह 10 ठिकाने बदल चुका है। उसने इस बीच मोबाइल में पांच सिम कार्ड भी बदले हैं। इसके बाद वह इंटरनेट कॉलिंग कर रहा है। पुलिस उसकी तलाश में ठाणे, नवी मुंबई और सोलापुर में दबिश दे चुकी है। पुलिस ने बताया कि वह 12वीं पास है लेकिन ऑनलाइन गेमिंग का मास्टर है। परिवार में बड़े भाई और मां हैं। पिता की मौत हो चुकी है। पिता ने दो शादी की थी।
संजयनगर मस्जिद की 15 सदस्य कमेटी भी पुलिस के रडार पर है। पुलिस सदस्यों के मोबाइल की कॉल डिटेल खंगाल रही है। कमेटी के पूर्व सदस्य अब्दुल रहमान को जेल भेजा जा चुका है। धर्म परिवर्तन करने वाला किशोर इसी मस्जिद में नमाज पढ़ने के लिए जाता था। पुलिस का मानना है कि मस्जिद कमेटी के सदस्यों को भी इसकी जानकारी होगी। हो सकता है कि उनके तार भी बद्दो के गिरोह से जुड़े हों।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें