मुजफ्फरनगर। बुधवार की रात आई आंधी से बिजली व्यवस्था बेपटरी हो गई। बिना बिजली रात भर अंधेरा छाया रहा। शहर में सुबह नौ बजे से आपूर्ति बहाल होना शुरू हुई, लेकिन देहात में शाम तक बिजली गुल रही। विद्युत निगम के 48 खंभे टूट गए। निगम को करीब 15 लाख रुपये के नुकसान का अनुमान है। आम की फसल को नुकसान हुआ है। कई स्थानों पर पेड़ों की टहनी टूटकर गिरने से बिजली के तार टूट गए। बुधवार रात सवा दो बजे के लगभग चली हवा कुछ ही देर में आंधी में बदल गई। कुछ स्थानों पर बारिश भी हुई। शहर सहित पूरे जिले की विद्युत आपूर्ति चौपट हो गई। करीब एक घंटे आंधी चली। जनपद में 48 स्थानों पर बिजली के खंभे टूट गए और सैकड़ों स्थानों पर पेड़ों की डाल टूटकर बिजली के तारों पर गिर गई, जिससे जगह-जगह तार टूट गए।
विद्युत निगम के अधिकारी और कर्मचारी सुबह छह बजे से ही तारों को जोड़ने और खंभों की वैकल्पिक व्यवस्था करने में जुट गए। सुबह नौ बजे शहर की कुछ कॉलोनी में आपूर्ति बहाल होना शुरू हुई। शाम तक ही पूरे शहर को बिजली मिल पाई। लोगों को पेयजल की समस्या का सामना करना पड़ा। देहात क्षेत्र में शाम तक बिजली और पेयजल की समस्या बनीं रही।
केशवपुरी की मनीषा अग्रवाल का कहना है कि बिजली आपूर्ति नहीं आने से सुबह को बिना पानी के परिवार के सदस्यों को नहाने और भोजन बनाने में समस्या का सामना करना पड़ा।
बुधवार की रात में आई आंधी में खंभों और तारों के टूटने से आपूर्ति बाधित हुई। आंधी के रुकते ही रात में निगम के लोग टूटे तारों को ठीक करने में लग गए, सुबह से आपूर्ति बहाल होनी शुरू हो गई थी। - एसके अग्रवाल, अधीक्षण अभियंता नगर
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