मुजफ्फरनगर। शुकतीर्थ स्थित महाशक्ति सिद्ध पीठ आश्रम की संचालिका माता राज नंदेश्वरी के ब्रह्मलीन होने के बाद अंतिम संस्कार में विवाद हो गया। अनुयायियों और परिजनों ने मौत पर सवाल खड़े कर पुलिस को सूचना देकर शव का पोस्टमार्टम कराने की मांग रखी। काफी जद्दोजहद के बाद आखिर अंतिम संस्कार करने पर सहमति बनी। वैदिक रीति रिवाज के अनुसार आश्रम में ही माता राज नंदेश्वरी का अंतिम संस्कार किया गया।
शुकतीर्थ स्थित महाशक्ति सिद्ध पीठ आश्रम की संचालिका 76 वर्षीय मां योगिनी राज नंदेश्वरी का शुक्रवार देर रात हृदय गति रुकने से निधन हो गया। शनिवार सुबह साध्वी के निधन की खबर से क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। नोएडा, दिल्ली गाजियाबाद मेरठ शामली समेत अन्य जगहों से सैकड़ों श्रद्धालु मां योगिनी माता राज नंदेश्वरी के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए आश्रम पहुंच गए।
इसी बीच मौत को संदिग्ध मानते हुए श्रद्धालुओं व परिजनों ने हंगामा कर दिया। भोपा थाना प्रभारी अखिलेश कुमार और चौकी प्रभारी ललित कुमार पुलिस टीम के साथ आश्रम पहुंच गए। पुलिस ने दोनों पक्षों को विचार-विमर्श के लिए कहा। महामंडलेश्वर गोपाल दास महाराज, स्वामी कृपाल दास महाराज, आनंद गिरि, बहन प्रवेश, स्वामी भजनानंद आदि दर्जनों सन्तों की नाराजगी को देखते हुए नाराज श्रद्धालुओं ने अंतिम संस्कार करने पर सहमति जताई।
इसके बाद आश्रम में ब्रह्मलीन मां योगिनी राज नंदेश्वरी माता को आश्रम सेवक व ट्रस्ट कोषाध्यक्ष ब्रह्मचारी चंद्रमा एवं रिश्तेदार जितेंद्र त्यागी ने चिता में मुखाग्नि दी। समाजसेवी कुंवर देवराज पवार, जिला पंचायत अध्यक्ष डॉक्टर वीरपाल निरवाल, यशपाल पंवार, जोगिंदर वर्मा, महक पाल प्रधान, रविंदर चौधरी, मांगेराम त्यागी भाकियू, रामकुमार शर्मा, सुनील त्यागी शामिल हुए।
मेरठ के गांव माछरा के किसान जगन्नाथ सिंह त्यागी की इकलौती पुत्री राजदुलारी 1976 में सांसारिक मोहमाया का त्याग कर वानप्रस्थ की ओर निकल पड़ी। चाचा के बेटे धीरज त्यागी व रिश्तेदार जितेंद्र त्यागी ने बताया कि गांव स्थित केवी इंटर कॉलेज में हाईस्कूल तक की शिक्षा प्राप्त की थी। बचपन से ही राज नंदेश्वरी हनुमान जी की पूजा अर्चना करती थी। शादी का बंधन तोड़ वानप्रस्थ का रास्ता चुना। 1981 योगीराज प्रकाशानंद महाराज के संपर्क में आने के बाद सन्यास की दीक्षा ली। कानपुर मिर्जापुर आदि आश्रमों में तपस्या की। इसके बाद शुकतीर्थ पहुंची। कुछ दिन अग्रवाल धर्मशाला में रही। 1994 में महाशक्ति सिद्ध पीठ आश्रम के निर्माण के लिए 18 बीघा जमीन खरीदी।
श्री राम सेवा ट्रस्ट कोषाध्यक्ष एवं सचिव चंद्रमा ब्रह्मचारी ने बताया कि ट्रस्ट का गठन 17 जून 2022 को हुआ था। इसकी अध्यक्ष मां योगिनी राज नंदेश्वरी माता, संरक्षक स्वामी योगीराज प्रकाशानंद महाराज, सदस्य धीरज त्यागी अनिल शर्मा हरि गोपाल डॉक्टर एसपी भार्गव जोगिंदर वर्मा के सी त्यागी अशोक शर्मा आदि सहित 10 लोगों को नामित किया गया था। 20 दिसंबर 2022 को सैकड़ों साधु संतों के बीच योग नंदनी को उत्तराधिकारी बनाया गया।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें