मुजफ्फरनगर । व्यक्ति को गांव के दबंगों द्वारा फर्जी तरीके से कई मामलों एवं फर्जी बैनामा में फंसाए जाने का आरोप लगाते हुए परिवार जनों ने प्रेस वार्ता कर मीडिया के सामने इस चीज का खुलासा किया। पत्रकार वार्ता के दौरान कौसर अल्वी पुत्र इरफान अहमद अल्वी की बेटी द्वारा बताया गया कि उसके पिता को गांव के कुछ दबंगों द्वारा एक फर्जी मुकदमे एवं फर्जी बैनामा के मामले में फंसा कर उनका शोषण किया जा रहा है। जिसको लेकर उनके द्वारा पुलिस से कार्रवाई की मांग की गई परंतु इस मामले में पुलिस द्वारा अभी तक पीड़ित पक्ष की कोई मदद नहीं की गई।
जावेद के घर पर कोई हमला नहीं हुआ फिर भी पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया कैसे ? इन दोनो बातों की गहनता से जाँच होनी चाहिए। मेरे पापा को 05-04-2023 को जावेद ने रोड़ पर अपनी गली के सामने रोककर गाली-गलोच की और जेल भेजने की धमकी दी थी और अपने घर में ले जाकर मारपीट की और कहा कि या तो हाशिम व रहीस के खिलाफ गवाही दे नहीं तो तुझे झूठे मुकदमें में फसा देंगे। जिस पर मेरे पापा ने दिनांक 06-04-2023 को एस.एस.पी. साहिब को एक प्रार्थना पत्र ई-मेल किया जिसका अभी तक कोई पता नहीं है उल्टा मेरे पापा पर ही झूठा मुकदमा कर दिया हमें हमारे घर आकर इन लोगों ने हमें धमकाया । जिस कारण हमें अपना घर छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा और हमारी दुकान पर भी इन लोगों ने कई लोगों और औरतों को भेजा। हमारे सारे मकान बिकवा दिए हैं इन लोगों ने हमारे दादा का दिया हुआ 170 गज का मकान भी इन लोगों ने बिकवा दिया है । ये लोग करीब पाँच साल से पापा से दुश्मनी रख रहे थे पाँच साल पहले सभासद के चुनाव में मुनीर आलम व इनका ग्रुप राजेन्द्र को स्पोर्ट कर रहे थे, जबकि पापा ने सचिन नाम के व्यक्ति को स्पोर्ट किया और वो चुनाव जीत भी गए। । इस पर मुनीर आलम ने कहा कि तुम हमारे सामने आये हो इसका अंजाम बहुत खराब होगा । फिर कुछ दिनों बाद मुनीर आलम ने कहा कि जो हो गया सो हो गया अब अपने गिले शिकवे दूर कर लो और आईन्दा से कोई बात नहीं होगी । फिर इन्होने आहिस्ता-आहिस्ता पापा से नजदीकियां बढ़ा ली और इन्होने पापा को ब्याज पर पैसे दिलवाये और फिर दबाव बनाकर बहुत कम रेट पर बिकवा दिये और उस पर भी मोटी रकम कमीशन ली । अब से तकरीबन 5-6 महीने इकराम परचूनिया ने पापा की एक वीडियो कोल्डड्रिंक में नशा देकर बनाई और
ब्लैकमेल करने लगा और धमकी देकर पापा से डेढ़ लाख रूपये एंठ लिए वो हमारा एक मकान 61 गंज का जिंदा पीर वाली गली में था जो इकराम ने नूर वीडियो आज भी उसके मोबाईल में है या मोहम्मद के पास पाँच लाख रूपये में गिरवी रखवाया था और उसमें भी पचास हजार रूपये कमीशन ली थी। उसके कुछ दिनों बाद उस मकान में इकराम ने डिलीट कर दी हमें नहीं पता और ताला लगा दिया और पापा से एक लाख रूपये लेकर तब उनको चाबी दी । इकराम ने करीब अब से दो-ढाई महीने पहले पापा को मोबाईल पर बहुत डराया और कहा कि पुलिस आ जायेगी तम्हारी खिलाफ जावेद ने एफ.आई.आर. दर्ज करवा दी है तुम यहाँ से भाग जाओ, इस तरह की 15-20 आडियो रिकार्डिंग हमारे पास है जिसमें वो पापा को धमका रहा है। ये लोग बहुत खतरनाक हैं कभी बोलते हैं कि खून की नदियां बहा देंगे कभी बोलते हैं कि अगर किसी ने इरफान अल्वी के पक्ष में गवाही दी तो अंजाम बहुत बुरा होगा कभी बोलते हैं कि अगर इरफान अली का साथ दिया तो मोहल्ले में तो क्या जिले में नहीं रहने देंगे । कभी मोहल्ले में पुलिस के साथ आकर बोलते हैं कि इसके मकान पर बड़ा बुल्डोजर नहीं आएगा छोटा बुल्डोजर ही चलवा देंगे । और इन लोगों ने पुलिस के द्वारा मोहल्ले वालों के दरवाजों पर भी डंडे बजवाये 1. और लोगों को हमारे घर पर भेजकर कहलवाते हैं कि इरफान हमारे पैसे लेकर भाग गया अब उसको जिंदा नहीं रहने देंगे और गंदी-गंदी गालियां देते हैं और जातिसूचक शब्द कहकर कहते हैं कि अब इस साले फकीर को यहाँ नहीं रहने देंगे और कई तरह की अफवाहें इन लोगों ने फैला रखी हैं । कभी बोलते हैं कि यह जो एप्लीकेशन इरफान ने मानवाधिकार आयोग, महिला आयोग, आई.जी. और डी.आई.जी. को दे रखी है इनसे कुछ नहीं होता ये तो रद्दी की टोकरी में डाल दी जाती हैं। कानून तो पैसे वालों की जेब में रहता है। इसका सबूत है कि हमने इरफान पर झूठा मुकदमा करवा दिया। हम पैसे वाले लोग हैं पुलिस भी हमारी जेब में रहती है इन्होने एक एग्रीमेंट जोकि 100 रूपये के स्टाम्प पर है उसमें 85 लाख रूपये का लेन-देन दिखा रखा है उसमें मेरे पापा के जाली हस्ताक्षर कर रखे हैं। । पुलिस इन हस्ताक्षरों को सच मान रही है जबकि वो मेरे पापा के हस्ताक्षर नहीं है । हस्ताक्षर की गहनता से जाँच की जानी चाहिए । हमारा एक मकान जो कि 75 गज का था वो हमारी अम्मी के नाम था इस मकान को भी मुनीर आलम, इकराम परचूनिया, जावेद और इसरार अनसारी ने आफताब गोयला व शाहनवाज गोयला वालों के यहां आठ लाख रूपये में गिरवी रखकर रजिस्ट्रड
एग्रीमेंट करवा दिया इसमें उक्त लोगों ने 50 हजार रूपये कमीशन ली व 6 प्रतिशत ब्याज के हिसाब से हर महीने 48000 रूपये तीन महीने तक दिये बाद में ये लोग ब्याज दर बढाने को कहने लगे और दबाव बनाने लगे तथा तत्काल पैसे वापिस नहीं लौटाने पर गाली-गलोच करते हुए जान से मारने की धमकी दी, इसी से डर कर मेरे पापा ने अरसलान पुत्र साजिद को अपने मकान का एग्रीमेंट कर 9 लाख रूपये उधार लिये थे और उसमें भी उक्त लोगों ने पचास हजार रूपये कमीशन ली। मेरे पापा ने जो 8 लाख रूपये शाहनवाज गोयला व आफताब गोयला से लिए थे वो 8 लाख रूपये और एक लाख रूपये ओर अपने पास से डालकर हाशिम पुत्र शाहदीन को गंगहो वाली जमीन में दिए थे और ये पैसे मुनीर आलम की गारंटी में दिए गए और हाशिम ने कहा कि अब आपकी गंगहो वाली जमीन में आपकी साझेदारी हो गई । हमारी पढ़ाई का बहुत नुक्सान करवा दिया । हम 03-05-2023 से घर छोड़े हुए हैं । इन्होने मेरे भाई बहन की पढ़ाई भी खराब करवा दी है अब हम स्कूल भी नहीं जा पा रहे हैं। इन लोगों के कारण हमारा तो भविष्य ही अंधकार में हो चुका है । फिर भी हमारी कोई सुनवाई नहीं की जा रही है और मेरे भाई की खुद की दुकान होते हुए भी मजदूरी करनी पड़ रही है और मेरा दूसरा भाई अरस्लान जो कि कक्षा बाहरवीं का छात्र है पढ़ाई छोड़कर मजदूरी करनी पड़ रही है । हमारे पापा ने मानवाधिकार आयोग, महिला आयोग, चाईल्ड वेलफेयर सोसाईटी, मानवाधिकार ऑरगनाईजेशन, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री व आई.जी. डी.आई.जी. साहिब को अपना प्रार्थना पत्र रजिस्ट्री किया हुआ है जिसका अभी तक कोई परिणाम नहीं आया है, क्योंकि जाँच सी.ओ. सिटी जी के यहाँ आती है तो वहाँ पर सी.ओ. साहिब के राकेश शर्मा नाम के स्टैनो हैं वो हमारी सभी बातों को झूठा बताते हैं और कहते हैं कि इरफान अल्वी ने फ्रॉड किया है जबकि यह बात सरासर गलत है, हमारे पापा ने 50 साल की उम्र में आज तक किसी का एक रूपया भी नहीं मारा बल्कि हमारे पापा के ही लाखों रूपये लोगों पर हैं । मेरे पापा पर आज तक कोई मुकदमा दर्ज नहीं है अब हम मीडिया के सामने अपने पापा का पक्ष रख रहे हैं हमें उम्मीद है कि हमें इंसाफ जरूर मिलेगा। अगर हमारी सुनवाई नहीं हुई या हमारे पापा के साथ कुछ गलत होता है तो हम भूख हड़ताल पर बैठ जायेंगे |
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