नई दिल्ली. डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी के प्रमुख गुलाम नबी आजाद ने अपनी आत्मकथा के विमोचन के मौके पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तीखा हमला किया. आजाद ने एबीपी न्यूज से बातचीत में कहा कि राहुल गांधी के अध्यादेश फाड़े जाने से मनमोहन सिंह नाराज थे और पद छोड़ना चाहते थे. आजाद ने कहा कि अगर आज वो कानून रहता तो खुद राहुल गांधी की सदस्यता बची रहती.
आजाद ने आगे कहा कि राहुल राष्ट्रपति नहीं थे फिर भी उनके कारण अध्यादेश वापस लिया गया. हालांकि आजाद इस सवाल का कोई जवाब नहीं दे पाए कि उन्होंने तब आवाज क्यों नहीं उठाई? उन्होंने कहा कि मनमोहन सिंह को राहुल के सामने झुकना नहीं चाहिए था, तब की कैबिनेट कमजोर थी. जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम आजाद ने कहा कि हमने अध्यादेश लाया था कि किसी न किसी वक्त हमारे खिलाफ ये इस्तेमाल होगा. क्योंकि कभी दूसरी पार्टी भी सत्ता में हो सकती है. उस समय उन्होंने उसे फाड़ दिया. उस समय कैबिनेट कमजोर थी. तब की कैबिनेट को अपने फैसले पर कायम रहना चाहिए था.
आजाद ने शायराना अंदाज में कहा कि खुद किए तुमने अपनी दीवारों में सुराख, अब कोई झांक रहा है तो शोर कैसा. आजाद ने आगे कहा कि जब आप कांग्रेस में होते हैं तो रीढ़ विहीन होते हैं. राहुल गांधी के साथ नेताओं के सूरत कोर्ट जाने पर भी आजाद ने सवाल उठाए. उन्होंने ये भी कहा कि उन्होंने राहुल गांधी की वजह से कांग्रेस छोड़ी थी. यूपीए सरकार में आजाद खुद कैबिनेट मंत्री थे.
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