मुजफ्फरनगर । जिला पंचायत की बोर्ड मीटिंग में शुक्रवार को पक्ष और विपक्ष के सदस्यों के बीच नोकझोंक तनातनी में बदल गई। आलम यह रहा कि नौबत हाथापाई तक पहुंचते--पहुंचते बची। विपक्ष के तीन विधायकों की मौजूदगी में विपक्षी सदस्यों ने जिला पंचायत की ओर से उनके वार्डों में प्रस्तावों पर काम नहीं करने का आरोप लगाया।
वहीं सत्ता पक्ष के सदस्यों की टीका टिप्पणी से माहौल बिगड़ गया। विपक्षी विधायकों ने बीच बचाव कराते हुए सदस्यों को संवैधानिक भाषा और सदन की गरिमा का पाठ पढ़ाया। जिला पंचायत अध्यक्ष को भी कुर्सी पर रहते हुए सबके साथ इंसाफ करने के लिए कहा, ताकि जिले का चहुंमुखी विकास होने के साथ ही सदन में सभी का सम्मान रहे। बैठक में 40 करोड़ का बजट पारित किया गया।
चौ. चरण सिंह सभाकक्ष में जिला पंचायत की बोर्ड मीटिंग का आयोजन हुआ। इसमें रालोद विधानमंडल दल के नेता विधायक राजपाल बालियान, रालोद युवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष विधायक चंदन सिंह चौहान और रालोद के पुरकाजी से विधायक अनिल कुमार भी मौजूद रहे। जिला पंचायत अध्यक्ष डाॅ. वीरपाल निर्वाल ने उनका स्वागत किया। इसके बाद बोर्ड मीटिंग की कार्यवाही अपर मुख्य अधिकारी जितेन्द्र कुमार ने शुरू की। एजेंडा प्रस्तुत करने के साथ ही अन्य प्रस्ताव भी रखे गये। इसमें दो विशेष प्रस्ताव के साथ ही कुल 18 प्रस्तावों को सदन के सामने प्रस्तुत किया गया।
एक प्रस्ताव को छोड़कर सभी प्रस्तावों को सदन में बहुमत के आधार पर पारित कर दिया गया। एजेंडा पारित होने के बाद विपक्षी खेमे के सदस्य अंकित कुमार ने विपक्ष को दबाने, उनके क्षेत्रों में विकास कार्य नहीं कराने, उनके प्रस्तावों को निरस्त करते हुए दूसरे लोगों के प्रस्तावों पर कार्य कराये जाने और विपक्ष को अपमानित करने के आरोप लगाते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष से नारजागी जताई। जिसके बाद हंगामा होने लगा। विधायकों ने सभी को समझाकर मामला शांत कराया।
बैठक में मुख्य रूप से ब्लाॅक प्रमुख खतौली गौतम, मालती देवी, अक्षय पुण्डीर, नरेन्द्र सिंह और अरविन्द त्यागी के अलावा सीएमओ डाॅ. महावीर सिंह फौजदार व अन्य सदस्यगण तथा अधिकारी मौजूद रहे। संचालन एएमए जितेन्द्र कुमार ने किया।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें