मोदीनगर। रिक्शा चालक आस मोहम्मद ने ईमानदारी की मिसाल पेश करते हुए 25 लाख रुपये की नकदी से भरा बैग पुलिस के सुपुर्द कर दिया। मंगलवार सुबह माल छोड़कर लौटते समय रिक्शा चालक आस मोहम्मद का एक लावरिश बैग तिबड़ा मार्ग स्थित रजवाहे के समीप मिला था। बैग में पांच-पांच सौ की गड्डी भरी थी। डीसीपी ग्रामीण जोन रवि कुमार ने रिक्शा चालक को सम्मानित किया। जिसने भी घटनाक्रम को सुना उसने रिक्शा चालक की ईमानदारी को सलाम किया।
मोदीनगर की किदवईनगर कॉलोनी निवासी आस मोहम्मद अपनी पत्नी हनीफा और तीन पुत्रों और एक पुत्री के साथ रहते हैं। आस मोहम्मद ई-रिक्शा चलाकर परिवार का पालन पोषण करते हैं। वह अधिकतर माल ढ़ुलाई का कार्य करते हैं। बताया गया कि मंगलवार सुबह आस मोहम्मद माल छोड़कर गांव तिबड़ा के समीप गढ़ी गदाना से लौट रहे थे। जैसे ही वह तिबड़ा मार्ग स्थित रजवाहे के समीप पहुंचे तभी उन्हे एक लावारिश बैग दिखा। बैग देखकर वह रूक गए और वहां खड़े होकर काफी देर तक बैग स्वामी की बाट जोहते रहे। मगर बहुत देर बाद भी जब वहां कोई नहीं पहुंचा तो उन्होंने बैग चेक किया, बैग में पांच-पांच सौ की गड्डियों भरी हुई थीं। बैग में नोट भरे देख वह सन्न रहे गए और भतीजे सरफराज को मामले की सूचना दी। इसके बाद दोनों ने थाने पहुंचकर नोटों से भरा बैग पुलिस के सुपुर्द कर दिया। मोटी रकम को कोई दावेदार सामने नहीं आया। इसे लेकर भी तरह तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म रहा।
डीसीपी ग्रामीण जोन रवि कुमार ने बताया कि आस मोहम्मद द्वारा पुलिस को सौपें गए बैग में करीब 25 लाख रुपये की नकदी बरामद हुई है। उनकी ईमानदारी के लिए आस मोहम्मद को सम्मानित किया। कहा कि लोगों को आस मोहम्मद से प्रेरणा लेनी चाहिए।
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