नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली के जंतर-मंतर में आज धरना-प्रदर्शन का दूसरा दिन है। ओलिंपिक मेडलिस्ट और वर्ल्ड चैंपियन बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट, साक्षी मलिक, अंशू मलिक सरीखी चैंपियन और वर्ल्ड क्लास ऐथलीट्स ने मोर्चा खोला हुआ है। साथी महिला पहलवानों की आपबीती सुनाते हुए विनेश फोगाट के आंसू बहने लगे, वो कहती हैं, 'बृजभूषण शरण सिंह और कोच नेशनल कैम्प्स में महिला रेसलर्स का यौन उत्पीड़न करते हैं। कुछ कोच तो सालों से यौन उत्पीड़न करते आ रहे हैं। कई महिला पहलवानों ने इसकी शिकायत भी की।' अब खेल मंत्रालय में चार पहलवानों के प्रतिनिधमंडल को बातचीत के लिए बुलाया है।
लगातार तीन कॉमनवेल्थ गेम्स में 3 गोल्ड मेडल जीतने वाले विनेश ने कहा, 'बृजभूषण खिलाड़ियों के होटल में रुकते थे। जो नियमों के खिलाफ है। यहां तक कि उसी फ्लोर पर अपना कमरा रखते थे, जहां महिला पहलवान ठहरी हैं। जानबूझकर अपना कमरा खुला रखते थे। तोक्यो ओलिंपिक में हार के बाद WFI के अध्यक्ष ने मुझे खोटा सिक्का कहा। मानसिक रूप से प्रताड़ित किया। मैं हर दिन खुद को खत्म करने की सोचती। मेरी हत्या भी हो सकती है। अगर मुझे या किसी पहलवान को कुछ होता है तो उसके पीछे बृजभूषण सिंह का ही हाथ होगा।
बृजभूषण सिंह यूपी के कैसरगंज सीट से बीजेपी सांसद हैं। 2011 से कुश्ती संघ के अध्यक्ष पद पर बने हुए हैं, उनकी इमेज दबंग वाली है। इस बारे में बजरंग पूनिया ने बताया कि, 'ये हमारे सम्मान की लड़ाई है। हमारी लड़ाई गैरराजनैतिक है। हमें किसी राजनेता की जरूरत नहीं है। बृजभूषण सिंह विदेश भागने की फिराक में है।' हरियाण का मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा, 'खिलाड़ियों का मनोबल टूटने नहीं देंगे। हमारे प्लेयर्स की चिंता सबसे जरूरी है। खिलाड़ियों की बातें गंभीरता से ली गई है।
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