गुरुवार, 19 जनवरी 2023

शासन से आए अधिकारी को गौशालाओं में नहीं मिली कोई कमी

 


मुजफ्फरनगर । शासन स्तर से नामित राहुल सिंह, (आई0ए0एस0), विशेष सचिव ऊर्जा एवं अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत विभाग, उ0प्र0/नोडल अधिकारी, जनपद- मुजफ्फरनगर की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार में जनपद के अधिकारियों के साथ गौ आश्रय एवं संरक्षण के संबंध में समीक्षा बैठक आहूत की गई।

शासन स्तर से नामित श्री राहुल सिंह, (आई0ए0एस0), विशेष सचिव ऊर्जा एवं अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत विभाग, उ0प्र0/नोडल अधिकारी, जनपद- मुजफ्फरनगर दिनाॅंक 16-01-2023 से 18-01-2023 तक जनपद में गोवंश आश्रय स्थलों का  सत्यापन/भ्रमण कर रहे है। नोडल अधिकारी द्वारा 14 गोवंश आश्रय स्थलों/गौशालाओं का भ्रमण किया गया। भ्रमण के समय गोवंश आश्रय स्थलों पर साफ सफाई पायी गयी। सभी स्थानों पर  गोवंश के खाने के लिए हरा चारा, भूसा एवं अन्य पोष्टिक चारा उपलब्ध पाया गया। गोवंश के पीने के लिए साफ स्वच्छ, ताजा पानी उपलब्ध मिला। गोवंश को ठण्ड से बचाने के लिए व्यापक व्यवस्थाएं की गयी है। तिरपाल, गोवंश के लिए जूट की झूल तथा बिछावन में पुराली की व्यवस्था पायी गयी। सभी गोवंश आश्रय स्थलों पर भरण पोषण की व्यापक धनराशि उपलब्ध है। सभी स्थानों पर केयर टेकर की व्यवस्था की गयी है। 

*इसी क्रम में आज दिनाॅंक 18-01-2023 को नोडल अधिकारी महोदय द्वारा विकास भवन सभागार में जनपद के समस्त खण्ड विकास अधिकारी/समस्त अधिशासी अधिकारी नगरपालिका तथा नगर पंचायत तथा जनपद के समस्त उप मुख्य/पशु चिकित्साधिकारी एवं अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत तथा अन्य समस्त संबंधित जनपद स्तरीय अधिकारियों के साथ बैठक का आयोजन किया गया।*

बैठक में नोडल अधिकारी महोदय द्वारा निम्न निर्देश पारित किये गये । 

1- जनपद को दिनाॅंक 31-03-2023 तक शासन के निर्देशानुसार निराश्रित गोवंश से मुक्त किया जाना है। जिसके लिए निर्देशित किया गया कि निराश्रित गोवंश की गणना कर उनको संरक्षित करने के लिए व्यापक अस्थायी गोवंश आश्रय स्थलों का निर्माण दिनाॅंक 31-01-2023 तक पूर्ण कर लिया जाए। जनपद में वर्तमान में 25 अस्थायी गोवंश आश्रय स्थल निर्माणाधीन है, उक्त के अतिरिक्त 17 गोवंश आश्रय स्थलों के स्थान का चिन्हांकन किया गया है, जिन पर गोवंश आश्रय स्थलों का निर्माण कराया जाना प्रस्तावित है। 

2- गोवंश को ठण्ड से बचाने के व्यापक प्रबन्ध किये गये है, और जो भी सम्भव प्रयास किया जा सकता है उसको करने के निर्देश पारित किये गये।

3- निराश्रित गोवंश को पकडने हेतु कैटिल कैचर/मल्टी परपज वेहीकल की समीक्षा की गयी। जिसमें पाया गया कि जनपद के पास वर्तंमान में 02 कैटिल केचर उपलब्ध है, जो कि तहसील सदर तथा तहसील खतौली की नगर पालिका के पास उपलब्ध है। ग्रामीण क्षेत्रों के लिए न्यूनतम 02 और कैटिल केचर क्रय कराने के निर्देश पारित किये गये। 

4- नोडल अधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया कि जनमानस, जनप्रतिनिधियों, गो पे्रमियों तथा उद्योगपतियों की दान में सहभागिता का अनुरोध किया जाए, जिससे अधिक से अधिक दान प्राप्त कर गोवंश का संरक्षण सही प्रकार से हो सके। 

5- ग्राम पंचायतों को प्राप्त होेने वाली धनराशि से 4 प्रतिशत की धनराशि एस0एफ0सी0 पूलिंग कर गोवंश के भरण पोषण हेतु जनपद स्तरीय खाते में एकत्र की जाये तथा उसका उपयोग गोवंश के भरण पोषण के गैप की प्रतिपूर्ति हेतु किया जाए। 

6-मा0 मुख्यमंत्री निराश्रित/बेसहारा गोवंश सहभागिता योजनान्तर्गत गोवंश आश्रय स्थलों में संरक्षित गोवंश को इच्छुक पशुपालकों को पालन हेतु सुपुर्दगी में दिये जाये, जिसके लिए पशुपालक को 30-00 रूपये प्रति गोवंश प्रतिदिन की दर से धनराशि भरण पोषण हेतु उपलब्ध करायी जाए। अधिक से अधिक पशुपालक इस योजना का लाभ उठाये। 

7- गोवंश आश्रय स्थलों को स्वावलम्बी बनाने हेतु वर्मी कम्पोस्ट तथा गोबर के लटठो का उत्पादन करने के निर्देश पारित किये गये, जिससे गोवंश आश्रय स्थल को होने वाली आय का प्रयोग भी गोवंश के भरण पोषण हेतु किया जा सके। 

8- शासन के निर्देशानुसार प्रत्येक दशा में दिनाॅंक 31-03-2023 तक जनपद को निराश्रित गोवंश से मुक्त करने के कठोर निर्देश पारित किये गये। 

बैठक में संदीप भागिया मुख्य विकास अधिकारी तथा मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी द्वारा भी प्रतिभाग किया गया।

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