नयी दिल्ली। पूरी फजीहत के बाद झारखंड के पारसनाथ स्थित जैन समुदाय के पवित्र तीर्थ स्थल सम्मेद शिखर को अब पर्यटन क्षेत्र नहीं रहने का ऐलान किया गया है। जैन समाज के देश व्यापी विरोध के बाद केंद्र सरकार ने गुरुवार को तीन साल पहले जारी किए गए अपने आदेश को वापस ले लिया है। भारत सरकार के पर्यावरण मंत्रालय की तरफ से आज पांच जनवरी को जारी दो पेज की चिट्ठी के दूसरे पेज पर लिखा गया है, ''इको सेंसेटिव जोन अधिसूचना के खंड-3 के प्रावधानों के कार्यान्वयन पर तत्काल रोक लगाई जाती है, जिसमें अन्य सभी पर्यटन और इको-टूरिज्म गतिविधियां शामिल हैं। राज्य सरकार को यह सुनिश्चित करने के लिए तत्काल सभी आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिया जाता है।''
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें