मुजफ्फरनगर। पहले बेटी और और उसके बाद मासूम की मौत को लेकर दहेज उत्पीड़न की रिपोर्ट दर्ज होने के बावजूद पुलिस पर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई ना किए जाने के विरोध में परिजनों ने राजनीतिक दबाव में पुलिस पर कार्रवाई ना करने का आरोप लगाते हुए कोर्ट में जाने की चेतावनी दी है।
शहर से जुडेÞ नई मंडी क्षेत्र के सरवट गढ़ी निवासी उस्मान व उनके परिजनों ने आज कहा कि उनकी पुत्री साइमा की शादी भंडूरा निवासी दानिश के साथ 14 नवंबर 2021 में हुई थी। आरोप है कि हैसियत से अधिक दहेज देने के बावजूद परिजन उसका उत्पीड़न करते रहे और बाद में उन्हें दस लाख रुपये भी उन्होंने दिए। उन्होंने बताया कि गर्भवती होने के बाद साईमा को एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। 4 सितंबर 22 को उसकी मौत हो गई। आरोप है कि पोस्टमार्टम में उसकी मौत का कारण दिल का दौरा पड़ना बताया गया, जबकि मौत के बाद उसका पूरा शरीर नीला पड़ गया था। साइमा की मौत के कुछ ही दिन बाद उसकी मासूम नवजात बेटी की भी मौत हो गई। उसकी मौत का कारण निमोनिया बताया गया। परिजनों का आरोप है कि पहले साइमा और उसके बाद नवजात पुत्री की उसके ससुराल वालों के उत्पीड़न के चलते मौत हो गई। उस्मान का आरोप है कि तमाम शिकायतों के बाद पुलिस ने रिपोर्ट तो दर्ज कर ली, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की। वे एसएसपी से लेकर मुख्यमंत्री और महिला आयोग तक गुहार लगाकर हार चुके हैं। ऐसे में उनके सामने आत्महत्या के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा है। उन्होंने मामले को कोर्ट में भी ले जाने की चेतावनी देते हुए कहा कि ससुराल पक्ष के राजनीतिक दबाव के कारण पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही।
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