मेरठ। भाजपा में अंदरूनी कलह अब धीरे-धीरे सामने आने लगी है। कलह मेरठ के सरधना की सीएचसी स्वास्थ्य केंद्र के एक डॉक्टर के ट्रांसफर को लेकर केंद्रीय राज्यमंत्री सांसद संजीव बालियान और मेरठ के पूर्व सरधना विधायक संगीत सोम के बीच वर्चस्व की जंग शुरू हो गई है। इस जंग की गूंज लखनऊ तक सुनाई देने लगी है।
राजनीति दखल के कारण ट्रांसफर होने की बात डॉक्टर को पता चली तो उन्होंने केंद्रीय राज्यमंत्री संजीव बालियान के शरण में जाकर रुकवाने को कहा। जानकारों की मानें तो मंत्री संजीव बालियान ने सीएमओ से ट्रांसफर रोकने को कहा। इसी बात को लेकर दोनों ने अपनी प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लिया। पूर्व विधायक संगीत सोम के समर्थकों ने सीएचसी पर ताला बंदी कर प्रदर्शन शुरू कर दिया, लेकिन जनता के विरोध के कारण ताला तुरंत खोलना पड़ा।
सरधना विधान सभा क्षेत्र से भाजपा के पूर्व विधायक संगीत सोम पूर्व में सपा से मुजफ्फरनगर लोकसभा से चुनाव भी लड़े थे, लेकिन हार का सामना करना पड़ा था। उसके बाद इन्होंने सरधना विधान सभा से दो बार भाजपा के बैनर तले चुनाव लड़ा और बहुमत से जीत दर्ज की, लेकिन इस बार उन्हें सरधना विधान सभा से हार का मुंह देखना पड़ा। अब भाजपा के फायर ब्रांड कहे जाने वाले संगीत सोम की निगाह मुजफ्फरनगर से आगामी लोकसभा सीट पर लेकर है, जिसकी जानकारी मुजफ्फरनगर सांसद संजीव बालियान को लगी और यही से शुरू हुई दो दोस्तों की राजनीतिक जंग। जनता में ये भी चर्चा है कि डॉक्टर के ट्रांसफर को लेकर ही दोनों नेताओ की वर्चस्व को लेकर उनके राजनीतिक कद को आंका जाएगा।
दोनों नेताओं की बात यही नहीं थमी। बात लखनऊ तक जा पहुंची है। जानकार बताते हैं कि ये कोई नया नहीं है। संगीत सोम को अपने आपको चर्चाओं में रखने के लिए कुछ न कुछ विवाद चाहिए। चाहे ऐसे मामले हों या कोई विवादित बयान, लेकिन सुर्खियों में अपने को रखना जरूर है। अब देखना ये है कि लखनऊ से क्या आदेश मेरठ सीएमओ को आता है।
सीएमओ ऑफिस से सूत्रों से जानकारी मिली है कि जिस डॉक्टर के ट्रांसफर पर दोनों नेता आपस में भिड़ रहे हैं, वो फिलहाल छुट्टी पर चले गए हैं। वहीं, इस मामले में सीएमओ मेरठ अखिलेश मोहन कुछ भी कहने से बचते नजर आ रहे हैं। उनका कहना है कि शासन आदेश का पालन किया जाएगा।
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