जानसठ । कम उम्र में 2017 में नगर पंचायत जानसठ का चुनाव जीत कर चेयरमैन बने प्रवेन्द्र भड़ाना ने राजनीति में काफी कम समय में बड़ी शोहरत पायी है। इन दिनों कस्बे की जनता के दिलों में राज कर रहे हैं। उ जनता के दिल राज करने का मुख्य कारण प्रवेन्द्र भड़ाना का जनता के प्रति सेवा भाव तथा सम्मान है उसके साथ ही उनके द्वारा कस्बे में निस्वार्थ भाव से विकास कार्यों को कराए जाना। जिस कारण नगर पंचायत चुनाव में कस्बे की जनता के बीच प्रवेन्द्र भड़ाना के नाम की चर्चाएं अब एक बार फिर से जोर पकड़ने लगी है धीरे-धीरे लोग उनके नाम की चर्चा उनके द्वारा किए गए विकास कार्य कस्बे में जंगल में लगी आग की तरह फैल रहे है हिंदू धर्म में गौ माता का मां के बराबर सम्मान है लेकिन कस्बे में दो गौशाला होने के बावजूद भी आए दिन गोधन सड़कों पर भूखा प्यासा फिरता रहता था ऐसे में उन्होंने जनता और सरकार के सहयोग से गोधन के लिए चारे की व्यवस्था की। ऐसे ही कुछ गरीब लोगों के घरों में बिजली तथा पानी की किल्लत के चलते लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था चेयरमैन भड़ाना ने कस्बे में दर्जनों खराब पड़े सरकारी नल जनता के सहयोग से ठीक कराएं। तथा गरीब तबके के लोगों के घरों में कनेक्शन की व्यवस्था भी कराई।
ताजा रिपोर्ट डॉट कॉम की टीम ने जब कस्बे में लोगों से नगर पंचायत अध्यक्ष कौन होना चाहिए के बारे में जानकारी चाही जानसठ की जनता ने एक बार फिर से वर्तमान चेयरमैन प्रवेन्द्र भड़ाना का नाम प्रस्तुत किया लोगों का कहना है कि भड़ाना द्वारा बाकी प्रत्याशियों के मुकाबले कस्बे में राजनीति कम और सेवा भाव ज्यादा रखते हैं उनके दरवाजे गरीब आदमी के लिए हमेशा खुले रहते हैं पिछले लंबे समय से वह निस्वार्थ कस्बे के जरूरतमंद लोगों की सेवा कर रहे हैं अब जनता को उनका हक दिलाने के लिए उनके साथ तन मन धन से खड़ी हुई है एक व्यक्ति ने नाम ना छापने की शर्त पर कहा कि पिछले 5 वर्षों में उनकी चेयरमैन बनने के बाद कस्बे के विकास में चार चांद लग गए है जबकि भारतीय जनता पार्टी विकासशील पार्टी है गरीब और शोषित समाज को उठाने वाली पार्टी है। उसी भाव से चेयरमैन भड़ाना ने जनता के साथ परिवार जैसा व्यवहार किया है
जिस तरह से चेयरमैन भड़ाना की लोकप्रियता जनता के बीच बढ़ती जा रही है उसी तरह प्रतिद्वंदी प्रत्याशियों का मनोबल टूटता जा रहा है प्रतिद्वंदी प्रत्याशी जनता के बीच जाने से भी कतरा रहे हैं, क्योंकि जनता के बीच जाने पर उन्हें केवल एक ही आवाज सुनाई देती है चेयरमैन भड़ाना जिंदाबाद,
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें