लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आवास पर भारतीय जनता पार्टी की कोर कमेटी की बैठक में नगरीय निकाय चुनाव के संदर्भ में विचार मंथन हुआ। निकाय चुनाव को लेकर न्यायालय के रुख और उससे पैदा होने वाली संभावनाओं पर भी चर्चा हुई।
बैठक में इस बात पर सहमति बनी कि यदि निकाय चुनाव का रास्ता साफ हो जाता है तो पार्टी संगठन और सरकार को बिना समय गंवाए तत्परता से उसकी तैयारियों में जुटना होगा। निकाय चुनाव के विभिन्न पदों के लिए प्रत्याशियों के चयन की प्रक्रिया को तेजी से अंजाम देते हुए घर-घर संपर्क अभियान को भी धार देना होगा। निकाय चुनाव के लिए जिला, मंडल व बूथ स्तरीय कार्यकर्ताओं के साथ पार्टी के विभिन्न मोर्चों, प्रकोष्ठों को सक्रिय करने के बारे में भी विचार विनिमय हुआ।
निकाय चुनाव टलने की परिस्थिति में पार्टी के संगठनात्मक कार्यों और अभियानों को गति देने के बारे में भी बातचीत हुई। ऐसी स्थिति में फरवरी में प्रस्तावित यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के सफल आयोजन के लिए सरकार और संगठन के समन्वय पर भी बातचीत हुई। प्रदेश भाजपा की नई टीम भी गठित होनी है। उसके संभावित स्वरूप को लेकर भी चिंतन मनन हुआ।
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिवस 25 दिसंबर को भाजपा सुशासन दिवस के रूप में मनाएगी। सुशासन दिवस पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की रूपरेखा पर भी चर्चा हुई। आने वाले महीनों में प्रस्तावित सहकारिता के चुनाव के संबंध में भी विचार विमर्श हुआ। बैठक में मुख्यमंत्री के अलावा भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी, प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह, उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य व ब्रजेश पाठक मौजूद थे। ।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें