बीजिंग. कोरोना वायरस की चौथी लहर का सामना कर रहे चीन में आने वाले दिन और भी बुरे हो सकते हैं. आशंका जताई जा रही है कि जनवरी में वायरस से एक दिन में 25,000 से अधिक लोगों की मौत हो सकती है. लंदन स्थित रिसर्च फर्म एयरफिनिटी ने एक बयान में कहा, ‘क्षेत्रीय आंकड़ों के रुझानों का इस्तेमाल करते हुए महामारी विज्ञानियों की हमारी टीम ने उन क्षेत्रों में कोरोना के चरम पर पहुंचने का अनुमान लगाया है जहां मामले वर्तमान में बढ़ रहे हैं और फिर बाद में अन्य चीनी प्रांतों में कोरोना मामलों में इजाफा देखने को मिलेगा.’ एयरफिनिटी ने कहा कि वर्तमान में चीन में प्रतिदिन 9,000 मौत और 18 लाख कोविड संक्रमण होने का अनुमान है, जबकि रिसर्च फर्म ने उम्मीद जताई है कि अप्रैल 2023 के अंत तक देश भर में 17 लाख लोगों की मौत हो सकती है.
इस महीने की शुरुआत में एयरफिनिटी ने प्रतिदिन 5,000 से अधिक कोरोना मौत का अनुमान लगाया था, जो कि वहां कोविड के आंकड़े इससे कहीं ज्यादा निकले हैं. चीन में संक्रमण के प्रत्येक मामले में वायरस के उत्परिवर्तन की आशंका होती है और यह चीन में तेजी से पैर पसार रहा है. वैज्ञानिक अभी यह नहीं बता पा रहे कि क्या इसका मतलब दुनिया में वायरस के नये स्वरूप का प्रकोप होना है, लेकिन उन्हें आशंका है कि ऐसा हो सकता है.
ओमिक्रॉन वेरिएंट से चीन में हालत खराब
चीन के स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा है कि मौजूदा प्रकोप ओमिक्रॉन वायरस के कारण है जिसे अन्य देशों में भी देखा गया है. उसने कहा कि वायरस के नये चिंताजनक स्वरूपों का पता लगाने के लिए एक निगरानी तंत्र स्थापित किया गया है. चीन के रोग नियंत्रण केंद्र के मुख्य महामारी विज्ञानी वू जून्यू ने बृहस्पतिवार को कहा कि चीन को वायरस के किसी भी स्वरूप का पता चला है तो उसने समय पर इसकी जानकारी दी है. उन्होंने कहा, ‘हम कुछ भी छिपाकर नहीं रखते. सारी जानकारी दुनिया के साथ साझा की जाती है.’
जर्मनी के स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता सेबेस्टियन गुएल्दे ने कहा कि अधिकारियों को इस तरह का कोई संकेत नहीं है कि चीन में इस लहर में वायरस का कोई अधिक खतरनाक स्वरूप विकसित हुआ है, लेकिन वे हालात पर नजर रख रहे हैं. यूरोपीय संघ भी हालात का आकलन कर रहा है और उसने कहा है कि चीन में व्याप्त वायरस का स्वरूप यूरोप में पहले से सक्रिय है.
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें