मुजफ्फरनगर। खतौली उपचुनाव के दौरान खतौली के नवीन मंडी में गठबंधन प्रत्याशी मदन भैया के समर्थन में हुई जनसभा में रालोद अध्यक्ष जयन्त चौधरी ने कहा कि भाजपा सरकार देश को अदाणी और अंबानी के लिए कारखाना बना रही है, जिसमें देश की गरीब जनता को मजदूर बनाने की कोशिश हो रही है। भाजपा को गरीब की चिंता नहीं है। किसानों की मौत पर प्रधानमंत्री एक शब्द नहीं बोल सके थे। वहीं, आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि देश-प्रदेश में अन्याय पूर्ण शासन किया जा रहा है। अभिव्यक्ति को दबाया जाता है।
सभा के बाद पत्रकारों से वार्ता करते हुए जब जयंत चौधरी से भाजपा द्वारा मुजफ्फरनगर दंगों का मुद्दा खतौली चुनाव में उठाने को लेकर सवाल पूछा गया तो जयंत चौधरी ने कहा कि उन्हे इस सवाल का काट तलाशने की जरूरत नहीं है। यहां के लोग बुद्धिजीवी है। दंगों की बात कर ही नाश कर लिया हमने। अब जो दंगे की बात करेगा उसे यहां की जनता बाहर का रास्ता दिखाएगी। जनसभा में रालोद अध्यक्ष जयन्त चौधरी ने कहा कि भाजपा सरकार कहती है, इलाज कर देंगे। यह नहीं बताते किसका और क्या इलाज होगा। इलाज करना है तो देश में बढ़ रही नफरत का करना चाहिए। किसान आंदोलन में भाजपा का चेहरा सबने देखा है। जिसने किसानों पर तरह-तरह के आरोप लगाए थे। 13 माह के आंदोलन में दर्जनभर किसानों की मौत हुई है, लेकिन प्रधानमंत्री उनके लिए शब्द नहीं बोल पाए थे। देश गृहमंत्री ने किसानों, श्रमिकों, अनुसूचितों को सपने दिखाकर वोट हासिल किया। उसके बाद इनकी समस्या से कोई सरोकार नहीं है। बोले कि प्रदेश सरकार गन्ने का भाव अब तक घोषित नहीं कर सकी है। दुनिया में एेसा कोई उत्पाद है क्या? जिसकी फैक्ट्री, मिल में आपूर्ति हो जाए और उसके मूल्य का भी पता नहीं है। यूपी में ऐसा खेल किसानों के साथ किया जा रहा है।
उधर, असपा अध्यक्ष चंद्रशेखर ने कहा कि केंद्र और प्रदेश में भाजपा सरकार अन्याय पूर्ण शासन कर रही है। यह लोग समाज को बांटने का काम करते हैं। प्रदेश में अपराध बढ़ रहा है। भापजा के नेता किसानों और गरीबों की जमीन दबाने का काम कर रहे हैं। यह सरकार किसानों को बर्बाद कर रही है। कहा कि भाजपा के नेता प्रदेश में खुले पशुओं की तरह घूम रहे है। सर्व समाज को अपने बच्चों के भविष्य को बचाने के लिए आगे आना पड़ेगा।मुजफ्फरनगर किसानों की धरती है। यहीं से सरकार के खिलाफ इंकलाब की आवाज बुलंद होने जा रही है। उन्होंने दो अप्रैल आरक्षण के विरोध में आंदोलन, हाथरस की बेटी के साथ हुए अन्याय की याद दिलाकर अनुसूचित वर्ग को एकजुट होकर मतदान करने का आह्वान किया।
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