मुजफ्फरनगर। खतौली विधान सभा में विक्रम सिंह सैनी की सदस्यता रद्द होने के बाद खतौली विधान सभा में 5 दिसंबर उपचुनाव होना तय हुआ है जिसके चलते खतौली विधान सभा उपचुनाव में राष्ट्रीय लोक दल से मदन भैया को प्रत्याशी घोषित किया गया और भाजपा से निवर्तमान विधायक विक्रम सिंह सैनी की धर्मपत्नी राजकुमारी सैनी को प्रत्याशी घोषित किया गया। वहीं त्यागी समाज में श्रीकांत त्यागी प्रकरण को लेकर काफी रोष है और खतौली विधानसभा उपचुनाव में अब त्यागी समाज के चर्चित चेहरे श्रीकांत त्यागी की एंट्री हो चुकी है जिसके चलते उपचुनाव और भी दिलचस्प हो चुका है। श्रीकांत त्यागी खतौली विधानसभा में जगह-जगह जाकर भाजपा प्रत्याशी के विरोध में प्रचार प्रसार कर रहे हैं।
श्रीकांत त्यागी ने भाजपा पर त्यागी समाज के साथ हो रहे शोषण व झूठे मुकदमों को लेकर निशाना साधा और कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार में त्यागी समाज ने ऐतिहासिक सरकार बनाने का काम किया, 2017 और 2022 में उसका परिणाम त्यागी समाज को यह मिला कि त्यागी समाज के बच्चों पर झूठे मुकदमें किए गए और गैंगस्टर और प्रायोजित ढंग से झूठे मुकदमें लगाकर फंसाने का काम किया उसमें कोई न्यायिक जांच नहीं हुई। उसी क्रम में 21 अगस्त को गौतमबुद्धनगर की धरती पर भारतीय जनता पार्टी रैली को दरकिनार कर दिया। मेरठ कमिश्नरी पर 52 दिन के धरने की सुनवाई भारतीय जनता पार्टी नहीं की और अभी तक भी मुकदमे वापस नहीं हुए। उन्होंने कहा कि किस मुंह से भारतीय जनता पार्टी के लोग समाज से वोट मांगेंगे। त्यागी समाज की इसी विषय को लेकर चर्चा हुई। जिसका त्यागी समाज खुलकर भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी का विरोध कर रहा है। उन्होंने कहा कि समाज का यह निर्णय हुआ है कि भारतीय पार्टी के सामने जो भी मजबूत प्रत्याशी होगा उसको जिताने का कार्य किया जाएगा।
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