गाज़ियाबाद , करीब 4 साल से लापता व्यक्ति की हत्याकांड का गाजियाबाद की क्राइम ब्रांच टीम ने खुलासा कर दिया है। घटना का खुलासा करते हुए आरोपी पत्नी और उसके प्रेमी को गिरफ्तार किया है। पत्नी ने ही अपने प्रेमी के साथ मिलकर पहले पति की हत्या की और फिर शव को प्रेमी के घर 6 फी गहरे गड्ढे दफना दिया। अब 4 साल बाद प्रेमी के घर से 6 फीट गहरे गड्ढे को खोद कर शव को बाहर निकाला गया। शव कंकाल बन चुका था। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम और डीएनए जांच के लिए भेज दिया है। पत्नी और उसके प्रेमी ने बेरहती से हत्या की थी। पहले सिर में गोली मारी और फिर एक हाथ को कुल्हाड़ी से काट दिया।
सोमवार को अपने कार्यालय में चार वर्ष से लापता चन्द्रवीर उर्फ पप्पू हत्याकांड का खुलासा करते हुए एसपी क्राइम डॉ दीक्षा शर्मा ने बताया कि आरोपी प्रेमी अरुण उर्फ अनिल कुमार और मृतक की पत्नी सविता पत्नी को गिरफ्तार किया गया। जिनके कब्जे से घटना में प्रयुक्त तंमचा, कुल्हाड़ी, बाल्टी और मृतक का शव अरुण उर्फ अनिल कुमार के घर से बरामद किया गया।
गांव सिकरोड़ निवासी भूरे सिंह ने 5 अक्टूबर 2018 को थाना सिहानीगेट थाने में शिकायत दी थी। पूर्व में नंदग्राम का क्षेत्र सिहानीगेट थाना क्षेत्र में आता था, लेकिन नंदग्राम थाना बनने के बाद उक्त मुकदमें को नंदग्राम थाने में भेज दिया गया। भूरे सिंह ने अपने भाई चंद्रवीर सिंह उर्फ पप्पू (46) के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने खोजबीन की, लेकिन उसका कहीं कोई पता नही चला। काफी दिनों बाद विवेचना समाप्त करते हुए फाइनल रिपोर्ट कोर्ट में दाखिल कर दी गई थी।
एसएसपी मुनीराज ने पिछले दिनों कुछ ऐसे अनसुलक्षे केस निकलवाए। जिन पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही थी। जिसके बाद सभी टीमों को इस पर ज्वाइंट काम करने के लिए कहा गया। क्राइम ब्रांच प्रभारी अब्दुर रहमान सिद्दीकी ने चंद्रवीर सिंह के लापता होने जांच की। जांच में पता चला कि मृतक की बीवी के किसी ओर से प्रेम संबंध थे। पुलिस ने जब मृतक चंद्रवीर की बेटी से दो दिन अलग से पूछताछ की। जो कि ब्यूटी पार्लर में काम करती है। बेटी को भरोसा दिलाया कि उसे कुछ नहीं होगा।
बेटी ने पुलिस को बताया कि रात में सोने के बाद पड़ोस वाले अंकल हमारे घर पर आते थे, मुझे उन्हीं पर पापा को गायब करने का शक है। क्राइम ब्रांच ने चंद्रवीर के पड़ोस में रहने वाले अरुण उर्फ अनिल को उठा लिया। जब अरुण से सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने सारा घटनाक्रम बता दिया।
अरुण का चंद्रवीर की पत्नी सविता से वर्ष 2017 से प्रेम प्रसंग था। कई बार चंद्रवीर ने दोनों को आपत्तिजनक हालत में देख भी लिया था। जिसे लेकर चंद्रवीर आए दिन सविता के साथ मारपीट भी करता था। चंद्रवीर को रास्ते से हटाने के लिए दोनों ने उसकी हत्या की योजना बनाई।
हत्या से पहले अरुण ने अपने ही घर में करीब 6 फीट गहरा गड्ढा खोदा। बीते 28 सितंबर 2018 की रात चंद्रवीर शराब पीकर घर आया और सो गया। सविता ने फोन करके अपने प्रेमी अरुण को बुला लिया। अरुण ने तमंचे से सिर में गोली मारकर हत्या कर दी। चारपाई के नीचे बाल्टी रख दी, जिससे सिर से टपकने वाला खून नीचे फर्श में न गिरे। चंद्रवीर के हाथ में सिल्वर का कड़ा था, जिसे निकालने का प्रयास किया। जब वह नहीं निकला तो कुल्हाड़ी से उसका एक हाथ काट दिया। जिसके बाद दोनों ने चंद्रवीर की बॉडी को गड्ढे में दबा दिया। गड्ढे के ऊपर सीमेंटेड प्लास्टर कर दिया, जिससे किसी को कुछ पता न चल सके। कटे हुए हाथ को अरुण ने सिकरोड़ गांव स्थित केमिकल फैक्ट्री के पास फेंक दिया था।
एसपी क्राइम ने बताया कि चंद्रवीर की हत्या में उसकी पत्नी सविता और प्रेमी अरुण को गिरफ्तार कर लिया गया है। सविता ने भूरा पर ही आरोप लगाए थे कि पति के लापता होने में भूरा का हाथ है, लेकिन पुलिस ने अपनी जांच की और सही आरोपियों तक पहुंची। अब दोनों आरोपी जेल पहुंच गए है।
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