मुजफ्फरनगर ।
स्वामी ज्ञानानन्द जी महाराज की प्रेरणा से जिला कारागार हुआ गीता पाठ महामंडलेश्वर गीता मनीषी स्वामी श्री ज्ञानानन्द जी महाराज की प्रेरणा से पुरा विश्व 5159 गीता जयंती बहुत से ही उत्सा से मना रहा है जिसमे कुरुक्षेत्र मे गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानन्द जी महाराज के सानिध्य मे मुरारी बापू द्वारा मानस गीता जी एवं श्री राम कथा का आयोजन किया जा रहा है उस ही श्रंखला मे जीओ गीता परिवार मुज़फ्फरनगर मे द्वारा भी 18 दिन 18 परिवार 18 अध्याय का कार्यक्रम चलाया जा रहा है जिसमे आज 22 तारीख मे जेल अधीक्षक सीता राम शर्मा के सानिध्य मे जिला कारागार मे बंदी भाइयो के साथ गीता जी के आठवे अध्याय का पाठ किया गया सर्व प्रथम गणपति वंदना महामंत्र का जाप कृष्ण कृपा अमृत का पाठ उसके बाद गीता जी के अष्टम अध्याय का पाठ व जेल अधीक्षक सीता राम शर्मा जी द्वारा पूर्ण गीता जी का सार के साथ व बताया गीता जी को हम धर्म के हिसाब से समझे तो भी अच्छा और अगर हम धार्मिक रूप से न भी ले तो भी गीता जी सर्व धर्म के लोगो का जीवन प्रबंधन ग्रंथ हो सकता हैए तत्पश्चायत शैलेन्द्र किंगर ने बताया महृषि वाल्मीकि का उदहारण देकर बताया की डाकू रत्नागर से कैसे बने संत वाल्मीकि अगर उन्होंने किया तो आप क्यू नही कर सकते फिर गीता जी की आरती कर जेल अधीक्षक सीता राम शर्मा ने सभी बंदी भाइयो को अपने हाथ से प्रसाद वितरित किया कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए अतुल कुमार गर्ग अजय कुमार गर्ग सुभाष गर्ग सुभाष गोयल देवेंद्र शर्मा खुर्शीद आलम सुरेंद्र सिंघल प्रेम प्रकाश अरोरा का सहयोग रहा
इस अवसर पर जेलर कमलेश सिंह, उप जेलर सुरेन्द्र मोहन सिंह, कैलाश नारायण शुक्ला, कुमारी मेघा राजपूत एवं अन्य जेल स्टाफ उपस्थित रहे।
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