मुजफ्फरनगर। दिल्ली, गाजियाबाद, मेरठ के साथ-साथ एक बार फिर जनपद की आबोहवा जहरीली हो रही है। जनपद में दो दिन में बढ़कर प्रदूषण का ग्राफ 359 एक्यूआई पहुंच गया। दिल्ली, गाजियाबाद के साथ ही मुजफ्फरनगर के बिन टरबाइन वाली के कोयले से चलने वाली औद्योगिक इकाइयों को बंद करने के आदेश दिए हैं। इसके तहत प्रदूषण विभाग ने कुल 187 प्रमुख वायु प्रदूषणकारी उद्योगों को नोटिस जारी कर फैक्ट्रियों को संचालन बंद नहीं करने पर फैक्टिरयों पर सील बंद करने की चेतावनी जारी की है।
शनिवार को शहर की आबो हवा एक दम जहरीली हो गई। प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। प्रदूषण दर्शाने वाले मैप में मुजफ्फरनगर में 359 एक्यूआई दर्शाया। जो रेड जोन में है। खतरनाक रेड जोन। इसमें सांस से बीमार लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है। वहीं लोगों की आंखों में जलन होना आम बात है। पहले ही जनपद में डेंगू का कहर जारी है। वहीं दूसरी तरफ अब हवा भी सांस लेने लायक नहीं है। दूषित हवा से अन्य बीमारी भी बढ़ी है। दिल्ली में स्कूल बंद हुए तो मुजफ्फरनगर में फैक्ट्रियों पर ताले लटकाने की तैयारी पूरी है। केवल गन्ना मिल व कोल्हू आदि चलते रहेंगे। दिल्ली के एक्यूआई के आधार पर जनपद में भी आयोग द्वारा वायु प्रदूषण नियंत्रण किए जाने के लिए ग्रेप स्टेज 4 की कार्रवाई की जाएगी। जनपद में 187 प्रमुख वायु प्रदूषणकारी उद्योगों को नोटिस शुक्रवार को नोटिस जारी किए गए हैं। इसके अलावा केवल ऐसे उद्योगों का संचालन जारी रहेगा जो ईंधन के रूप में एलपीजी, सीएनजी, पीएनजी, कोयला आधारित टरबाइन व बायोमॉस आदि अनुमन्य ईंधन का प्रयोग किया जा रहा हो। उसे संचालन की अनुमति है।
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