मुजफ्फरनगर : कलाल समाज का मधुर मिलन समारोह पंजाबी बारात घर, भोपा रोड़ पर आयोजित किया गया। महामंडलेश्वर स्वामी संतोषानन्द देव जी, संजीव वालिया मेयर सहारनपुर, रामकुमार वालिया उत्तराखण्ड के दर्जा प्राप्त मंत्री द्वारा इस मौके पर दीप प्रजवल्लित कर भगवान सहस्त्रबाहु अर्जुन देव जी एवं सरदार जस्सा सिंह अहलूवालिया जी को माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर मुख्य अतिथि सहारनपुर के मेयर संजीव वालिया ने कहा के हमारे समाज का प्रतिनिधित्व कृषि, व्यवसाय, सेना,शिक्षा, ब्यूरोक्रेसी, राजनीति, न्यायपालिका, मीडिया, मेडिकल, इंजीनियरिंग, सहित समस्त क्षेत्रों में है तथा हमारे समाज के लोग इन सभी क्षेत्रों में परचम लहरा रहे हैं। मुख्य अतिथि महामंडलेश्वर स्वामी संतोष आनंद देव जी महाराज ने कहा कि जिस देश की मिट्टी में हम पैदा हुए हैं जहां का अन्न ग्रहण किया है जहां की संस्कृति में पले बढ़े हैं उस देश को विश्व गुरु बनाने का हमारा सपना है विश्व गुरु तो भारत रहा ही है इस गौरवशाली परंपरा की पुनर्स्थापना के लिए बच्चों को सही शिक्षा, मार्गदर्शन एवं संस्कार युक्त करना ही होगा। विशिष्ट अतिथि श्री राम कुमार वालिया पूर्व राज्य मंत्री ने सामाजिक कुरीतियों के विरुद्ध दृढ़ संकल्पित होकर वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाकर राष्ट्र निर्माण व उत्थान में योगदान का आह्वान किया। मंडल अध्यक्ष श्री सुखचैन वालिया ने कहा कि समाज के वरिष्ठ लोगों की एक कमेटी बननी चाहिए जो समाज के आपसी विवाद को निपटाए उनकी इस सलाह को सभी ने हाथ उठाकर समर्थन दिया।
श्री संजय कर्णवाल सहारनपुर ने कहा कि हमारे समाज की मूल उत्पत्ति भगवान बलभद्र पराक्रमी चक्रवर्ती सम्राट कीर्ति वीर्य सहस्त्रबाहु अर्जुन महा प्रतापी हैह्यये क्षत्रिय वंश कलचुरी वंश एवं 9 वी सिक्ख मिस्ल के संस्थापक महाराजा जस्सा सिंह अहलूवालिया से जुड़ी है। उन्होंने बताया कि हमारे समाज के लोग भारत के हर प्रदेश के लगभग हर जिले में मिल जाएंगे । मंडल उपाध्यक्ष श्री विजय कर्णवाल ने कहा कि स्वतंत्रता के पश्चात बुद्धिजीवी डॉक्टर काशी प्रसाद जायसवाल ने कलाल इतिहास पर प्रमाणिक लेखन किया है खत्री, खन्ना,कोहली,अरोरा, सिन्हा, राय, डडसेना, शिवहरे, शाह, अहलूवालिया, कर्णवाल , जायसवाल पवार, गुप्ता आदि उपनाम बहुतायत से प्रचलन में है ऐसे 200 से अधिक उपनाम हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रमोद कर्णवाल ने कहा कि मुजफ्फरनगर जनपद की महान विभूतियों में भोपा निवासी डॉ सुरेश कुमार अहलूवालिया जनपद का गौरव रहे हैं वह एक प्रसिद्ध गणितज्ञ,पर्यावरणविद, समाजसेवी एवं लेखक रहे हैं उनकी पुस्तक आत्मावलोकन के उस पार अमर कृति है अपने समय में उन्होंने यूपी बोर्ड की इंटरमीडिएट परीक्षा में प्रदेश मेरिट में स्थान बनाया था। विशिष्ट अतिथि इंजीनियर श्री प्रणपाल वालिया ने कहा कि व्यक्ति कर्म से महान होता है। उन्होंने युवा शक्ति से कर्म योग के मार्ग का वरण कर राष्ट्र को नई ऊंचाइयों तक ले जाने का आह्वान किया । युवाओं को उधमिता विकास, कौशल विकास एवं अपनी अभिरुचि के अनुकूल कैरियर चयन करना चाहिए खेलों में हमारे युवा उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहे हैं यह सुखद अनुभूति है।
श्री अशोक वालिया ने कहा राष्ट्रवाद से बढ़कर कोई धर्म नहीं हमें अपने राष्ट्र एवं तिरंगे की आन बान शान को कायम रखने के लिए संविधान में उल्लिखित मौलिक कर्तव्य को भी अंगीकार करना चाहिए मात्र अधिकारों के लिए हठधर्मिता एक तुच्छ विचार है कर्तव्य परायणता, निष्ठा, ईमानदारी एवं स्थापित सिद्धांतों का अनुसरण कर हम अपने समाज के साथ देश का भी नाम रोशन करें।
श्री संजीव कर्णवाल मंडल महामंत्री ने कहा कि हमें अपने तुच्छ स्वार्थों को छोड़कर सर्वजन हिताय की भावना से कार्य करना चाहिए नारी शक्ति का योगदान पुरुष वर्ग से अधिक रहा है मिशन शक्ति से इस अभियान को ऊर्जा मिली है उन्होंने लिंग के आधार पर भेदभाव समाप्त करने एवं बालिका शिक्षा एवं उनके उत्कृष्ट पोषण पर ध्यान केंद्रित करने का आह्वान किया। कार्यक्रम में डॉक्टर ध्रुव पाल सिंह अहलूवालिया संयुक्त सचिव उत्तर प्रदेश शासन लखनऊ को कार्यक्रम में आना था लेकिन शासकीय व्यस्तता के कारण वह नहीं आ पाए तो उन्होंने अपना एक संदेश भेजा जो संचालक महोदय ने पढ़कर सुनाया। अपने अपने संदेश उन्होंने कहा की हमारे समाज की 200 से अधिक उप नामों की पहचान यथावत रखते हुए समस्त समाज द्वारा एक ही सरनेम प्रयुक्त करना चाहिए तथा वैवाहिक संबंध समाज के अंदर ही स्थापित करने चाहिए उन्होंने कहा कि इस महान जाति के गौरवशाली इतिहास को भावी पीढ़ी को समझाना चाहिए।उन्होंने युवा शक्ति को राष्ट्र एवं विश्व कल्याण हेतु अंतरराष्ट्रीय फलक पर योगदान देने हेतु उनका आह्वान किया तथा कहा कि युवाओं को कैरियर काउंसलिंग हेतु वांछित परामर्श भी दिया जाना चाहिए। उन्होंने शुकतीर्थ में समाज के नाम से एक संस्था स्थापित करने का भी सुझाव दिया।
आयोजन में कलाल क्षत्रिय महासभा के अध्यक्ष श्री प्रमोद कर्णवाल की अध्यक्षता में नई कार्यकारिणी को शपथ दिलाई गई। समाज के सभी बुर्जुगों को इस संगठन के मार्गदर्शक मण्डल में शामिल किया गया। श्री भारत कर्णवाल ने कहा कि कलाल समाज के प्रवर्तक सहस्त्रबाहु अर्जुन देव जी यदुवंशी समाज के महान प्रतीक रहे हैं। बाबा सरदार जस्सा सिंह अहलूवालिया जी का देश को विदेशी आक्रांताओं से मुक्त कराने तथा अमृतसर में श्री हर मंदिर साहब के पुनरोद्धार में बड़ा योगदान रहा। समाज की अनेक हस्तियों ने देश में बड़े पदों पर रहते हुए अपना योगदान दिया। भारत की प्रथम स्वास्थ्य मंत्री राजकुमारी अमृत कौर अहलूवालिया जी की देन दिल्ली का एम्स जैसा प्रतिष्ठित संस्थान है। दिल्ली फतह का इतिहास भी कलाल समाज से जुड़ा है। आज हमारी नयी पीढ़ी हमारे स्वर्णिम अतीत से अनभिज्ञ है। इस संस्था का उद्देश्य हमारी नई पीढ़ी को अपने स्वर्णिम अतीत से जोड़ना तथा समाज में बेहतर योगदान के लिये प्रेरित करना है। कार्यकारिणी को मंडल अध्यक्ष सुखचैन वालिया और मंडल उपाध्यक्ष व जिला कार्यकारिणी संस्थापक विजय कर्णवाल ने शपथ दिलाई।
नयी कार्यकारिणी में अध्यक्ष श्री प्रमोद कुमार कर्णवाल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री विरेन्द्र वीर सिंह, उपाध्यक्ष श्री नानक चन्द वालिया, श्री रोहताश कर्णवाल, डा0 प्रवेश कर्णवाल, श्री राजीव कर्णवाल, श्री संजय कर्णवाल, श्री विकास कर्णवाल, महामन्त्री श्री ऋषिराज वालिया, मन्त्री श्री शैलेन्द्र कुमार कर्णवाल, श्री ऋषिराज वालिया (भोपा), श्री प्रदीप वालिया, मीडिया प्रभारी श्री केतन कर्णवाल, ऑडिटर श्री अवनीश कर्णवाल, कोषाध्यक्ष श्री राजेश कर्णवाल व श्री रविन्द्र कर्णवाल (सोनू), संगठन मंत्री श्री नीरज कर्णवाल (टीटू), श्री योगेश कर्णवाल, श्री सन्नी वालिया, श्री मनीष वालिया, श्री सुरेश कर्णवाल, श्री सचिन कर्णवाल, श्री राजकुमार वालिया, श्री सुनील कर्णवाल (पप्पन), श्री आशु कर्णवाल, व्यवस्था मंत्री श्री नीरज कर्णवाल, श्री मुकेश कर्णवाल, श्री मनोज कर्णवाल, श्री रमन कपिल, श्री कर्ण कर्णवाल व विशु कर्णवाल, सूचना मंत्री श्री शिव कुमार कर्णवाल (डोली), पंकज कर्णवाल, संजीव कर्णवाल व ब्रजेश कर्णवाल तथा कानूनी सलाहकार अनिल कुमार एडवोकेट, संदीप वालिया एडवोकेट, अभिषेक वालिया व प्रदीप वालिया एडवोकेट तथा कार्यकारिणी सदस्यों को शपथ दिलाई गई। महिला प्रकोष्ठ की सदस्य भी इस मौके पर उपस्थित रहीं।
कार्यक्रम में रिक्कू वालिया सुनील कर्णवाल,सन्नी कर्णवाल,राहुल कर्णवाल,नेम चन्द कर्णवाल,सुक्खन लाल कर्णवाल , बृज कर्णवाल संजय कर्णवाल,निर्मल करनवाल, राजीव कर्णवाल,योगेश कर्णवाल,सुधीर कर्णवाल, विनीत कर्णवाल,मदन वालिया, ईश्वर वालिया,राजीव भरतरी, के डी कर्णवाल, आदि उपस्थित रहे।
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