मुजफ्फरनगर। परियोजना प्रभारी भजन सिंह ने बताया कि प्रदेश में 01 लाख घरेलू विद्युत उपभोक्ता के घरों में सोलर रूपटॉप संयत्र लगाये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। भारत सरकार द्वारा प्रदेश के सभी डिस्कॉमों को 38 मेगावाट का लक्ष्य निर्धारित किया गया है , जिसके लिए जनपद में सोलर प्रकोष्ठ का गठन कर लिया गया है। एम0एन0आर0ई0 भारत सरकार के ग्रिड कनेक्ट सोलर रूपटॅाप प्रोग्राम फेज-2 की सरलीकरण की भाति यूपीनेडा द्वारा भी वैन्डर्स/फर्मो के इम्पनलमेंट पंजीकरण का कार्य प्रारम्भ कर दिया गया। वर्तमान में वेैन्डर्स यूपीनेडा में 2.50 लाख की बैक गारन्टी जमा कराकर एवं 15 बिन्दूओ के निर्धारित प्रारूप के अनुसार ओैेपचारिकताएं पूर्ण कर सोलर रूपटॉप पावर प्लान्ट लगा सकते हैं। पंजीकृत वैण्डर्स प्रदेष के सभी डिस्कॉम इम्पनलमेंट/पंजीेकृत माने जाएगे वैण्डर्स द्वारा यूपीनेडा में जमा की गई 2.50 लाख की पी0बी0जी0 सभी डिस्कॉम के लिये मान्य होगी रूपटॉप सोलर संयंत्रों के आवेदन हेतु यूपीनेडा की वेबासाईट upnedasolarrooftopportal.com व नेेषनल पोर्टल solarrooftop.gov.in कर सकते है। सोलर रूपटॉप पावर प्लान्ट की कीमत वैन्डर्स व उपभोक्ताओं के द्वारा तय की जायेगी।
घरेलू उपभोक्ता को बिजली खपत कम करने के उददेष्य से उनकी छतों पर सोलर रूपटॉप पावर प्लान्ट लगाये जाते है, जिसमें नेटमिटरिगं की भी सुविधा है, अगर उपभोक्ता सोलर पावर प्लान्ट से प्राप्त यूनिट दिन में पूर्ण खर्च नही कर पाते है तो अवषेष यूनिट ग्रिड में चली जाती है, जितने किलोवाट का बिजली घरेलू कनेक्षन होता है। उतनें ही कि0वाट को का सोलर पावर प्लान्ट लगाया जाता है जिस पर भारत सरकार द्वारा 03 कि0वा0 क्षमता के सोलर पावर प्लाल्ट पर 14588 रू0 प्रति कि0वाट अनुदान दिया जाता है, तथा 4 से 10 कि0वाट तक 7294 प्रति कि0वाट अनुदान देयः है। राज्य सरकार द्वारा 15000 रू0 प्रति कि0वाट तथा अधिकतम 30,000 रू0 दिया जाता है।
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