गौरव स्वरूप मुजफ्फरनगर के समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता थे और यह पूर्व मंत्री चितरंजन स्वरूप के पुत्र थे, जो उनकी मृत्यु के बाद दो बार मुजफ्फरनगर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ चुके हैं। गौरव स्वरूप मुजफ्फरनगर के समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष भी रह चुके हैं। विधानसभा 2022 के चुनाव में वह पार्टी से टिकट मांग रहे थे, परंतु उनके भाई सौरभ स्वरूप ने उनकी दावेदारी को रद्द करते हुए टिकट मांगा था, जिसके बाद पार्टी हाईकमान ने सौरव स्वरूप पर विश्वास जताते हुए उन्हें टिकट दिया था।
दूसरी ओर मिथलेश पाल मोरना विधानसभा से रालोद विधायक रह चुकी हैं और इस बार भी गठबंधन से मीरापुर विधानसभा से टिकट मांग रही थी, परंतु पार्टी द्वारा उन्हें टिकट नहीं दिया गया तथा उनके स्थान पर चंदन चौहान को पार्टी प्रत्याशी बनाया गया। दोनों नेता इस बात को लेकर नाराज थे और वे लगातार इसका विरोध भी जता रहे थे।
इसी नाराजगी चलते दोनों नेताओं ने अपने-अपने पार्टी को अलविदा कहकर लखनऊ में भारतीय जनता पार्टी को ज्वाइन कर लिया है। बताया जा रहा है कि लखनऊ में प्रदेश अध्यक्ष भाजपा स्वतन्त्रदेव सिंह ने दोनों नेताओं को पार्टी में शामिल कराया है। मुजफ्फरनगर से दो बड़े नेताओं के पार्टी छोड़ जाने के बाद गठबंधन को बड़ा झटका लगा है।
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