बुधवार, 27 अक्तूबर 2021

2013 दंगे के ज़ख्मों ओवैसी ने फिर से हरा किया

 





मुजफ्फरनगर। ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुसलमीन (एआईएमआईएम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन औवेसी एडवोकेट ने आज यहां पर आयोजित एक जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी के कार्यकाल में मुजफ्फरनगर की जनता को दंगा झेलना पड़ा। यह दंगा देश की आजादी के बाद हुए विभाजन से भी ज्यादा भयावह था। विभाजन के बाद पहली बार लोगों को अपना घर, गांव और मस्जिदों को छोड़कर शरणार्थी बनने के लिए विवश होना पड़ा। सपा ने दंगे के बाद पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए कोई कदम नहीं उठाया और मुस्लिम विधायकों की जुबां पर ताला लगाकर उनकी ताकत को कमजोर करने का काम किया गया।

बुधवार को शहर के निकटवर्ती गांव बझेडी के पास आयोजित मजलिस के शोषित वंचित समाज सम्मेलन की जनसभा में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे पार्टी के मुखिया असदुद्दीन औवेसी ने कहा कि २०१३ में मुजफ्फरनगर में दंगा हुआ। इसमें विभाजन के बाद बड़े पैमाने पर लोगों को अपने घर से बेघर होना पड़ा। ५० हजार गरीब अपना गांव, खेत और जमीन के साथ ही मस्जिदों को छोड़कर अपने ही जिले में शराणार्थी बन गये। यह सपा का फेलियर था। सपा सरकार ने दंगा पीड़ितों को इंसाफ दिलाने के लिए कुछ नहीं किया। उस दौरान यूपी की विधानसभा में करीब ७० मुस्लिम विधायक थे। जिन पार्टियों के यह मुस्लिम विधायक थे, उनके आकाओं ने मुजफ्फरनगर के दंगा पीड़ितों की पीड़ा पर बोलने के लिए अपने विधायकों के मुंह सिल दिये और जुबां पर ताला लगा दिया गया। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि जब यूपी विधानसभा में ७० मुस्लिम विधायक थे और समाजवादी पार्टी सत्ता में थी तो फिर इतना बड़ा दंगा कैसे हो गया? उन्होंने कहा कि सपा और ७० मुसलमान विधायक आपको इंसाफ नहीं दिला पाये, इसको समझना होगा। इन विधायकों की पार्टियों ने उनको कमजोर बनाया और आपकी ताकत को खत्म किया गया। उन्होंने कहा कि यदि भविष्य में यहां से आप अपने वोट के सहारे लोकतांत्रिक ताकत का प्रदर्शन करते हुए मजलिस का विधायक चुनते हो तो हम उसको पूरी छूट देंगे कि वह हर नाइंसाफी पर आवाज बुलन्द करें। 

हम मुस्लिमों के साथ ही हिन्दु भाईयों, दलितों और पिछड़ों पर होने वाले हर जुल्म के खिलाफ आवाज उठायेंगे। मजलिस कभी भी किसी भी नाइंसाफी को पसन्द नहीं करती है। उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक बंदिशों के बीच रहते हुए हमें अपनी ताकत हासिल करनी होगी। अपने ऐसे रहनुमा चुनने होंगे जो आपकी आवाज को ताकत देने का काम करें। उन्होंने अपने सम्बोधन में टी-२० वर्ल्ड के मैच में भारत की पाकिस्तान के हाथों हार का जिक्र करते हुए कहा कि इसमें भी हिन्दु मुस्लिम का मसाला तलाश किया जा रहा है। आज भारत की हार का जिम्मेदार गेंदबाज मौहम्मद शमी को बताया जा रहा है। उन्होंने इसकी निंदा की।

इससे पूर्व जिला आगमन पर असदुद्दीन औवेसी का कार्यकर्ताओं द्वारा जोशीलंे अंदाज में स्वागत किया गया। काफिले के साथ उनको जनसभा स्थल पर लाया गया। यहां पर भारी भीड़ औवेसी को सुनने के लिए जुटी थी। इसके साथ ही यहां पर सुरक्षा की दृष्टि से भारी फोर्स को तैनात किया गया था। एसपी सिटी अर्पित विजयवर्गीय ने भी फोर्स के साथ जनसभा स्थल का दौरा किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से मजलिस के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली, पश्चिम प्रभारी डा. महताब चैहान, सह सचिव मौलाना इमरान कासमी, प्रवक्ता मुफ्ती कामिल, जिलाध्यक्ष इंतजार अंसारी, आबिद शकील, मास्टर खालिद, शाहरूल त्यागी एडवोकेट, सलीम अली, सरफराज अहमद, मौ. आरिफ प्रधान, शकील अहमद, मईनुदीन चांद, शमीम कुरैशी उपस्थित रहे।

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