नई दिल्ली। पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत बवाल का नया बहाना ढूंढ लाए हैं। चरणजीत चन्नी को सीएम बनाने के बाद पंजाब का अगला चुनाव नवजोत सिद्धू के नेतृत्व में लड़ने के उनके बयान पर बवाल के बाद अब हरीश रावत ने सिद्धू के समर्थन में एक और बयान देते हुए पाकिस्तान के सेना प्रमुख को पंजाबी भाई बताया है।
रावत ने एक ट्वीट कर भाजपा के प्रांतीय और केंद्रीय नेतृत्व से सवाल किया है कि आज उनको नवजोत सिद्धू और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की दोस्ती खल रही है क्योंकि नवजोत सिंह सिद्धू अब कांग्रेस में हैं। लेकिन जब सिद्धू भाजपा के सांसद थे, जब भाजपा उनको पंजाब में अपना खेवनहार मानती थी। उस समय तो सिद्धू की इमरान खान से और प्रगाढ़ मित्रता थी।
रावत ने मोदी जी यदि नवाज शरीफ से गले लगते हैं और उनके घर जाकर बिरयानी खाते हैं तो उसमें देश का काम है। यदि कोई व्यक्ति अपने धार्मिक तीर्थ स्थल करतारपुर साहिब के रास्ता खोलने के लिए धन्यवाद देते हुए अपने दूसरे पंजाबी प्रा और पाकिस्तान के आर्मी के जनरल से गले मिलता है तो उसमें देशद्रोह? यह कैसा डबल स्टैंडर्ड है, भाजपा का जरा इसको समझे। ट्वीट के साथ हरीश रावत ने पीएम मोदी और नवाज शरीफ के गले लगने की फोटो भी शेयर की है।
दरअसल पंजाब कांग्रेस में मची कलह के बाद जब कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस्तीफा दिया तो उसके बाद उन्होंने नवजोत सिद्धू को के पाक पीएम और सेना प्रमुख से रिश्तों पर सवाल उठाए थे। इसके बाद यह मुद्दा काफी गरमा गया था। कैप्टन ने इस्तीफ के बाद कहा था कि सिद्धू पाकिस्तान सेना प्रमुख बाजवा और वहां के प्रधानमंत्री इमरान खान के मित्र हैं। अगर उनको सीएम बनाया गया तो इसका विरोध करूंगा। पंजाब सरहदी सूबा है, जहां सीमा पार से अस्थिरता पैदा करने के लिए हथियार भेजे जा रहे हैं। इसके अलावा पाकिस्तान से ड्रग्स की खेप लगातार आ रही हैं। ऐसे में मैं पंजाब की सुरक्षा के लिए लड़ता रहूंगा।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें