मुजफ्फरनगर। भाद्र शुक्ल गणेश चतुर्थी अर्थात गणेश भगवान की जन्म तिथि 10 सितंबर 2021 शुक्रवार को लग रही है। कहा जाता है कि गणेश जी का नाम लेकर ही प्रत्येक शुभ कार्य का शुभारंभ किया जाता है। इस बार वैसे भी त्रियोग में गणेश चतुर्थी लग रही है तो यह और शुभ हो जाती है। त्रियोग में लग रही गणेश चतुर्थी पर अगर गणेश भगवान की पूजा बताए गए योग और शुभ समय में करेंगे तो निश्चय ही भगवान गणेश किस्मत का बुझा सितारा चमका देंगे। पंडित राजीव पाराशर ने बताया कि गणेश चित्र या छोटी सी मूर्ति का विसर्जन आवश्यक नहीं होता। उन्होंने बताया कि इस बार गणेश चतुर्थी चित्रा नक्षत्र में ब्रह्म योग, रवि योग व मुसल योग में आ रही है। इस कारण से यह त्रियोगी हो गई है। इसको पत्थर चौथ भी कहा जाता है।
उन्होंने बताया कि भगवान गणेश का प्राकट्य भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी की भगवान गणेश की मध्य दोपहर अभिजीत योग में हुआ था। इसलिए गणेश स्थापना, विशेष पूजन पंचामृत स्नान, चंदन, हल्दी, केसर लेपन व आरती का समय यही है जो इस बार दिनांक 10 सितंबर गणेश चतुर्थी 12रू19 से 1रू51 बजे के मध्य है यह मुहूर्त अति शुभकारी है. पूरे दिन के मुहूर्त निम्न प्रकार हैं।
गणपति स्थापना व पूजन मुहूर्त-
गणपति आगमन, विशेष पूजन कीर्तन मुहूर्त
लाभ अमृत योग- प्रातः 7रू36 से 10रू43 तक
स्थापना अभिजीत काल में, पंचामृत स्नान, भोग प्रसाद
शुभ योग- दिन 12रू19 से 1रू51 तक
निषेध राहुकाल- दिन 10रू44 से 12रू18 तक
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