मुजफ्फरनगर l जिले की शहर नगरपालिका में आए दिन किसी ना किसी बात को लेकर कोई ना कोई जंग छिड़ी रहती है मामला इस बार अभी कुछ दिन पूर्व नियमों का ताक पर रखते हुए ट्रांसफर की गई सात शिकमी की दुकानों के निरस्त किए जाने का है l जो इस समय सोशल मीडिया पर छाया हुआ है । इस प्रकरण को लेकर सभासदों के व्हाट्सएप ग्रुप पर लगातार बहस छिड हुई है । देर रात्रि तक सभासद इस प्रकरण में सक्रिय अधिकारी और कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग करते रहे। सभासदों ने ईओ की इस कडी कार्रवाईर की सराहना की है। वहीं आश्वासन भी दिया है कि ईओ साहब इस भ्रष्टाचार की लडाई में सभी सभासद आपके साथ है। नगर पालिका में चल रहे सभी भ्रष्टाचार की पोल खुलनी चाहिए, सच्चाई नगरवासियों के सामने आनी चाहिए।
नगर पालिका के कुछ अधिकारी और कर्मचारियों ने कुछ दिन पूर्व सभी नियमों को ताक पर रखते हुए शिकमी की सात दुकानों को अन्य के नाम ट्रांसफर कर दिया। वहीं इस कार्य के लिए एक मोटी रकम भी वसूली गई है। यह मामला ईओ के संज्ञान में आया तो उन्होंने उक्त पत्रावली तलब की। पत्रावलियों का गंभीरता से अध्यनन किया। पूरा मामला नियम विरूद्ध पाया गया। ईओ हेमराज सिंह ने कार्यवाही करते हुए सातों दुकानों के ट्रांसफर को तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया है । दुकान निरस्त होने का मामला सभासदों के संज्ञान में आया। इस प्रकरण को लेकर सभासदों के व्हाट्सएप ग्रुप पर जोरदार बहस छिड गई। इस ग्रुप पर कुछ नगर पालिका के कर्मचारी भी शामिल है। ग्रुप पर चलती बहस में सभासदों ने टैक्स विभाग को दोषी ठहराया है। यह देख टैक्स विभाग के एक कर्मचारी ने भी अपनी सफाई व्हाट्सएप ग्रुप पर दी है। इस तरह की 14 दुकानों पर भी सभासदों ने कार्यवाही की मांग की है।
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