मुजफ्फरनगर । सरकारी आंकडे भले ही खामोश हो गए हों लेकिन शहर से गांवों तक धधकती चिंताएं स्थिति की गम्भीरता बता रही हैं।
गांवों से तो आंकडे नहीं मिल रहे हैं लेकिन शहर श्मशान घाट के मंत्री शिवचरण गर्ग ने बताया कि मंगलवार को जिन लोगों के शवों का अंतिम संस्कार श्मशान घाट के चबूतरों पर हुआ था उनके परिजनों को बुलवाकर फूल चुनवाकर एक अलमारी में लाकर देकर रखवा दिए गए हैं। बुधवार को आए सभी 16 शवों का इसीलिए श्मशान घाट के चबूतरो पर ही अंतिम संस्कार कराया गया। इनमें पांच कोरोना संक्रमित रहे। नईमंडी श्मशान घाट पर सुबह से ही कोरोना संक्रमित शवों को लेकर वाहन पहुंचने शुरू हो गए थे। यहां पर चबूतरे फुल होने पर जमीन पर ही चिता बनाकर अंतिम संस्कार किए गए। व्यवस्थापक संजय मित्तल ने कहा कि देर शाम तक भी शव पहुंच रहे हैं। यहां पर करीब डेढ दर्जन से अधिक शवों का अंतिम संस्कार किया जा चुका था जिसमें सात कोरोना संक्रमित बताए गए।
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