मेरठ। पुलिस ने नकली नोट छापने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है। यह लोग पिछले काफी समय से नकली नोटों के छापने का काम कर रहे थे। पुलिस के अनुसार आरोपी 500 और 2000 के नोट छापते थे और उन्हें गंगानगर, पिलखुवा सहित कई जगहों पर सप्लाई करते थे। पुलिस ने नोट छापने वाले प्रिंटर को भी बरामद कर लिया है।
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि अभी तक सवा लाख से ज्यादा नकली नोट छाप चुके हैं। जिन्हें गंगानगर सहित अन्य क्षेत्रों में सप्लाई किया जा चुका है। सोमवार को एसपी देहात व सीओ सदर देहात ने थाने में आरोपियों से पूछताछ की। मंगलवार को गंगानगर पुलिस अधिकारिक रूप से मामले का खुलासा किया।
सीओ सदर देहात पूनम सिरोही ने बताया कि नकली नोट छापने के गैंग में शामिल ज्यादातर लोग एक दूसरे के रिश्तेदार हैं। गैंग की मुखिया सिखेड़ा निवासी एक महिला गंगानगर में किराए पर रहती है। यहां सिवाया निवासी उसकी बहन का बेटा रोबिन भी रहता है। गैंग में शामिल पिलखुवा निवासी सिकंदर पर पहले भी कई आपराधिक मामलों में जेल जा चुका है।
पूछताछ में आरोपियों ने प्रशांत नाम के व्यक्ति को गैंग का मास्टर माइंड बताया। लेकिन प्रशांत के जेल में होने के कारण पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। इसके अलावा कई युवतियां भी गैंग में शामिल हैं।
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