मुजफ्फरनगर। वैदिक संस्कार केंद्र संतोष विहार में आर्य समाज की ओर से भजनोपदेशक महाशय जबर सिंह खारी को सम्मानित किया गया। आचार्य गुरुदत्त आर्य ने कहा कि वैदिक संस्कृति और देशभक्ति की प्रेरणा जाग्रत करने में भजन उपदेशकों का योगदान अतुलनीय है।
खतौली क्षेत्र के गांव चांदसमन्द निवासी आर्य भजनोपदेशक जबर सिंह खारी के सहायतार्थ आर्य समाज की ओर से अंगवस्त्र और सम्मान राशि भेंट की गई। वैदिक संस्कार चेतना अभियान संयोजक आचार्य गुरुदत्त आर्य ने कहा कि गृहस्थी सामर्थ्य के अनुरुप परोपकार की भावना से दान करें। कोरोना लॉक डाउन की वजह से वेद प्रचार कार्यक्रम नहीं उन्हें से उपदेशकों और पुरोहितों के सामने आर्थिक विषमताएं पैदा हो गई है। असहाय, जरुरतमंद, बुजुर्ग विद्वानों, भजनोपदेशको, पुरोहितों की मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाए। सनातन संस्कृति में दान से बड़ा कोई पुण्य नहीं है। दान की सेवा से प्रभु की प्राप्ति होती है। आनंद पाल सिंह आर्य, आर.पी.शर्मा, मंगत सिंह आर्य, गजेंद्र सिंह राणा, पूर्व बैंक प्रबंधक जनेश्वर प्रसाद आर्य आदि मौजूद रहे। खारी ने ईश्वर भक्ति और ऋषि दयानंद के भजन प्रस्तुत किये।
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