मुजफ्फरनगर । जिला चिकित्सालय स्थित मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय पर मुख्य चिकत्सा अधिकारी डॉ प्रवीण कुमार चोपड़ा ने नवजात शिशु देखभाल सप्ताह व जनसंख्या नियंत्रण में पुरुषों की भागीदारी के सम्बंध में प्रेस वार्ता कर जानकारी देते हुए बताया कि नवजात शिशु को हमेशा देखभाल करते हुए हमें बहुत खुशी है। इसके लिए
सावधनी बरतनी चाहिए। इस दौरान हमे नवजात शिशु को हमेशा कपड़ो में लपेटकर रखना चाहिए। नवजात शिशु को एक सप्ताह तक न नहलाएं, प्रसव के पश्चात सिर की खाल को तेजी से सुखाए, शिशु को हवा के झोंके से बचाए, शिशु को हमेशा मुलायम कपड़े में लपेटकर माँ की छाती से लगाकर रखे,इससे शिशु को गर्मी मिलती है तथा उसके शरीर का तापमान ठीक बना रहता है। प्रसव के तुरंत बाद बच्चे को स्तनपान कराए।नवजात शिशुओ में खतरे के चिन्ह देखने को दिखाई दे तो हमे तुरंत ही सजग होना चाहिए,जैसे बच्चे को तेज सांस या सांस लेने में कठिनाई,बच्चे का दूध न पीना,बच्चे को बुखार या सुस्त होना,बच्चे का पेट फूलना,दस्त,पेट मे मरोड़े तथा लगातार उल्टी होना,त्वचा का रंग पीला होना,बच्चे का अधिक रोना,शरीर का अकड़ना,ये अगर लक्षण बच्चे में तुरंत दिखाई दे तो तुरंत ही निकट के अस्पताल में सलाह ले।माँ का दूध नवजात के लिए अनमोल प्रकर्ति का सर्वोत्तम आहार है,सामान्य प्रसव के उपरांत 1 घंटे के अंदर तथा ऑपरेशन के 4 से 6 घंटे के शिशु को स्तनपान अवश्य आरम्भ करा दे।वही इसी प्रेस वार्ता के दौरान मुख्यचिकत्सा अधिकारी डॉ प्रवीण कुमार चोपड़ा ने बताया कि जनसंख्या स्थिरता एवं प्रजनन स्वास्थ्य में सुधार लाने के लिए पुरुषों की सहभागिता बेहद महत्वपूर्ण है। परिवार नियोजन में पुरुषों की भागीदारी सुनिश्चित कराने के लिए आज से एक पखवाड़े का शुभारंभ किया जा रहा है, जो 4 दिसंबर तक चलेगा।इस पखवाड़े के दौरान शहर से लेकर गांव तक लोगो को सीमित परिवार के फायदे में बारे जागरूक किया जाएगा। इस वर्ष पखवाड़े की थीम परिवार नियोजन में पुरुषों की भागीदारी जीवन मे लाए स्वास्थ ओर खुशहाली है।नसबंदी कराने वाले पुरुषों को 3 हजार रुपये की प्रतिपूर्ति राशि और महिलाओं को डिलीवरी के तुरंत बाद नसबंदी कराने पर 3 हजार रुपये और अंतराल पर महिला नसबंदी कराने पर 2 हजार रुपये प्रोत्साहन धनराशि भी दी जाएगी। प्रेसवार्ता में सीएमओ प्रवीण चोपड़ा व डॉक्टर गीतांजलि वर्मा मौजूद रहे।
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