मुजफ्फरनगर । आज गोपाष्टमी है। यह गायों की रक्षा, संवर्धन एवं उनकी सेवा के संकल्प का ऐसा महापर्व है, जिसमें सम्पूर्ण सृष्टि को पोषण प्रदान करने वाली गाय माता के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने हेतु गाय-बछड़ों का पूजन किया जाता है। भगवान श्रीकृष्ण ने जिस दिन से गौचारण शुरू किया था, उस दिन कार्तिक शुक्ल पक्ष अष्टमी का दिन था। इस दिन से ही गोपाष्टमी पर्व का आरंभ हुआ। नगर की तमाम गौशालाओं में इस मौके पर आयोजन किए जा रहे हैं।
पूजा विधि – प्रातःकाल उठकर ही गायों को स्नान आदि कराएं और गऊ माता को मेहंदी, हल्दी, रोली के थापे लगाएं। इस दिन बछड़े सहित गाय की पूजा करने का विधान है। धूप, दीप, गंध, पुष्प, अक्षत, रोली, गुड़, वस्त्र आदि से गायों का पूजन किया जाता है और गाय माता कि आरती की जाती है। इसके बाद गायों को गो-ग्रास दी जाती हैं और गाय माता का आशीर्वाद प्राप्त करें।
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