मुजफ्फरनगर। बिजली विभाग के बिलिंग घोटाले में विद्युत नगरीय वितरण खण्ड-तृतीय, मुजफ्फरनगर में कार्यरत सहायक अभियन्ता (राजस्व), साहब सिंह एवं लेखाकार केपी सिंह ने अपनी जाँच आख्या आज अधिशासी अभियन्ता, विद्युत नगरीय वितरण खण्ड-तृतीय, मुजफ्फरनगर को सौंप दी। जाँच कमैटी ने बताया कि मृतक तरूण कुमार पुत्र अनिल कुमार निवासी मुजफ्फरनगर एवं हिमांशु जैन पुत्र दिनेश जैन निवासी रामलीला टिल्ला, मुजफ्फरनगर जो मैसर्स दिव्या एंटरप्राईजिज शामली के संविदा पर कम्प्यूटर आॅपरेटर के रूप में खण्ड कार्यालय में तैनात थे। इन दोनों के द्वारा कुछ अज्ञात व्यक्तियों के साथ मिलकर लगभग 241 नं0 उपभोक्ताओं से साज करके सिस्टम पर जमानत धनराशि अवैधानिक तरीके से विभागीय नियमानुसार जमा जमानत धनराशि को अप्रत्याशित रूप से आर0ए0पी0डी0आर0पी0 सिस्टम पर सिक्योरिटी में अपडेट कर दिया जिसकी कुल धनराशि लगभग रुपये 31,22,876.00 है। इस कार्य में पंकज कुमार, अधिशासी अभियन्ता, भारत सिंघल, कार्यालय सहायक, आशीष कुमार शर्मा, कार्यालय सहायक, अमित कुमार, टी0जी0-2, विनित पाल, कार्यालय सहायक, मुनेश पाल, टी0जी0-2, राजेश कुमार, अवर अभियन्ता, अजय त्यागी, कार्यालय सहायक की आईडी को हैक कर उपभोक्ताओं की जमानत धनराशि अवैधानिक रूप से बढ़ा दी तथा कुछ उपभोक्ताओं को सिस्टम द्वारा जनित ओल्ड डिपोजिट हैड/फर्जी रसीद निर्गत की गई तथा उस रसीद का बीआर करके उपभोक्ताओं के बिलों के एरियर को कम कर दिया गया। सिस्टम द्वारा वर्तमान में प्रदर्शित प्रतिभूति पर ब्याज का समायोजन उपभोक्ता के बिल में किया जाता है। तरूण कुमार का दिनांक 08.10.2020 को रात्रि में एक सड़क दुर्घटना में आकस्मिक निधन हो चुका है।
अधिशासी अभियन्ता पंकज कुमार के आदेश पर सहायक अभियन्ता, साहब सिंह ने हिमांशु जैन पुत्र दिनेश जैन निवासी रामलीला टिल्ला एवं इस प्रकरण में संलिप्त अन्य अज्ञात व्यक्तियों के विरूद्ध प्रथम सूचना रिपोर्ट सुसंगत धाराओं में पंजीकृत करने के लिए थाना नई मण्डी, मुजफ्फरनगर में तहरीर दी है। कार्यवाहक थाना प्रभारी ने बताया कि इस मामले में आगे कार्यवाही के लिए कागजात साईबर सैल को भेजे जायेंगें उसके बाद ही मुकदमा दर्ज हो पायेगा।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें