लखनऊ । प्रदेश में गिट्टी, मौरंग व बालू के दाम गिर सकते हैं। यूपी में 1250 खदानों में खनन शुरू कराने के लिए टेंडर, एलओआई तथा एनओसी की प्रक्रिया चल रही है। इन खदानों के शुरू हो जाने पर बाजार में उप खनिजों की पर्याप्त उपलब्धता होगी। प्रतियोगिता बढ़ने का लाभ खरीदारों को मिलेगा। साथ ही पड़ोसी राज्यों मध्य प्रदेश और बिहार से उप खनिजों की आवक घटेगी।
भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग ने पूरी योजना बनाकर राज्य में अधिक से अधिक खदानों में खनन शुरू कराने की दिशा में काम शुरू किया है। खनन से संबंधित समस्त प्रक्रिया इसके लिए ऑनलाइन कर दी गई हैं। खनन पट्टे से लेकर भंडारण और परिवहन तक विभाग हर काम पर ऑनलाइन नजर रखे हुए है। विभाग की सचिव डा. रौशन जैकब ने अवैध खनन को रोकने और वैध खनन बढ़ाने की दिशा में काम करने का निर्देश विभागीय अधिकारियों को दे रखा है। उप खनिजों के अवैध परिवहन को रोकने के लिए अंतरराज्यीय गेटवे तथा उप खनिज परिवहन वाले प्रमुख मार्गों पर इलेक्ट्रानिक डिवाइस भी लगाया जा रहा है।
विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक राज्य में इस समय बालू-मौरंग के कुल 225 खदान चल रहे हैं। 490 खदानों को चालू कराने के लिए पट्टा आवंटन की कार्यवाही चल रही है। 400 खदानों के लिए एलओआई (सहमति पत्र) की कार्यवाही की जा चुकी है। 90 खदानों के लिए पर्यावरण व अन्य विभागों से अनापत्ति लिए जाने की प्रक्रिया चल रही है। 28 खदानों के लिए पट्टा आवंटित किए जाने की प्रक्रिया चल रही है। इन सभी खदानों को चालू करने की प्रक्रिया बहुत जल्द पूरी करने की कोशिशें की जा रही हैं।
इसी प्रकार राज्य में इस समय गिट्टी की कुल 167 खदानें चल रही हैं। 760 खदानों को चालू करने के लिए भूतत्व एवं खनन विभाग ने टेंडर निकाल दिया है। इसमें से 460 के लिए सहमति पत्र की कार्यवाही पूरी कर ली गई है। 130 खदानों के लिए पर्यावरण विभाग से अनापत्ति लिए जाने की प्रक्रिया चल रही है। 35 खदानों के लिए पट्टा आवंटित किए जाने की प्रक्रिया चल रही है।
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