मुजफ्फरनगर। स्टेडियम के बाहर स्थित बिजली दफ्तर पर भाकियू का धरना आज चौथे दिन भी जारी रहा। लगातार प्रयासों के बाद भी किसान नेताओं के साथ चली वार्ता विफल हो चुकी है। इस बीच आज भाकियू नेता चौधरी राकेश टिकैत ने सोमवार से पूरे प्रदेश में गन्ना भुगतान तथा गन्ने के भाव में बढोत्तरी को लेकर जिला मुख्यालयों पर धरने का ऐलान किया है। भाकियू नेताओं ने स्पष्ट कर दिया है कि बकाया भुगतान किये जाने के बाद ही किसान यहां से यह धरना समाप्त करेंगे। शनिवार को भारतीय किसान यूनियन के आंदोलन में नई ताजगी नजर आयी। यहां नुमाइश कैम्प स्थित अधीक्षण अभियंता कार्यालय में आज चौथे दिन भी किसान भारी संख्या में पहुंचे। ट्रैक्टर ट्रालियों में सवार होकर धरना स्थल पर पहुंचे। आज भी किसानों का रूख वही रहा। यहां पर भट्टी पर खाना भी पकता रहा।
किसान गांवों से भी राशन और खाना लेकर यहां पर पहुंच रहे थे। किसानों की कई टोलियां ढोल लेकर भी पहुंचे और यहां पर जमकर ढोल बजाया गया। इस धरने को आज बड़ी किसान पंचायत में तब्दील कर दिया गया था।किसानों को सम्बोधित करते हुए भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौ. राकेश टिकैत ने कहा कि प्रशासन किसानों के उत्पीड़न के मामलों में भी संवेदनशील नहीं बन रहा है। किसानों के साथ बकाया वसूली को लेकर आये दिन घर जाकर तहसील कर्मचारियों और पुलिस कर्मियों द्वारा एक चोर जैसा व्यवहार किया जाता है। उन्होंने कहा कि किसानों के मान सम्मान की लड़ाई को जारी रखा जायेगा। किसानों से बकाया वसूली तब तक नहीं होने दी जायेगी, जब तक कि किसानों का बकाया भुगतान प्रशासन द्वारा नहीं दिलाया जाता है। उन्होंने कहा कि प्रशासन हर बार आश्वासन देता है, लेकिन आंदोलन खत्म होते ही अधिकारी फिर से अपने ढर्रे पर आ जाते हैं। उन्होंने कहा कि इस बार किसानों की मांग पूरी होने तक यह आंदोलन जारी रखा जायेगा। आज धरने पर दूरदराज क्षेत्र से भी किसान भारी संख्या में उपस्थित हुए थे। किसान पंचायत में मुख्य रूप से राकेश टिकैत, जिलाध्यक्ष धीरज लाटियान, नवीन राठी, धर्मेन्द्र मलिक, राजेन्द्र सिंह, सतेन्द्र पुण्डीर, मांगेराम त्यागी, विपिन त्यागी, किस पंवार, ठा. कुशलपाल सिंह सहित सैंकड़ों किसान मौजूद रहे।
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