मुज़फ्फरनगर। सरकारी बैंकों में कर्मचारियों का व्यवहार खराब हुआ तो लोगों का रूख प्राईवेट बैंकों की ओर हो रहा है। शायद यही वजह है कि पिछले एक साल में नगरीय क्षेत्र में निजी क्षेत्र के बैंकों की एक दर्जन से अधिक शाखाएं खुल चुकी है, जिनमें हजारों बैंक एकाउंट खुल चुके है। इसके पीछे प्रमुख कारण यह बताया जा रहा है कि यहां स्थित सरकारी बैंकों के कर्मचारियों के व्यवहार को लेकर लोग परेशान है। शहर के साथ-साथ ग्रामीण इलाकों में भी यही हालात है। नगर के प्रेमपुरी-बागजानकीदास स्थित यूनियन बैंक ऑफ इण्डिया की शाखा में क्लर्क ने ग्राहक के साथ गाली-गलौच करते हुए अभद्रता की, जिसकी शिकायत यू0बी0आई0 के मुख्यालय पर की गई है, इससे दो दिन पूर्व ग्राम बघरा के पीएनबी में पैसे निकालने गये एक किशोर की बैंक के कैशियर ने धुनाई कर दी थी, यह पूरा मामला सीसीटीवी कैमरे में कैद है, लेकिन बैंक मैनेजर ने खेद प्रकट करके इस मामले को शाखा से ही निपटा दिया था। इससे पूर्व स्टेट बैंक ऑफ इण्डिया की बघरा ब्रांच में भी इस प्रकार का मामला सामने आया था।
बताया जाता है कि खादरवाला निवासी एक किशोर अपनी बहन के साथ बैंक के एकाउंट पर केवाईसी कराने के लिये यूनियन बैंक ऑफ इण्डिया की प्रेमपुरी शाखा में गया था, जहां पता चला कि काउंटर पर बैठा क्लर्क नीरज राणा ग्राहकों के साथ लगातार अभद्रता कर रहा है। किशोर ने केवाईसी के बारे में बाबू से जानकारी लेनी चाही और उसने बताया कि उसकी बहन तीन बार शाखा में आ चुकी है, लेकिन केवाईसी के नाम पर क्यों टरकाया जा रहा है, इतनी बात सुनते ही बाबू भड़क गया और गाली-गलौच करते हुए पीटने पर उतारू हो गया। इस बीच बैंक मैनेजर ने हस्तक्षेप किया और किशोर को यहां से चलता किया। इसके बाद परिजन यहां पहुंचे, तो बैंक मैनेजर ने खेद प्रकट किया, लेकिन आरोपी क्लर्क गुंडागर्दी पर उतर आया। उसका कहना था कि वह अंकित विहार का ही है, वह किसी से नहीं डरता, जिससे जो हो सकता है, वो करे। इस प्रकार के व्यवहार को लेकर यहां ग्राहकों में काफी रोष देखने को मिला। बताते चले कि गत दिवस भी एक सरकारी बैंक में इस प्रकार की ही घटना सामने आयी थी। सोमवार को बघरा के मौहल्ला कुरैशियान निवासी नफीस का 17 वर्षीय पुत्र दोपहर बाद चार बजे पीएनबी की शाखा में गया था। जहां कैशियर प्रदीप से उसकी छोटे नोट को लेकर कहासुनी हो गई थी। प्रदीप उसे दस रूपये की गड्डियो में बीस हजार रूपये की धनराशि देना चाहता था। नोट फटे होने की वजह से किशोर ने इंकार कर दिया था। इसके बाद दोनो के बीच कहासुनी हो गई थी। कैशियर ने आव देखा न ताव किशोर को बैंक के अन्दर बने कमरे में घसीटकर उसकी पिटाई शुरू कर दी। इस बीच पुलिस पहुंच गई और किशोर को ही पकड लिया था। इस बीच समाजसेवी तहसीन बाटा व अन्य लोग पहुंच गये था, जहां कैशियर प्रदीप ने स्वीकार किया कि हां उसने पीटा है। कैशियर का आरोप था कि किशोर ने उसको गाली दी है। हालांकि किशोर इस बात से साफ इंकार करता रहा। जब पुलिस के सामने भी यह पुष्टि हो गई कि कैशियर ने ही बालक को पीटा है तो कैशियर बैकफुट पर आ गया और माफी मांगकर अपना पीछा छुडाया था। इस मामले में पीडित परिवार पर फैसले का दबाव बना था, जिसके चलते पीडित परिवार ने कोई कार्यवाही नहीं की, लेकिन अब इस प्रकार की घटनाओं में लगातार बढोत्तरी हो रही है, जिसके चलते लोगों का विश्वास सरकारी बैंकों से उठता जा रहा है, यही वजह है कि यहां प्राईवेट बैंक धीरे-धीरे पनप रहे है।
बघरा के पंजाब नेशनल बैंक की शाखा में किशोर के साथ मारपीट की घटना के मामले में घटना के समय की सीसी कैमरे की क्लिप मंगाई गई है, यदि कर्मचारी दोषी होगा, तो आरोपी के खिलाफ कार्यवाही की जायेगी। प्रेमपुरी के यूनियन बैंक ऑफ इण्डिया में ग्राहक के अभद्रता की भी शिकायत मिली है, ग्राहक को हिदायत दी गई है कि वे मुख्यालय पर अपनी शिकायत दर्ज करायें, किसी भी कर्मचारी को ग्राहक के साथ अभद्रता की इजाजत नहीं दी जा सकती। अमित बुन्देला, एलडीएम मुज़फ्फरनगर
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