मुजफ्फरनगर । देर रात पुलिस व बदमाशों के बीच हुई मुठभेड़ में 10 हजार के ईनामी बदमाश लंगड़ा करने का दावा किया।
मुठभेड़ में एक पुलिसकर्मी भी घायल हुआ है। ग्रामीणों ने पुलिस पर फर्जी मुठभेड़ का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। थाने का घेराव करते हुए भाकियू नेताओं ने पुलिस की कार्य शैली पर सवाल उठाए। गैंगस्टर एक्ट में थाना सिविल लाईन मुजफ्फरनगर वांछित बताया गया है। बदमाश के पास से कथित रूप से बाईक, तमंचा, कारतूस व खोखे बरामद किए हैं। करीब एक वर्ष पूर्व आरोपी ने भाकियू नेताओ के साथ थाने पहुंच शपथ पत्र देकर अपराध न करने की कसम खाई थी।
चरथावल कोतवाली क्षेत्र के घिस्सूखेडा झाल पर हुई मुठभेड़ के बाद लोगों ने जमकर हंगामा किया।भारतीय किसान यूनियन ने बीती रात हुई मुठभेड को फर्जी करार देते हुए थाना चरथावल पर जमकर हंगामा किया। लोगों ने फर्जी मुठभेड़ का आरोप लगाकर थाने का घेराव कर दरोगा को पकड़कर नीचे जमीन पर बैठाने के बाद बंधक बनाकर जमकर हंगामा किया। भाकियू नेताओं ने पुलिस पर अपराध का रास्ता छोड़कर समाज में सीधा साधा जीवन व्यतीत करने वाले लोगों को परेशान कर फिर से अपराध के रास्ते पर लाने की नीति अपनाने के आरोप लगाये और रोष जताया। बाद में सीओ सदर ने थाने पर पहुंचकर लोगों को शांत किया और मुठभेड़ में घायलावस्था में पकड़े गये आरोपी के मामले में जांच कराने तथा उस पर नया कोई मुकदमा दर्ज नहीं कराये जाने का भरोसा दिया।
गुरुवार को खबर आई कि चरथावल पुलिस की क्षेत्र में चैकिंग करते हुए कुल्हेडी निवासी एक बदमाश के साथ मुठभेड़ हो गयी। इसको लेकर अभी पुलिस जश्न ही मना रही थी कि भाकियू के सदर तहसील अध्यक्ष विकास शर्मा, जिला पंचायत सदस्य जुबेर मलिक व युवा जिलाध्यक्ष भाकियू सतेंद्र पुंडीर के नेतृत्व में कुल्हेडी के सैंकड़ों ग्रामीणों के साथ मुठभेड़ में पकड़े गये आरोपी के परिजन चरथावल थाने पहुंचे और थाने का घेराव करते हुए धरना शुरू कर दिया। इसी बीच मामले को संभालने के लिए आगे आये एक दरोगा को भी भाकियू नेताओं ने पकड़कर जमीन पर बैठा लिया और बंधक बना लिया। काफी देर तक दरोगा को धरने पर ही बैठाये रखा गया। थानाध्यक्ष धर्मेन्द्र सिंह ने भी इन लोगों से वार्ता करते हुए समझाने का प्रयासा किया, लेकिन इन लोगों ने चरथावल पुलिस पर अपराध से तौबा कर चुके एक व्यक्ति को फर्जी मुठभेड़ में जंगल में ले जाकर पैर में गोली मारकर घायल करने के साथ ही रात को दो बजे कुल्हेडी में उसके घर पर दबिश देकर उठा लाने के आरोप लगाते हुए जांच की मांग की है। आरोप हे कि मुठभेड़ के लिए ले जाने पर जब उसकी पत्नी व अन्य परिजनों ने विरोध किया तो पुलिस ने मारपीट की और तोड़फोड़ भी की गयी। काफी देर तक यहां पर हंगामा चलता रहा। इसकी जानकारी मिलने पर पुलिस अफसरों में हड़कम्प मच गया। सीओ सदर कुलदीप चरथावल थाने पहुंचे। वहां पर उन्होंने मुठभेड़ में पकड़े गये आरोपी के परिजनों और भाकियू नेताओं के साथ वार्ता की। उन्होंने ग्रामीणों को समझाया। यहां पर लोगों ने आरोपी के खिलाफ कोई भी अन्य कानूनी कार्यवाही नहीं करने और इस मुठभेड़ की जांच कराये जाने की मांग की है। इस पर सीओ सदर ने भरोसा दिया कि जांच के साथ ही आरोपी पर कोई भी नया मुकदमा दर्ज नहीं किया जाये
भाकियू नेता विकास शर्मा का कहना है कि हम अपराधियों के पक्षधर नहीं है, लेकिन जब अपराध का रास्ता छोड़कर समाज की मुख्यधारा में लौटने की सरकारी नीति है, और कोई इसके लिए अमल कर अपना परिवार मेहनत मजदूरी कर चला रहा है तो उसको सुधरने का अवसर दिया जाना चाहिए। चरथावल पुलिस की कार्यवाही की उन्होंने निंदा करते हुए कहा कि भाकियू इस प्रकार की किसी भी प्रकरण को बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि यदि अपराध छोड़ने वालों के प्रति पुलिस का यही रवैया रहेगा तो कोई भी पुलिस पर विश्वास कर अपराध का रास्ता छोड़ने को तैयार नहीं होगा। इस मौके पर ठाकुर सतीश, मामचंद प्रधान, पप्पू राणा, ब्रजपाल राणा, अभिषेक बंसल, सरफराज त्यागी, ताजीन त्यागी, सलीम पुंडीर, युवा जिला अध्यक्ष सत्येंद्र पुंडीर, नीतू राणा, करसन ठाकुर, राकेश कुमार, नावेद, संजय त्यागी युवा ब्लाक अध्यक्ष मुख्य रूप से मौजूद रहे।
।गा।
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