मथुरा। काफी दिनों से चल रहे विवाद के बीच कथावाचक संत मुरारी बापू ने कथावाचन के दौरान भगवान श्रीकृष्ण और बलराम के प्रति की गई अशोभनीय टिप्पणी पर दाऊजी मंदिर में आकर क्षमा मांगी।
याद रहे कि भगवान श्रीकृष्ण और बलराम पर अशोभनीय टिप्पणी से ब्रजवासियों और देश विदेश के सभी कृष्णभक्त आहत हुए थे। इस संबंध में अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा द्वारा मुरारी बापू को ब्रज के किसी भी मंदिर में आकर ठाकुरजी के चरणों में आकर माफी मांगने की मांग की गई थी। महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेश पाठक से हुई वार्ता के पश्चात मुरारी बापू 12 अक्टूबर को दाऊजी महाराज मंदिर आए और ब्रज संत गुरु शरणानंद महाराज, योग गुरु बाबा रामदेव, स्वामी ज्ञानानंद के साथ पूजा अर्चना की। तत्पश्चात मुरारी बापू ने क्षमा याचना की।
इस अवसर पर तीर्थ पुरोहित महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेश पाठक ने कहा कि क्षमा के साथ ही उनके बहिष्कार का विवाद समाप्त हो गया है। विवाद समाप्ति पर महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नवीन नागर, मंत्री संजय एल्पाइन, विनोद चतुर्वेदी, केके चतुर्वेदी, श्रीजी पीठाधीश्वर मनीष शास्त्री, भागवत प्रवक्ता रमाकांत गोस्वामी और मृदुल कृष्ण शास्त्री ने कहा कि मुरारी बापू ने अपने किये पर क्षमा याचना कर एक बहुत बड़े विवाद का अंत किया है।
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